हिमाचल प्रदेश में बारिश के चलते जगह-जगह पर लैंडस्लाइड हो रही है। आज सुबह रामपुर उपमंडल के ज्यूरी के पास नेशनल हाईवे 5 पर भारी लैंडस्लाइड से सड़क बाधित हो गई है।
उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश का सिलसिला जारी है, बीती रात पिथौरागढ़ में लैंडस्लाइड के बाद 4 लोगो की मौत हो गई है l
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में भूस्खलन वाली जगह से दो और लोगों के शव बरामद किए गए,जिससे भूस्खलन में मारने वालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है। बीते बुधवार भूस्खलन के बाद लापता हुए लोगों की तलाश एवं बचाव कार्य जारी हैं।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में आई लैंडस्लाइड की वजह से उस इलाके में अब तक कई मौतें दर्ज की जा चुकी हैं। रेस्क्यू टीम ने अब तक 14 शवों को बाहर निकाला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में भूस्खलन में हुई लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से बात कर उन्हें बचाव कार्यों में हर तरह की मदद का आश्वासन दिया।
हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में बारिश और भूस्खलन की वजह से फंसे करीब 370 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक उत्तरकाशी के हेलुगढ़ के पास लैंडस्लाइड के चलते गंगोत्री हाईवे को बंद करना पड़ा।
महाराष्ट्र में बारिश का कहर जारी है l राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं और भूस्खलन में अबतक 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है l महाराष्ट्र में इस आपदा के बीच वॉलंटियर्स का ग्रुप लोगों की मदद के लिए आगे आया है, देखिए स्पेशल रिपोर्ट l
महाराष्ट्र में भारी बारिश के चलते आई बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटना में अबतक 164 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 100 लोग अभी-भी लापता हैं।
महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण हुई भूस्खलन की घटनाओं के बाद 90 शव बरामद किए गए हैं और 33 लोग लापता हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किन्नौर की दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को PMNRF की ओर से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है।
एक भीषण घटना में, हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में रविवार को भूस्खलन ने कम से कम नौ लोगों की जान ले ली। भूस्खलन में बटसेरी पुल भी ढह गया।
महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण हुईं भूस्खलन की घटनाओं के बाद 73 शव बरामद किए गए हैं और 47 लोग लापता हैं। एनडीआरएफ ने रविवार को यह जानकारी दी।
महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के चलते मरने वाले लोगों की संख्या शनिवार को बढ़कर 82 पर पहुंच गई जबकि 59 लोग लापता हैं।
सवाल ये है कि इस साल ऐसा क्या हो गया कि ऐसी आपदा आ गई। इस सवाल का जवाब दिया रत्नागिरी के कलेक्टर बीएन पाटिल ने जिन्होंने15 दिन पहले ही काम संभाला है।
महाराष्ट्र में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा रखा है। तेज बारिश के कारण यहां बाढ़ आ गई है जिसमें फंसे लोगों को बचाने के लिए सेना और नौसेना को उतारा गया है। तेज बारिश के चलते कोंकण, रायगड, रत्नागिरी, पालघर और ठाणे जिलों के कुछ इलाकों में स्थिति बहुत खराब है।
महाराष्ट्र में आफत की बारिश का बड़ा कहर टूटा है। बारिश से हुए लैंडस्लाइड में रायगड में 37 लोगों की मौत हो गई है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को मुंबई में भूस्खलन की अलग-अलग घटनाओं में 26 लोगों के मारे जाने के बाद अधिकारियों से मुलाकात की। एक बड़ी आंधी के दौरान रात भर लगातार भारी बारिश ने मुंबई को बुरी तरह प्रभावित किया, जिससे शनिवार देर रात से वित्तीय राजधानी में भीषण जलभराव और यातायात बाधित हो गया।
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के चेंबूर इलाके में भारी बारिश की वजह से हुए हादसे में 12 लोग मारे गए हैं, चेंबूर के अलावा भी मुंबई में कई जगहों पर बारिश की वजह से हादसों की खबर है। विक्रोली इलाके में भी आज सुबह एक इमारत के ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई।
भारी बारिश से मुंबई के चेम्बूर भरत नगर इलाके में लैंडस्लाइड की वजह से कुछ झोपड़ियों दीवार गिर गई है, जिसमें 11 लोगों की जान चली गईं। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
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