भोपाल में पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के मूर्ति पर असामाजिक तत्वों ने रखे जूते तो कांग्रेस नेताओं ने मूर्ति को दूध से नहलाया और आरोपियों के खिलाफ की मांग की।
कंगना रनौत ने आज के दिन पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को याद किया है। कंगना रनौत ने उनकी जयंती पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा कि देश के पिता नहीं बल्कि देश के लाल होते हैं। कंगना रनौत ने लाल बहादुर शास्त्री की तारीफ भी की है।
Lal Bahadur Shastri Jayanti: देश के तीसरे प्रधानमंत्री रहे लाल बहादुर शास्त्री का आज 120वां जन्मदिन मनाया जा रहा है। साल 1966 में ताशकंद में रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी असामयिक मृत्यु बहस और जांच का विषय बनी हुई है।
लाल बहादुर शास्त्री के पोते विभाकर शास्त्री ने आज कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और आज ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।
पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की आज पुण्यतिथि है। आज ही के दिन साल 1966 में तासकंद में उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। शास्त्री जी का कद भले ही छोटा था, जीवन भले ही सादा रहा हो। लेकिन देश के लिए उन्होंने हमेशा सबसे आगे रहकर काम किया।
लाल बहादुर शास्त्री का प्रधानमंत्री बन जाना पहले से तय नहीं था इसे संयोग भी कह सकते हैं। लाल बहादुर शास्त्री उस समय कोई बहुत ज्यादा ताकतवर दावेदार थे, लेकिन अपनी सादगी और गांधीवादी छवि के कारण सभी के दिलों में घर कर गए थे।
संसद के विशेष सत्र में पीएम मोदी नए संसद भवन के लिए उत्सुक भी दिखें और पुराने संसद भवन के लिए भावुक भी। उन्होंने संसद भवन की गरिमा को याद किया और इस बात पर चर्चा की कि देश की प्रगति में संसद का कितना अधिक योगदान रहा।
1965 में पाकिस्तान ने कश्मीर पर कब्जे के लिए ऑपरेशन जिब्राल्टर शुरू किया था। बता दें कि जिब्राल्टर स्पेन के पास एक छोटा सा टापू है। अरब की सेनाओं ने इसी टापू के माध्यम से स्पेन पर कब्जा किया था।
लाल बहादुर शास्त्री के पोते विभाकर शास्त्री को कांग्रेस वर्किंग कमेटी में शामिल नहीं किया गया है। इससे निराश विभाकर शास्त्री ने ट्वीट कर कहा कि मेरी तपस्या में कुछ कमी रह गई है।
पंडित नेहरू के निधन के बाद भारत के दूसरे प्रधानमंत्री के रूप में 9 जून 1964 को लाल बहादुर शास्त्री ने शपथ ली। कुछ महीनों बाद पाकिस्तान से जंग हो गया। शास्त्री इसी जंग के समझौते के कारण ताशकंद गए थे।
Lal Bahadur Shastri: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जैसा सादगीपूर्ण व्यक्तित्व भारतीय राजनीति में विरले ही देखने को मिला।
Lal Bahadur Shastri Jayanti: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाई जा रही है। पूर्व प्रधानमंत्री की सादगी और सहजता से हर कोई उनका कायल था।
Lal Bahadur Shastri: लाल बहादुर शास्त्री देश के दूसरे प्रधानमंत्री थे। उनका जन्म 2 अक्टूबर सन् 1904 में उत्तर प्रदेश के मुगलसराय जिले में हुआ था। एक साधारण सी कद-काठी वाले शास्त्री जी ने सार्वजनिक जीवन में श्रेष्ठता के जो प्रतिमान स्थापित किए वे बहुत ही कम देखने को मिलते है।
Atal Bihari Vajpayee: चीन की तरफ से इस मामले में भारत सरकार को एक पत्र भेजा गया। ये पत्र तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाम था और इसे उनके पास पहुंचाया गया। ये पत्र जन संघ के युवा नेता वाजपेयी को लेकर था।
पंद्रह घंटे के विमान सफर के दौरान पेपरवर्क करते पीएम मोदी को देखकर लोगो को लाल बहादुर शास्त्री की याद आ गई। तस्वीर देखिए और जानिए क्यों।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में स्थित देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के स्मारक पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की
'जय जवान, जय किसान' नारा से पूरे देश में एक नई लहर का उदय करने वाले भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की आज जयंती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर बुधवार को राजघाट पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी राष्ट्रपिता को पुष्पांजलि अर्पित की।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री, जनसंघ नेता श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दीन दयाल उपाध्याय की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की जांच नहीं होगी
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