शिमला में इन दिनों टनल बनने का काम चल रहा है। मल्याणा से चलोंठी तक फोर लेन की टनल बनने का काम जारी है। हेलीपेड के पास बन रही टनल बरसात के कारण गिर जाने से लोगो में डर बैठ गया है।
इंडियन एयर फोर्स का केदारनाथ में चलाया जा रहा बचाव अभियान पूरा हो गया है। केदारनाथ के पास बादल फटने से विनाशकारी भूस्खलन हुआ था।
वायनाड भूस्खलन की घटना के बाद पीएम नरेंद्र मोदी आज वायनाड में त्रासदी वाले क्षेत्र में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात की और उनका हाल जाना। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि वह आपता की परिस्थिति को भलीभांति जानते हैं।
केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद पीएम मोदी ने इस आपदा से प्रभावित स्थल का दौरा किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड से प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। इस दौरान वे पीड़ित परिवारों से भी मुलाकात करनेवाले हैं।
वायनाड में 152 लोग अभी भी लापता हैं जिनकी तलाश की जा रही है। 30 जुलाई को आए भीषण भूस्खलन के बाद मची तबाही में अब तक 413 लोग हताहत हो चुके हैं।
सुकेश चंद्रशेखर ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को लिखे पत्र में कहा है कि 15 करोड़ रुपये की मदद के अलावा वह वायनाड में 300 मकानों के निर्माण में भी योगदान देना चाहता है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने उम्मीद जताई है कि पीएम नरेंद्र मोदी 10 अगस्त को होने वाले वायनाड दौरे के बाद आपदा पीड़ितों के पुनर्वास के लिए केंद्रीय मदद देने के मामले में सकारात्मक रुख अपनाएंगे।
हिमाचल प्रदेश के शिमला, कुल्लू और मंडी जिलों में 31 जुलाई की मध्य रात्रि को बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 30 से अधिक लापता लोगों की तलाश के लिए अभियान जारी है। इस बीच IMD ने फिर से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
वायनाड में भूस्खलन की वजह से सैकड़ों लोगों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए। इस बीच जब दो दोस्त आठ दिन बाद एक-दूसरे से मिले तो यह एक भावनात्मक पल था। उन्होंने एक-दूसरे को कसकर गले लगाते हुए अपनी दोस्ती को याद किया।
वायनाड के चूरलमाला के एक प्राइवेट हॉस्पिटल की स्टाफ नीतू जोजो इस हादसे की पहली इन्फॉर्मर थीं। नीतू की कॉल की रिकॉर्डिंग वायरल हो गई है जिसमें उन्हें 30 जुलाई की सुबह में हुई भयावहता का विवरण बताते सुना जा सकता है, जब उनका घर भूस्खलन की चपेट में था।
केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन से बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं। जिले में 300 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। अभी भी मलबे से शव निकाले जा रहे हैं। सेना और एनडीआरएफ टीम का राहत और बचाव कार्य जारी है।
केरल के वायनाड में आए भूस्खलन और भारी बारिश की वजह से मरने वालों की संख्या 350 के पार पहुंच चुकी है। वित्त मंत्रालय ने पीड़ितों की मदद के लिए सभी इंश्योरेंस कंपनियों से जल्द से जल्द क्लेम सैटलमेंट के निर्देश दिए हैं।
केरल के वायनाड में वन विभाक के अधिकारियों ने 6 आदिवासियों की जान बचाई जो कि जंगल में बगैर कुछ खाए-पिए कई दिनों से फंसे हुए थे।
आपदा प्रबंधन विभाग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, प्रत्येक शव या शरीर के अंग को एक पहचान संख्या दी जाएगी और इसका सभी नमूनों, तस्वीरों, वीडियो और शवों से संबंधित भौतिक वस्तुओं के रिकॉर्ड में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाएगा।
वायनाड के अलग-अलग हिस्सों में भूस्खलन से घर और मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। राहत और बचाव कार्य अब भी चलाया जा रहा है। प्राकृतिक हादसे के बाद गांव के गांव भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं।
भारतीय सेना के अनुसार दो महिलाओं और दो पुरुषों को वायनाड के पदावेट्टी कुन्नू से रेस्क्यू किया गया है। इनमें से एक महिला के पैरों में तकलीफ हो रही है। उसका इलाज जारी है।
ISRO ने सैटेलाइट तस्वीरें जारी कर बताया है कि केरल में हुए भूस्खलन से किस तरह तबाही आई है। पहले जिन जगहों पर हरे-भरे पेड़ और घर हुआ करते थे। वहां अब सिर्फ मलबा बचा है।
महाराष्ट्र के चंद्रपुर में आज एक घर में जमीन धंसने से 20 फीट गहरा गड्ढा हो गया। इस दौरान घर में काम कर रही महिला उस गड्ढे में गिर गई। इस घटना के बाद पूरे परिसर के लोग डरे हुए हैं।
वायनाड में आई तबाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वहां पर शवों के पोस्टमॉर्टम के लिए तैनात एक महिला डॉक्टर के लिए भी यह एक भयानक अनुभव बनकर रह गया है।
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