लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ 'मोनू' ने अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर इंडिया टीवी से बात की।
हमलावरों ने मंडल को बार-बार ये कबूल करने के लिए कहा कि उसे आशीष मिश्रा ने भीड़ पर गाड़ी चढ़ाने के लिए भेजा था। लेकिन मंडल ने यह कहने से इनकार कर दिया।
लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
पहला वीडियो आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने शेयर किया है। इस कथित वीडियो में दिखाई दे रहा है कि सड़क के किनारे प्रदर्शनकारियों की भारी भीड़ जमा है। भीड़ में कई लोगों के हाथों में झंडे हैं, कइयों के हाथ में डंडे हैं, जमकर नारेबाजी हो रही है।
प्रियंका गांधी इस समय यूपी पुलिस की हिरासत में हैं। राहुल गांधी ने प्रियंका को हिरासत में रखे जाने पर कहा है कि वो डरती नहीं हैं, हार नहीं मानेंगी। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, "जिसे हिरासत में रखा है, वो डरती नहीं है- सच्ची कांग्रेसी है, हार नहीं मानेगी! सत्याग्रह रुकेगा नहीं।"
हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई। किसानों का आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री मिश्रा का बेटा जिस एसयूवी में सवार था, उसी ने किसानों को कुचल दिया जिसमें चार किसानों की मौत हो गई। हालांकि मिश्रा ने आरोप को खारिज किया है। बाद में भीड़ के हमले में चार अन्य लोग मारे गये थे।
लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा अब एक सियासी मुद्दा बन चुका है। क्या किसानों के सहारे चुनाव से पहले यूपी को सुलगाने की साजिश हो रही है? देखिए अबकी बार किसकी सरकार पंकज भार्गव के साथ।
प्रियंका गांधी ने जोर देते हुए कहा कि मैं बिना किसान परिवारों से मिले वापस नहीं जाऊंगी। मैं लड़ रही हूं और मैं लड़ती रहूंगी। किसी की भी हत्या करना गलत है। बीजेपी कार्यकर्ता का भी मारा जाना गलत है।
बता दें कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के मामले को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है। सोमवार को मौके पर जाने की कोशिश करने वाले सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को रोक दिया गया अथवा हिरासत में ले लिया गया।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 4 किसान, 3 बीजेपी कार्यकर्ता और 1 बीजेपी नेता का ड्राइवर शामिल है।
उन्होंने कहा, "जिन परिवारों को लग रहा है कि दबाया जा रहा है और उनकी बातें आगे नहीं पहुंचती हैं, ऐसे में अगर प्रियंका वहां जाकर लोगों से मिलती है और उन्हें समर्थन करती है तो जरूर लोगों को लगेगा कि कोई तो उनसे मिलने के लिए आया है।"
अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में से चार कार में सवार व्यक्ति हैं, जो प्रत्यक्ष तौर पर उप्र के मंत्री का स्वागत करने आए भाजपा कार्यकर्ताओं के काफिले का हिस्सा थे। ऐसे आरोप हैं कि इनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। वहीं चार अन्य किसान हैं।
चंडीगढ़ में राज्यपाल आवास के बाहर धरने के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने कृषि कानूनों के विरोध में नारे लगाए और कहा कि वे पंजाब में कृषि कानूनों को लागू नहीं होने देंगे।
मामले में सुनवाई के दौरान अटॉर्नी जनरल ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि जब तक वैधता तय नहीं हो जाती विरोध प्रदर्शन जारी नहीं रह सकता। इन विरोध प्रदर्शनों के दौरान कई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं होती हैं। उन्होंने सुनवाई के दौरान लखीमपुर खीरी की घटना का सुप्रीम कोर्ट में जिक्र किया।
लखीमपुर में हुई हिंसा में प्रशासन और किसानों को बीच समझौता हो गया है। प्रशासन मृतक किसानों के परिवार को 45-45 लाख रुपये का मुआवजा देगा, साथ ही मामले की न्यायिक जांच होगी।
प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान उन्होंने कहा कि ये सामने आया है कि जिस शख्स की कल मौत हुई वह बहराइच के नानपारा का रहने वाला था। एक प्रदर्शनकारी समाजवादी पार्टी की रुद्रपुर इकाई का जिलाध्यक्ष हैं। ऐसे कई लोग शामिल थे।
NH-24 के जरिए दिल्ली-गाजियाबाद को जोड़ने वाले गाजीपुर बॉर्डर का दिल्ली से गाजियाबाद आने वाला मार्ग दिल्ली पुलिस ने बंद कर दिया है जबकि गाजियाबाद से दिल्ली की तरफ जाने वाला NH-24 का हिस्सा किसानों के प्रदर्शन की वजह से पहले से ही बंद है।
पंजाब सरकार ने यूपी सरकार से मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के लखीमपुर खीरी दौरे के लिए हेलीकॉप्टर की एयरपोर्ट पर लैंडिंग की इजाजात मांगी है। पंजाब सरकार के सिविल एविएशन के डायरेक्टर ने यूपी के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी को चिट्ठी लिखी है।
लखीमपुर खीरी में मौजूद अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया, "मैं घटनास्थल पर ही हूं। इस मामले में दोनों पक्षों की तरफ से एफआईआर हुई हैं। अभी विस्तृत जानकारी उपलब्ध नही है क्योंकि यहां इंटरनेट व्यवस्था काम नहीं कर रही हैं।"
घटनास्थल खीरी जिले के पड़ोसी संसदीय क्षेत्र पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी ने सोमवार को मुख्यमंत्री को लिखा अपना पत्र ट्विटर पर साझा किया जिसमें उन्होंने घटना की सीबीआई जांच की मांग के साथ ही पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा दिये जाने की भी सिफारिश की है।
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