बिहार में राजद की प्रचार की कमान संभाले राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी यादव हों या उनकी बहन और पाटलिपुत्र की प्रत्याशी मीसा भारती सहित राजद का कोई नेता, उनकी चुनावी जनसभा बिना लालू प्रसाद के नाम के पूरी नहीं हो रही है।
इस पत्र को लालू ने ट्विटर पर भी पोस्ट किया है। उल्लेखनीय है कि लालू प्रसाद इन दिनों चारा घोटाले के कई मामलों में रांची की एक जेल में सजा काट रहे हैं। स्वास्थ्य कारणों से वे रांची के एक अस्पताल में भर्ती हैं।
उल्लेखनीय है कि लालू प्रसाद चर्चित चारा घोटाला के कई मामलों में झारखंड की एक जेल में सजा काट रहे हैं। वह वर्तमान समय में स्वास्थ्य को लेकर रांची की एक अस्पताल में भर्ती हैं।
लोकसभा चुनाव 2019: पाटलिपुत्र में होगी कांटे की टक्कर, मीसा भारती के सामने होंगे रामकृपाल यादव
तेजप्रताप ने कहा कि यहां वैसे व्यक्ति को राजद का उम्मीदवार बनाया गया है जो लगातार चुनाव हारते रहे हैं। उन्होंने राजग पर हमला बोलते हुए कहा कि लगातार समाज में नफरत पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है।
इन दोनों सीटों पर सामाजिक आधार हो या वोटबैंक की राजनीति, देश के मुद्दे हों या राज्य के मुद्दे, मतदाताओं ने ज्यादातर मौकों पर इन दोनों नेताओं को ही समर्थन दिया है।
भारतीय जनता पार्टी छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामने वाले शत्रुघ्न सिन्हा के लिए आगे की राह थोड़ी मुश्किल नजर आ रही है।
हालांकि जेटली ने लालू को यह कहते हुए मदद से इनकार कर दिया था कि CBI एक स्वायत्त संस्था है और वह इसके काम में हस्तक्षेप नहीं कर सकते।
लोकसभा चुनाव 2014 में नरेंद्र मोदी के लिए शानदार चुनावी अभियान की जिम्मेदारी संभालने से लेकर नीतीश कुमार की पार्टी के डिप्टी बनने वाले प्रशांत किशोर राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव की किताब के जरिए उठा विवाद बढ़ता जा रहा है।
लालू को लिखे पत्र में जद (यू) ने कहा कि बिहार के लेाग अब उस 'लालटेन युग' और 'जंगल राज' को भूलकर 'नए बिहार' की पटकथा लिख रहे हैं।
झारखंड उच्च न्यायालय में याचिका खारिज होने के बाद लालू यादव ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत के लिए याचिका दायर की थी, लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने भी जमानत याचिका खारिज कर दी।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव इस समय चारा घोटाला मामले में रांची स्थित बिरसा मुण्डा केन्द्रीय जेल में सजा काट रहे हैं।
शांत किशोर ने तेजस्वी को अपने ट्विटर हैंडल से टैग करते हुए लिखा कि उनकी उपलब्धि सिर्फ इतनी है कि वह लालूजी के बेटे हैं
लालू यादव ने दावा किया था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महागठबंधन छोड़ने के बाद 6 महीने के बाद वापस आना चाहते थे, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था क्योंकि वह नीतीश कुमार में भरोसा खो चुके थे।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू यादव के बड़े बेटे और आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव को फोन पर जान से मारने की धमकी मिली है।
तेजप्रताप यादव नहीं चाहते थे कि उनके ससुर चंद्रिका राय को टिकट दिया जाए। तेजप्रताप के ऐतराज के बावजूद लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने चंद्रिका राय की उम्मीदवारी पर मुहर लगा दी है।
लालू के जेल जाने के बाद अनौपचारिक तौर पर पार्टी की कमान संभाल रहे तेजस्वी यादव पर अपने ही परिवार को साइड लाइन करने के आरोप लगते रहे हैं।
खबर है कि महागठबंधन की कम से कम 11 सीटों पर पेंच फंसा हुआ है। यानी टिकट बंटवारे के बाद भी महागठबंधन के सामने कई मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नीत महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर कवायद तेज हो गई है। शनिवार को यहां राजद की संसदीय बोर्ड की बैठक में पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद को प्रत्याशियों के चयन और सीट बंटवारे के लिए अधिकृत किया गया।
चारा घोटाले के कई मामले में सजा काट रहे राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने बुधवार को अपने विरोधियों पर निशाना साधा और कहा कि उनको गिराने वाले बार-बार गिरे हैं।
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