Super 50: देखिए 20 Aug 2023 की 50 बड़ी खबरें
भारतीय सेना ने नए साल के अवसर पर गलवान घाटी , लद्दाख में तिरंगा फहराया। सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना के जवानों ने नए साल की पूर्व संध्या पर गलवान में राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। जिसकी तस्वीरें सेना की तरफ से मंगलवार को सार्वजनिक जारी की गई हैं।
लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के बीच बना गतिरोध और कम हो गया है, 31 जुलाई को कमांडर स्तर की वार्ता के बाद 4-5 अगस्त को गोगरा पोस्ट से भारत और चीन की सेनाएं पीछे हट गई हैं।
भारतीय सेना ने कहा कि भारतीय या चीनी पक्ष ने पूर्वी लद्दाख के उन क्षेत्रों पर कब्जा करने का कोई प्रयास नहीं किया है जहां से वे फरवरी में छूटे थे और दोनों पक्ष क्षेत्र में शेष मुद्दों को हल करने के लिए बातचीत में लगे हुए हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख से चीन को कड़ा संदेश देते हुए सोमवार को कहा कि भारत ‘‘गलवान वीरों’’ के बलिदान को कभी नहीं भूलेगा और देश के सशस्त्र बल हर चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिह आज यानी 27 जून से लद्दाख के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के पास तैयारियों का जायजा लेंगे। रक्षा मंत्री का यह दौरा दो दिन का होगा।
पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से सैनिकों की वापसी के बाद भारत और चीन के बीच आज दसवें दौर की बैठक होगी।
चीन के ग्लोबल टाइम्स ने गलवान वैली झड़प का वीडियो पोस्ट किया है। तीनी सैनिकों की झड़प का 3 मिनट 20 सेकेंड का वीडियो जारी किया है। चीन ने पहली बार माना गलवान में उसके सैनिक भी मारे गए थे।
पूर्वी लद्दाख में दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) हवाई पट्टी जो वर्तमान में चीन के साथ चल रहे विवाद में इस्तेमाल की जा रही है, मई 2008 में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) द्वारा केंद्र से लिखित अनुमति के बिना पुन: सक्रिय कर दिया गया था। सेवानिवृत्त) प्रणब कुमार बारबोरा 16,800 फीट से अधिक की ऊंचाई पर सबसे उन्नत लैंडिंग मैदानों में से एक, डीबीओ हवाई पट्टी का उपयोग एएन -32 और सी -130 जे सुपर हरक्यूलिस जैसे लैंडिंग विमानों के लिए किया जा सकता है।
पूर्वी लद्दाख से बड़ी खबर आयी है। भारत और चीन के बीच समझौते के बाद दोनों तरफ की सेनाओं के पीछे हटने का क्रम शुरू हो गया है। ताजा वीडियो पैंगोंग झील से सटे इलाके का है। जहां चीन के टैंक पीछे हटते हुए नजर आ रहे हैं। अब तक चीन के 3 टैंक पीछे जा चुके हैं। सेना की तरफ से वीडियो जारी किया गया है।
पूर्वी लद्दाख से बड़ी खबर आयी है। भारत और चीन के बीच समझौते के बाद दोनों तरफ की सेनाओं के पीछे हटने का क्रम शुरू हो गया है। ताजा वीडियो पैंगोंग झील से सटे इलाके का है। जहां चीन के टैंक पीछे हटते हुए नजर आ रहे हैं। अब तक चीन के 3 टैंक पीछे जा चुके हैं। सेना की तरफ से वीडियो जारी किया गया है।वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर डिसइंजेमेंट की प्रक्रिया शुरू हो गई है। LAC पर आखिरकार 9 महीने बाद चीन की सेना पीछे हट रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को बजट सत्र 2021 के दौरान देश को अवगत कराया कि पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से सेनाओं को पीछे हटाए जाने को लेकर भारत और चीन के बीच सहमति बन गई है।
राजपथ पर झांकियों में सबसे पहले झांकी , संघ शासित प्रदेश लद्दाख की झांकी है। यह इस केंद्र शासित प्रदेश की पहली झांकी है। इसमें लद्दाख की संस्कृति और सांप्रदायिक सद्भाव को दर्शाया गया। झांकी की थीम-भविष्य का विजन है।
लद्दाख सीमा पर भारतीय सैनिकों ने एक चीनी सैनिक को पकड़ा है। इस चीनी सैनिक के पास से कई दस्तावेज बरामद किए गए हैं। अभी तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक डेमचॉक इलाके में चीनी सैनिक को पकड़ा गया है। पीएलए का यह सैनिक चीन के Shangxi इलाके का बताया जा रहा है। भारतीय सैनिकों ने चीन के इस सैनिक को अपनी कस्टडी में ले लिया है। चीनी सैनिक ने चुमार के पास एलएसी को अनजाने में क्रॉस कर भारतीय सीमा में दाखिल हो गया था। भारतीय सेना सभी तरह से वेरिफाई करने के बाद सैनिक को स्थापित प्रोटोकॉल के मुताबिक वापस चीन को सौंप देगी।
देश के नवीनतम फाइटर जेट्स, ओमनी-रोल राफल्स, ने अब LAC में चीन के साथ चल रहे तनाव के बीच लद्दाख के ऊपर आसमान में उड़ना शुरू कर दिया है।
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) निमू-दारचा-लेह को जोड़ने वाले नए राजमार्ग के निर्माण के हिस्से के रूप में सटीक ब्लास्टिंग के लिए रॉक ब्लास्टिंग तकनीक का उपयोग कर रहा है।
इंडिया टीवी की ग्राउंउ रिपोर्ट में देखिए कैसे भारत लद्दाख और सीमावर्ती इलाकों में सर्दियों के लिए सेना को तैयार कर रहा है।
चीन परेशान है क्योंकि ब्लैक टॉप और रेज़ांग्ला में भारतीय जवानों की मजबूती के साथ मौजूदगी चीन के लिए खतरा बन गई है
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ स्थिति पर चर्चा करने के लिए आज सुबह 11 बजे रक्षा विभाग के प्रमुख जनरल बिपिन रावत, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और तीन सेवा प्रमुखों के साथ बैठक करेंगे।
आईएएफ तेजी से संभव समय में राफेल को संचालित करने के साधनों को देख रहा है और लद्दाख सहित जहां भी आवश्यकता है, नए लड़ाकू विमानों को तैनात किया जा सकता है।
लद्दाख में LAC पर अब तनाव कुछ कम हैं। चीन की सेना के पीछे हटने के बाद भारत ने भी अपनी सेना को पीछ हटा लिया है। दरअसल चीन ऐसे ही नहीं मान गया, पीएम मोदी ने उसे पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। इस रिपोर्ट में समझिए पीएम मोदी को वो प्लान जिसके बाद चीन पीछे हटने को हो गया मजबूर।
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