उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के चौकी फाटा के तहत तरसाली में भूस्खलन के मलबे में एक कार के दब जाने से पांच तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। ये घटना तब हुई जब ये सभी यात्री केदारनाथ जा रहे थे।
उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश से लोग परेशान हैं। देहरादून से लेकर कोटद्वार तक नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है तो उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन का अनुमान जताया गया है।
गौरीकुंड गांव में स्थित घटनास्थल की दूरी उस स्थान से महज कुछ किलोमीटर दूर है जहां पांच दिन पहले हुए भूस्खलन में तीन व्यक्तियों की मौत हो गई थी और 20 अन्य लापता हो गए थे।
उत्तराखंड के गौरीकुंड में भूस्खलन की घटना में 17 लोग अभी भी लापता हैं जबकि तीन शव बरामद किए जा चुके हैं। शनिवार को भी राहत और बचाव कार्य जारी है।
भूस्खलन में पूरा होटल ही बह गया जहां नेपाली नागरिक ठहरे हुए थे। नेपाल का कंचनपुर जिला भारत के उत्तराखंड से सटा है।
जॉर्जिया में भारी बारिश लोगों का काल बनकर आई। जॉर्जिया के पहाड़ों में स्थित एक रिसॉर्ट क्षेत्र में लैंडस्लाइड होने से 7 लोगों की मौत हो गई। जबकि 30 से 35 लोग लापता हैं, जिन्हें खोजने के लिए टीमें काम कर रही हैं। जॉर्जिया के प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिवारजनों के प्रति शोक संवेदना जाहिर की है।
उत्तराखंड के गौरीकुंड में बारिश कहर बरपा रही है। देर रात मूसलाधार बारिश के चलते लैंडस्लाइड की घटना हुई है। मलबे में कुछ लोगों के दबे होने की आशंका है।
अबतक मिल रही जानकारी के मुताबिक एनडीआरएफ ने अबतक 75 लोगों को जिंदा बचाया है। घटनास्थल पर करीब 48 पर परिवार रह रहे थे। इस भूस्खलन के कारण 5 लोगों की मौत हो चुकी है।
जापान में भारी बारिश और भूस्खलन ने हाहाकार मचा दिया है। नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। सड़कों पर कमर और गर्दन तक पानी भर आया है। इससे इंसानों और वाहनों का आवागमन प्रभावित हो गया है। मनुष्यों से लेकर जानवरों और पशु-पक्षियों का जीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है।
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कितनी बड़ी चट्टानें पहाड़ से टूटकर गिरी हैं। वहीं पास ही एक सफेद रंग की स्विफ्ट कार जा रही है। बेहद कम दूरी से वह कार दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई।
जोशीमठ में पहले दरारें और गड्ढे बनने की कई घटनाएं हुई हैं और मानसून के मौसम के आने के साथ ही, आगे ऐसी और घटनाएं होने की आशंका है।
खराब मौसम और लगातार हो रही बारिश के चलते मां वैष्णो देवी के सभी मार्गों पर आपदा प्रबंधन दल के साथ ही श्राइन बोर्ड प्रशासन, पुलिस विभाग, सीआरपीएफ के अधिकारी और जवान जगह-जगह तैनात हैं।
भारी बारिश के बाद उत्तराखंड के पहाड़ों से लैडस्लाइड की तस्वीरें सामने आ रही हैं। हाल ही में पिथौरागढ़ जिले के धारचूला दोबाट ब्लॉक के पास पहाड़ दरका है। इसको लेकर प्रशासन ने अलर्ट जारी किए हैं।
पहली बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में 6 लोगों की मौत हो चुकी है और 10 लोग घायल हुए हैं। साथ ही सड़कों के खराब हो जाने के कारण करोड़ों रुपये का नुकसान भी हुआ है।
नेपाल में बारिश और भूस्खलन कहर बनकर टूटे हैं। इसमें 6 लोगों की मौत भी हो गई है। साथ ही इतनी ही संख्या में लोग घायल हुए हैं। जबकि 29 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
रवांडा में हाल में आई बाढ़ और भूस्खलन में कम से कम 135 लोगों की मौत हो गई और एक अन्य अब भी लापता है। सरकार ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक, भूस्खलन में अफगानिस्तान के दो नागरिकों की मौत हो गई और प्राधिकारी उनके शव बरामद करने के प्रयास कर रहे हैं।
बहुगुणानगर में मकानों की दीवारों पर पड़ी मोटी दरारें देखकर डीएम दंग रह गए। उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या वे इन्हीं मकानों में रह रहे हैं। इस पर लोगों ने डीएम को रुंधे गले से अपनी व्यथा बताई और भू-धंसाव से सुरक्षा के इंतजाम करने की गुहार लगाई।
डोडा के एसएसपी अब्दुल कयूम ने कहा, अब तक 19 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। चट्टानों को ढीले होने के कारण भूस्खलन हुआ। कयूम ने कहा कि भूवैज्ञानिकों और इंजीनियरों की एक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है।
उत्तराखंड सरकार का का दावा है कि बीते 72 घंटों में किसी मकान में नई दरार देखने को नहीं मिली है, लोगों को घबराने की जरुरत नहीं हैं। लेकिन तथास्तु होटल की दीवारों में आई दरारें सरकार की चिंता जरूर बढ़ा सकती है।
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