पूर्वी लद्दाख में चीन से लगी सीमा पर गतिरोध बने रहने के बीच भारत पहले चरण का ‘मालाबार नौसेना अभ्यास’ कल से 'क्वाड' देश अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के साथ विशाखापत्तनम तट के पास बंगाल की खाड़ी में करेगा।
आईटीबीपी जवानों को सलामी देने वाले बच्चे का नाम नामग्याल है, जिसे जमकर सराहा गया। ITBP ने 11 अक्टूबर को अपने आधिकारिक (ट्विटर) हैंडल से इस बच्चे के वीडियो को ट्वीट किया था।
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को एक जेल में बदल दिया गया है, और यहां राजनेताओं, पत्रकारों और नागरिक समाज (सिविल सोसायटी) के सदस्यों की आवाज दबाई जा रही है।
भारतीय सेना के शीर्ष सैन्य कमांडरों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मौजूदा सुरक्षा माहौल को संभालने के अंदाज के लिये सेना की तारीफ की। राजनाथ के बयान को पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर जारी गतिरोध के सीधे संदर्भ में देखा जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी लद्दाख में लेह स्वायत्त जिला परिषद चुनाव में 26 में से 15 सीटों पर जीत हासिल की है। चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद बीजेपी नेता राम माधव ने पार्टी की जीत पर बधाई दी है।
सरकारी सूत्रों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि डेमचोक में जब चीन के सैनिक को भारतीय सेना ने पकड़ा, उस वक्त उसके पास एक स्लीपिंग बैग, एक खाली डेटा स्टोरेज डिवाइस, एक मोबाइल फोन और मिलिट्री आईडी कार्ड थे।
भारत ने केंद्र शासित प्रदेश लेह की लोकेशन चीन में दिखाने पर ट्विटर को कड़ी चेतावनी दी है। सरकार ने कहा है कि देश की संप्रभुता और अखंडता का असम्मान करने का ट्विटर का हर प्रयास अस्वीकार्य है।
लद्दाख से साल भर की कनेक्टिविटी के लिए शंकु ला पास के माध्यम से निम्मू-दारचा-पदम रोड पर एक और सुरंग पाइपलाइन में है। यह सात किलोमीटर लंबी सुरंग 16,703 फीट की ऊंचाई पर बनेगी।
इसका प्रभावी अर्थ यह हुआ कि क्वॉड के सभी सदस्य इस महा अभ्यास में शामिल होंगे। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में अगले महीने होने वाले वार्षिक युद्धाभ्यास में अमेरिका और जापान अन्य देश हैं जो शामिल होंगे।
लद्दाख सीमा पर भारतीय सैनिकों ने एक चीनी सैनिक को पकड़ा है। डेमचॉक इलाके में पकड़े गए इस चीनी सैनिक के पास से कई दस्तावेज बरामद किए गए हैं। चीनी सैनिक के पकड़े जाने के बाद बार-बाद युद्ध की धमकी देने वाली चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने एक बड़ा बयान दिया है।
लद्दाख सीमा पर भारतीय सैनिकों ने एक चीनी सैनिक को पकड़ा है। इस चीनी सैनिक के पास से कई दस्तावेज बरामद किए गए हैं। अभी तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक डेमचॉक इलाके में चीनी सैनिक को पकड़ा गया है। पीएलए का यह सैनिक चीन के Shangxi इलाके का बताया जा रहा है।
भारतीय सैनिकों ने चीन के इस सैनिक को अपनी कस्टडी में ले लिया है। चीनी सैनिक ने चुमार के पास एलएसी को अनजाने में क्रॉस कर भारतीय सीमा में दाखिल हो गया था। भारतीय सेना सभी तरह से वेरिफाई करने के बाद सैनिक को स्थापित प्रोटोकॉल के मुताबिक वापस चीन को सौंप देगी।
लद्दाख सीमा पर भारतीय सैनिकों ने एक चीनी सैनिक को पकड़ा है। इस चीनी सैनिक के पास से कई दस्तावेज बरामद किए गए हैं। अभी तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक डेमचोक इलाके में चीनी सैनिक को पकड़ा गया है।
भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की आठवें दौर की बातचीत अगले सप्ताह हो सकती है जिसमें पूर्वी लद्दाख से सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पर बातचीत को आगे बढ़ाने पर ध्यान दिया जा सकता है जहां आने वाले समय में कड़ी सर्दियां पड़ने वाली हैं।
अंग्रेजी समाचार पत्र द इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि भारत ने सीमा पर 7 महत्वपूर्ण चोटियों पर अपनी पोजिशन बना रखी है और चीन उन चोटियों से भारत को सैनिक पीछे करने के लिए कह रहा है
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को हिंसक झड़पों में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गये थे जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बहुत बढ़ गया था। चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के जवान भी हताहत हुए थे लेकिन उसने स्पष्ट संख्या नहीं बताई।
लद्दाख पर चीन की टिप्पणी के बाद भारत ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। भारत ने साफ साफ कहा है कि चीन को भारत के आंतरिक मसलों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं। उन्होंने कहा कि केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग थे, हैं और रहेंगे।
चीन की ओर से यह टिप्पणी अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ द्वारा दिए गए बयान के तीन दिन बाद आई है। पोम्पियो ने कहा था कि चीन ने भारत के खिलाफ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर 60,000 सैनिकों को तैनात किया है।
भारत और चीन के बीच लद्दाख में सीमा विवाद को सुलझाने के लिए सोमवार को हुई कोर कमांडर स्तर की बातचीत बेनतीजा रही।
भारत और चीन की सेना के बीच एलएसी पर कल बैठक होने जा रही है। यह मीटिंग कल सुबह 9:30 बजे कोर कमांडर स्तर के अधिकारियों के बीच शुरु होगी। भारत की तरफ चुशूल में यह बैठक होने वाली है। इस बैठक का एजेंडा चाइना स्टडी ग्रुप ने तैयार किया है।
पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आगामी 17 नवंबर को ब्रिक्स की बैठक में आमने-सामने हो सकते हैं।
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