इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर भूस्खलन में 14 लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि भारी बारिश की वजह से भूस्खलन हुआ। वहीं अब तक की जानकारी के अनुसार 14 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं।
रामबन में रविार रात को भूस्खलन हुआ, जिसकी वजह से जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे ब्लॉक हो गया है। प्रशासन की ओर से मशीन के जरिए चट्टान और पत्थरों को हटाने का काम जारी है।
जम्मू कश्मीर के रामबन के कई इलाकों में रात भर हुई बारिश के बाद लैंडस्लाइड हुआ जिसके कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग ठप्प हो गया। ट्रैफिक विभाग ने इस हाईवे पर जम्मू-श्रीनगर जाने वाले वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है।
चीन के युन्नान प्रांत में भूस्खलन की घटना में कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई है और सरकार ने लापता लोगों को बचाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
चीन में एक बड़ा भूस्खलन हो गया है। इस लैंडस्लाइड के कारण कई लोग मलबे में दब गए हैं। वहीं कई कमान भी तबाह हो गए हैं।
शिमला के बालूगंज थाना इलाके में एक पांच मंजिला इमारत भरभरा कर गिर गई। गनीमत रही कि इस बिल्डिंग में कोई नहीं था और किसी भी तरह से जान-माल का नुकसान नहीं हुआ।
कांगो बाढ़ और भूस्खलन से जूझ रहा है। यहां के बुकावू शहर में रात भर हुई मूसलाधार बारिश ने कोहराम मचाया हुआ है। बारिश के चलते आए भूस्खलन में 14 लोगों की मौत हो गई है।
8 वैज्ञानिक संस्थानों की यह रिपोर्ट सैकड़ों वैज्ञानिकों ने कई महीनों की मेहनत के बाद करीब 718 पन्नों में तैयार की है। वहीं, जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष अतुल सती ने कहा है कि इस रिपोर्ट को सार्वजनिक करने में आखिरकार सरकार ने इतना समय क्यों लगाया।
जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर भूस्खलन के कारण कई घंटे तक वाहनों की आवाजाही को रोक दिया गया था। इस सूचना के मिलने के बाद ट्रैफिक पुलिस ने उधमपुर से घाटी की तरफ आने वाले वाहनों को भी रोक दिया। इस दौरान यात्रियों को कई घंटों तक जाम में हाईवे खुलने का इंतजार करना पड़ा।
हिमाचल प्रदेश इन दिनों कुदरत के कहर को झेल रहा है। बारिश और भूस्खलन की घटनाओं में कई लोगों की जान चली गई है। इस तबाही के पीछे के मुख्य कारण को लेकर इंडिया टीवी ने एक पोल किया जिसके नतीजे कुछ इस प्रकार रहे।
ऋषिकेश में जो भी पर्यटक घूमने या गंगा स्नान करने के लिए पहुंचता है,उसके लिए राम झूला और लक्ष्मण झूला पुल दोनों ही आकर्षण का केंद्र रहते हैं। लेकिन पुल पर आवाजाही रोके जाने के बाद यहां के लोग अब गंगा के जलस्तर में कमी का इंतजार कर रहे हैं जिससे कि पुल को ठीक किया जा सके।
हिमाचल प्रदेश एक बड़ी प्राकृतिक विभिषिका झेल रहा है। भारी बारिश और भूस्खलन से राज्य के कई जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। राजधानी शिमला पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है।
हिमाचल प्रदेश के शिमला, सोलन और मंडी समेत 6 ज़िलों में भयानक भूस्खलन हो रहा है। हालात इतने बुरे हो रहे हैं कि पिछले 72 घंटे के भीतर 60 से ज्यादा शव मिल चुके हैं और दर्जनों अभी भी मलबे में दबे हुए हैं।
उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश से कई जिलों में भयंकर तबाही मची है। लोगों के अंदर जुलाई जैसी दहशत फिर देखने को मिल रही है। हिमाचल और उत्तराखंड दोनों जगह सैकड़ों सड़कें लैंडस्लाइड के चलते बाधित हैं।
इस बार मानसून ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी तबाही मचाई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अब मानसून दक्षिण भारत की ओर मुड़ गया है। जानें लेटेस्ट अपडेट-
उत्तराखंड के तीर्थ स्थल मदमहेश्वर का राज्य के अन्य हिस्सों से संपर्क कट गया है। यहां करीब 200 लोग फंसे हुए हैं जिन्हें निकालने के लिए आज भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
आंतरिक कलह से जूझ रहे देश म्यांमार में भारी बारिश और बाढ़ की वजह से खदान धंसने का मामला सामने आया है। खदान में भूस्खलन की वजह से कई श्रमिक दब गए। इनमें से 25 लोगों के शव बरामद हुए हैं। कई लोग अब भी लापता हैं, जिन्हें ढूंढा जा रहा है।
हिमाचल में बारिश और लैंडस्लाइड से तबाही मची है तो वहीं उत्तराखंड में भी गंगा पूरे उफान पर है। हिमाचल में अबतक 50 लोगों की मौत हो चुकी है। जानिए अबतक के अपडेट्स-
चीन की राजधानी बीजिंग में पिछले 70 साल की सबसे ज्यादा 257.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इससे पहले 1951 में इतनी तेज बारिश हुई थी।
वायरल हो रहे इस वीडियो में दिख रहा है कि खतरा कभी भी और किसी भी रूप में आ सकती है। अगर आदमी सतर्क नहीं रहेगा तो, उसकी जान खतरे में पड़ सकती है। इस वीडियो को लोग अपने सगे-संबंधियों को खूब शेयर कर रहे हैं।
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