लखीमपुर की घटना पर बोलते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की गाड़ी से 5 लोगों की हत्या हो जाती है और वे खुद कह रहे हैं कि उनकी गाड़ी थी, लेकिन फिर भी पीएम मोदी अजय मिश्रा टेनी को मंत्री पद से क्यों नहीं हटा रहे हैं?
उत्तर प्रदेश का दौरा कर रहे संजय सिंह ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘जब तक अजय मिश्रा गृह राज्य मंत्री बने रहेंगे, तब तक इस मामले में न्याय नहीं हो सकता।’’
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के आरोपी आशीष मिश्रा को 21 नंबर बैरक में जिला जेल प्रशासन के द्वारा रखा गया। 21 नंबर बैरक दरअसल क्वारंटीन बैरक है। जेल नियम के अनुसार जो भी नया कैदी आता है तो उसे सबसे पहले 14 दिन के लिए उसे क्वारंटीन बैरक में रखा जाता है।
तिकुनिया थाने में आशीष मिश्रा उर्फ मोनू तथा 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 147 (उपद्रव), 148 (घातक अस्त्र का प्रयोग), 149 (भीड़ हिंसा), 279 (सार्वजनिक स्थल से वाहन से मानव जीवन के लिए संकट पैदा करना), 338 (दूसरों के जीवन के लिए संकट पैदा करना), 304 ए (किसी की असावधानी से किसी की मौत होना), 302 (हत्या) और 120 बी (साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
लखीमपुर खीरी मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को एसआईटी ने करीब 12 घंटे तक पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। SIT आशीष मिश्रा को रविवार को सुबह कोर्ट में पेश कर सकती है।
कांग्रेस लखीमपुर हिंसा मामले के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी की मांग को लेकर सोमवार को देश भर में ‘मौन व्रत’ कार्यक्रम का आयोजन करेगी।
वीडियो में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा पर भी निशाना साधा।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामला में बड़ी खबर आ रही है। सूत्रों के मुताबिक, लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे और मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी हो सकती है।
लखीमपुर खीरी हिंसक घटना पर बोलते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 'वे कौन थे जो गाड़ी में थे, जिन्होंने लोगों को मारा... जिन्होंने बाद में लाठी से हमला किया वह एक्शन का रिएक्शन है। कोई योजना नहीं है। वो हत्या में नहीं आता, हम उन्हें दोषी नहीं मानते।'
सपा प्रमुख ने बताया कि जिन परिवारों से उन्होंने मुलाकात की है, उन्होंने यही कहा है कि दोषियों को सजा मिले लेकिन सरकार अभी भी आरोपियों को बचाना चाहती है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री द्वारा लोगों को धमकी दी गई है।
पुलिस के आला अधिकारी आशीष मिश्रा से पूछताछ कर रहे हैं। उधर, पुलिस की टीम आशीष के दोस्त अंकित दास की तलाश में जुटी है। आज पुलिस की टीम ने अंकित दास के ठिकानों पर छापे मारे।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा 'टेनी' के बेटे आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच दफ्तर पहुंचे जहां पुलिस के आला अधिकारी उनसे पूछताछ कर रहे हैं।
लखीमपुर में विपक्षी दलों के नेताओं को पीड़ित परिवारों से मिलने न दिये जाने पर योगी आदित्यनाथ ने कहा,'' हमारे विपक्ष के जो मित्रगण थे, कोई सद्भावना के दूत नहीं थे और उनमें से कई चेहरे तो ऐसे हैं जो इस उपद्रव और इस हिंसा के पीछे भी शामिल हैं। एक बार तथ्य सामने आने दीजिए, हम दूध का दूध और पानी का पानी, सबके सामने रखेंगे।''
कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रियंका के झाडू लगाने पर मजाक उड़ाया था और बीजेपी की दलित विरोधी सोच दिखाई थी।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ने अपने बेटे को 'निर्दोष' बताते हुए शुक्रवार को कहा कि उनका बेटा 'अस्वस्थ' है और वह शनिवार को पुलिस के सामने पेश होगा। मिश्रा ने यहां चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "हमें कानून पर भरोसा है। मेरा बेटा निर्दोष है।
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि गृह राज्य मंत्री के बेटे को पूछताछ के लिए सम्मन भेजना औपचारिकता है और निष्पक्ष जांच के लिए मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए।
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में सिद्धू पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करते सुनाई दे रहे हैं। वीडियो में सीएम चन्नी को गाली देते हुए सिद्धू कह रहे हैं कि चन्नी 2022 में कांग्रेस की नैया डुबो देंगे।
आज उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में स्टेट्स रिपोर्ट दाखिल कोर्ट के सामने इस मामले में अपना पक्ष रखा। लेकिन चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली बेंच इस रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है। अब इस मामले की सुनवाई छुट्टियों के बाद होगी।
किसानों का आरोप है कि जिस गाड़ी से प्रदर्शनकारियों को कुचला गया उस गाड़ी में आशीष मिश्रा सवार था हालांकि इन आरोपों का आशीष और उनके पिता ने खंडन किया है।
कांग्रेस ने कहा कि अगर भाजपा नेता वरुण गांधी किसानों के लिए अपनी लड़ाई को लेकर ईमानदार हैं तो उन्हें अपनी पार्टी छोड़कर प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में सड़कों पर उतरना चाहिए।
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