यूपी सरकार ने राहुल गांधी को लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है। रविवार को हुई हिंसा के बाद से ही लखीमपुरी खीरी में धारा 144 लागू है।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने कहा कि लखीमपुर खीरी में हुयी हिंसा ने उन्हें 1919 की जलियांवाला बाग घटना की याद दिला दी।
नगर पालिका परिषद लखीमपुर में शिवपुरी वॉर्ड से सभासद सुमित जायसवाल ने वीडियो को लेकर, पूरे इंसिडेंट के बारे में इंडिया टीवी को सबकुछ बताया। इंडिया टीवी से बात करते हुए उन्होंने बताया कि अगर मैं वहां रुक जाता या फंस जाता तो आज जिंदा नहीं होता।
किसान नेताओं ने दावा किया कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा उन कारों में से एक में सवार थे जिन्होंने कथित रूप से प्रदर्शनकारियों को कुचल डाला। प्रदर्शनकारी उपमुख्यमंत्री की यात्रा का विरोध कर रहे थे।
जयंत चौधरी ने कहा कि लखीमपुर तक पहुंचना बहुत मुश्किल काम था क्योंकि योगी ने पूरी सरकारी मशीनरी को विपक्ष के प्रयास को विफल करने में लगा दिया था।
रविवार को हिंसा में आठ लोगों की जान चली गयी। घटना में हुई मौतों पर दुख प्रकट करते हुए शरद पवार ने किसानों को आश्वासन दिया कि विपक्ष उनके साथ खड़ा है और वह शीघ्र ही भावी कदम पर निर्णय लेगा।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ 'मोनू' ने अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर इंडिया टीवी से बात की।
हमलावरों ने मंडल को बार-बार ये कबूल करने के लिए कहा कि उसे आशीष मिश्रा ने भीड़ पर गाड़ी चढ़ाने के लिए भेजा था। लेकिन मंडल ने यह कहने से इनकार कर दिया।
लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
पहला वीडियो आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने शेयर किया है। इस कथित वीडियो में दिखाई दे रहा है कि सड़क के किनारे प्रदर्शनकारियों की भारी भीड़ जमा है। भीड़ में कई लोगों के हाथों में झंडे हैं, कइयों के हाथ में डंडे हैं, जमकर नारेबाजी हो रही है।
प्रियंका गांधी इस समय यूपी पुलिस की हिरासत में हैं। राहुल गांधी ने प्रियंका को हिरासत में रखे जाने पर कहा है कि वो डरती नहीं हैं, हार नहीं मानेंगी। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, "जिसे हिरासत में रखा है, वो डरती नहीं है- सच्ची कांग्रेसी है, हार नहीं मानेगी! सत्याग्रह रुकेगा नहीं।"
हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई। किसानों का आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री मिश्रा का बेटा जिस एसयूवी में सवार था, उसी ने किसानों को कुचल दिया जिसमें चार किसानों की मौत हो गई। हालांकि मिश्रा ने आरोप को खारिज किया है। बाद में भीड़ के हमले में चार अन्य लोग मारे गये थे।
प्रियंका गांधी ने जोर देते हुए कहा कि मैं बिना किसान परिवारों से मिले वापस नहीं जाऊंगी। मैं लड़ रही हूं और मैं लड़ती रहूंगी। किसी की भी हत्या करना गलत है। बीजेपी कार्यकर्ता का भी मारा जाना गलत है।
बता दें कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के मामले को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है। सोमवार को मौके पर जाने की कोशिश करने वाले सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को रोक दिया गया अथवा हिरासत में ले लिया गया।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 4 किसान, 3 बीजेपी कार्यकर्ता और 1 बीजेपी नेता का ड्राइवर शामिल है।
उन्होंने कहा, "जिन परिवारों को लग रहा है कि दबाया जा रहा है और उनकी बातें आगे नहीं पहुंचती हैं, ऐसे में अगर प्रियंका वहां जाकर लोगों से मिलती है और उन्हें समर्थन करती है तो जरूर लोगों को लगेगा कि कोई तो उनसे मिलने के लिए आया है।"
अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में से चार कार में सवार व्यक्ति हैं, जो प्रत्यक्ष तौर पर उप्र के मंत्री का स्वागत करने आए भाजपा कार्यकर्ताओं के काफिले का हिस्सा थे। ऐसे आरोप हैं कि इनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। वहीं चार अन्य किसान हैं।
चंडीगढ़ में राज्यपाल आवास के बाहर धरने के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने कृषि कानूनों के विरोध में नारे लगाए और कहा कि वे पंजाब में कृषि कानूनों को लागू नहीं होने देंगे।
मामले में सुनवाई के दौरान अटॉर्नी जनरल ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि जब तक वैधता तय नहीं हो जाती विरोध प्रदर्शन जारी नहीं रह सकता। इन विरोध प्रदर्शनों के दौरान कई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं होती हैं। उन्होंने सुनवाई के दौरान लखीमपुर खीरी की घटना का सुप्रीम कोर्ट में जिक्र किया।
लखीमपुर में हुई हिंसा में प्रशासन और किसानों को बीच समझौता हो गया है। प्रशासन मृतक किसानों के परिवार को 45-45 लाख रुपये का मुआवजा देगा, साथ ही मामले की न्यायिक जांच होगी।
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