इस मामले के प्रमुख आरोपी आशीष मिश्रा के पिता अजय मिश्रा टेनी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हैं और इस घटना के बाद से विपक्षी दल उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से बाहर करने की मांग कर रहे हैं।
मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ जांच के बाद धाराएं बदली गई हैं। सभी 13 गिरफ्तार आरोपियों की आज कोर्ट में पेशी हो सकती है।
पिछली नौ अक्टूबर को आशीष और उसके बाद गिरफ्तार किए गए अंकित दास तथा लतीफ काले के पास से लाइसेंसी राइफल, पिस्तौल, रिवाल्वर तथा रिपीटर गन बरामद की गईं थीं। इन हथियारों को 15 अक्टूबर को विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने के लिए 10 दिन का समय दिया था।
इस केस की जांच कर रही एसआइटी के साथ ही लखीमपुर खीरी पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अब तक दो दर्जन से अधिक प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज करने के साथ ही इस केस के मुख्य आरोपित आशीष मिश्रा मोनू सहित 12 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा 'टेनी' का पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू मुख्य आरोपी है। आशीष मिश्रा उर्फ मोनू, जिसे नौ अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। उसे कल देर रात डेंगू की पुष्टि हुई।
वहीं, एसकेएम ने मांग की कि सिंघू बोर्डर पर पीट-पीट कर हत्या किए जाने की घटना की जांच सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश से कराई जाए और निहंग सिख के एक नेता से मुलाकात करने के लिए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और कैलाश चौधरी से इस्तीफा देने की मांग की।
शीर्ष अदालत ने आठ अक्टूबर को लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में सुनवाई के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के आरोपियों को गिरफ्तार ना करने के कदम पर सवाल उठाए थे और साक्ष्यों को संरक्षित रखने का निर्देश दिया था।
पुलिस ने कुछ मोबाइल नंबर जारी किए हैं, जिन पर कॉल करके जारी की गई तस्वीरों में मौजूद संदिग्धों की जानकारी पुलिस को दी जा सकती है।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में वांछित चल रहे चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनके नाम सुमित जायसवाल, शिशुपाल, नंदन सिंह बिष्ट और सत्य प्रकाश त्रिपाठी हैं। लखीमपुर खीरी पुलिस और क्राइम ब्रांच की SWAR टीम ने इन्हें गिरफ्तार किया है।
टिकैत ने कहा कि पूरी दुनिया यह समझती है कि गृह राज्य मंत्री पर भारतीय दंड संहिता की धारा 120-ब (साजिश रचने) के तहत मामला दर्ज हो चुका है।
लखीमपुर खीरी कांड में दो और गिरफ्तारियां की गई हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम- अंकित दास और लतीफ उर्फ काले है। कोर्ट ने दोनों को तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है।
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और उनसे आग्रह किया कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पद से अजय कुमार मिश्रा ‘टेनी’ को बर्खास्त किया जाए ताकि निष्पक्ष जांच हो सके।
कांग्रेस के इस प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी के अलावा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी भी शामिल थीं।
मायावती ने अपने ट्वीट में पंजाब के मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी और गुजरात के नेता जिग्नेश मेवाणी पर भी इशारों में निशाना साधा।
कुछ होर्डिंग पर दसमेश सेवा सोसाइटी के अध्यक्ष सतपाल सिंह मीत का नाम लिखा हुआ है और कुछ के ऊपर सरदार परमिंदर सिंह का नाम है। माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक समाज के पदाधिकारियों ने ये होर्डिंग लगाए हैं।
लखीमपुर खीरी कांड और किसानों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर से केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
अमित मालवीय ने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना बहुत दुखद है, लेकिन इस घटना के पीछे मूल क्या है? कुछ लोग किसानों के नाम पर आंदोलन कर रहे हैं और वो अराजक तत्व जिस प्रकार से आंदोलन कर रहे हैं, किसी भी लोकतांत्रिक देश में उस प्रकार के आंदोलन नहीं देखे गए।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को कोर्ट ने तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की पुलिस रिमांड को लेकर सोमवार को कोर्ट में सुनवाई हुई। तकनीकी खामी की वजह से सुनवाई को एक बार रोकना पड़ा था, हालांकि, बाद में सुनवाई फिर से शुरू की गई और अब कोर्ट ने आशीष की रिमांड पर फैसला सुरक्षित रखा है।
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