चीन का यह लेख साफ बताता है कि भारत के दबाव के आगे वह बौखला गया है और इसी बैखलाहट में उसने लेख में यह भी लिखा है कि अमेरिका तथा चीन के बीच बिगड़े रिश्तों का फायदा भारत उठाना चाहता है।
भारत और चीन के बीच मोल्दो में कोर कमांडर स्तर की 13वीं बैठक रविवार को लगभग 8.30 घंटे तक चली और शाम करीब 7 बजे खत्म हुई। सेना के जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी।
भारत और चीन के बीच उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता का एक और दौर आज होगा, जिसमें पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले शेष बिंदुओं से सैनिकों की वापसी प्रक्रिया में कुछ आगे बढ़ने पर ध्यान दिया जाएगा।
अनुराग ठाकुर के साथ लद्दाख के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने भी साइकिल रैली में हिस्सा लिया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सभी द्विपक्षीय समझौतों के उलट यथास्थिति को बदलने के चीनी पक्ष के एकतरफा प्रयासों एवं भड़काऊ व्यवहार के कारण शांति एवं स्थिरता में बाधा आई। इससे द्विपक्षीय संबंधों पर भी असर पड़ा।’’
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘चीन के विदेश मंत्री से दुशांबे में एससीओ की बैठक से इतर मुलाकात हुई। अपने सीमावर्ती क्षेत्रों से सैनिकों की वापसी पर चर्चा की और यह रेखांकित किया कि शांति बहाली के लिए यह बेहद जरूरी है और यह द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति का आधार है।’’
सारा अली खान और राधिका मदान ने सोशल मीडिया पर कई फोटोज शेयर की हैं, जिसमें वो लद्दाख की खूबसूरती का लुत्फ उठाती दिखाई दे रही हैं।
रविवार को लेह के एनएसडी ग्राउंड में इनफ्लेटेबल थिएटर लगाया गया। इसके उद्घाटन कार्यक्रम में अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने भी शिरकत की।
भारतीय सेना के अधिकारी ने बताया कि अब इन टैंकों के रखरखाव पर जोर दिया जा रहा है क्योंकि अत्यधिक सर्दियां रबर और अन्य भागों पर प्रभाव डाल सकती हैं। अगर हम इन टैंकों को अच्छी तरह से बनाए रख सकते हैं, तो हम इन्हें यहां बहुत लंबे समय तक इस्तेमाल कर सकते हैं।
लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के बीच बना गतिरोध और कम हो गया है, 31 जुलाई को कमांडर स्तर की वार्ता के बाद 4-5 अगस्त को गोगरा पोस्ट से भारत और चीन की सेनाएं पीछे हट गई हैं।
लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के बीच बना गतिरोध और कम हो गया है, 31 जुलाई को कमांडर स्तर की वार्ता के बाद 4-5 अगस्त को गोगरा पोस्ट से भारत और चीन की सेनाएं पीछे हट गई हैं।
विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में गतिरोध पर हाल में हुई भारत-चीन सैन्य वार्ता रचनात्मक थी और दोनों पक्ष शेष मुद्दों का समाधान तेज गति से करने पर सहमत हुए।
लद्दाख के पास भारत-चीन सीमा पर तनाव कम करने और सैनिकों की वापसी के लिए भारत और चीन के बीच 12वें राउंड की बैठक शनिवार को होने जा रही है, इंडिया टीवी को सूत्रों से यह जानकारी मिली है।
पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को वरिष्ठ विपक्षी नेताओं शरद पवार और ए के एंटनी से मुलाकात की। समझा जाता है कि सिंह ने विवाद से जुड़ी ताजा जानकारियों से दोनों वरिष्ठ नेताओं को अवगत कराया।
भारतीय सेना ने कहा कि भारतीय या चीनी पक्ष ने पूर्वी लद्दाख के उन क्षेत्रों पर कब्जा करने का कोई प्रयास नहीं किया है जहां से वे फरवरी में छूटे थे और दोनों पक्ष क्षेत्र में शेष मुद्दों को हल करने के लिए बातचीत में लगे हुए हैं।
राहुल गांधी ने एक गलत खबर को आधार बनाकर मोदी सरकार पर हमला बोला था, लेकिन भारतीय सेना ने उनके दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख से चीन को कड़ा संदेश देते हुए सोमवार को कहा कि भारत ‘‘गलवान वीरों’’ के बलिदान को कभी नहीं भूलेगा और देश के सशस्त्र बल हर चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिह आज यानी 27 जून से लद्दाख के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के पास तैयारियों का जायजा लेंगे। रक्षा मंत्री का यह दौरा दो दिन का होगा।
भारत ने गुरुवार को आरोप लगाया कि पूर्वी लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों में पिछले वर्ष चीन द्वारा बड़ी संख्या में सैनिकों को एकत्र करने जैसे कदम इस क्षेत्र में जारी सैन्य गतिरोध के लिये जिम्मेदार हैं।
भारत और चीन के बीच इस सप्ताह पूर्वी लद्दाख को लेकर एक और दौर की राजनयिक वार्ता होने की संभावना है, जिसमें गतिरोध वाले बाकी बिंदुओं से सैनिकों की वापसी पर चर्चा की जाएगी।
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