दोनों राष्ट्रों ने विभिन्न गतिरोध बिंदुओं से सैनिकों के विघटन के लिए तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने पर ध्यान देने के साथ 10 घंटे की कोर कमांडर-स्तरीय बातचीत की।
लद्दाख में एलएसी पर एक ओर चीन अपनी ढाई चाल चल रहा है तो वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान ने भी नया फ्रंट खोलने की साजिश रची है। खुफिया सूत्रों से खबर मिली है कि पाकिस्तान ने पीओके में गिलगित बाल्टिस्तान में अपनी आर्मी की दो डिवीजन को तैनात कर दिया है।
एलएसी पर तनाव कम करने के लिए भारत-चीन के बीच कमांडर लेवल की कल यानी मंगलवार को मैराथन बैठक हुई। दोनों देशों के बीच ये बैठक करीब 12 घंटे तक चली। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों देशों के बीच गलवान घाटी में सहमित बनने की उम्मीद है।
पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ चीनी आक्रमण को लेकर चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए भारत और चीन की सेनाओं के बीच कोर कमांडर-स्तरीय बैठक चुशूल में शुरू हो गई है
यह वार्ता महत्वपूर्ण है क्योंकि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पूर्वी लद्दाख में गतिरोध पर आगे कोई प्रगति नहीं हुई है।
इस महीने में ये तीसरा मौका है जब दोनों देशों के बीच कोर कमांडर लेवल की बातचीत हो रही है। खास बात ये है कि ये बैठक भारतीय क्षेत्र चुशूल में आयोजित की जा रही है। अब तक की पिछली दो बैठकें चीनी पक्ष में मोल्डो में हुई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक बार फिर देश को संबोधित करेंगे। आज शाम 4 बजे पीएम मोदी राष्ट्र के नाम संबोधन देंगे। प्रधानमंत्री क्या बोलेंगे इस पर केवल देश ही नहीं, विदेशियों की भी नजरें टिकी है।
चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC), बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का एक संग्रह है जो वर्तमान में पूरे पाकिस्तान में निर्माणाधीन है। मूल रूप से $ 46 बिलियन का मूल्य, CPEC परियोजनाओं का अनुमान $ 87 बिलियन आज के फंडिंग में है, जो आज केवल एक चौथाई पूरा हुआ
चीन से एलएसी पर तनाव के बीच भारतीय वायुसेना को राफेल लड़ाकू विमान की पहली खेप 27 जुलाई को मिलने जा रही है। बताया जा रहा है कि 4 से 6 राफेल विमान अंबाला एयरबेस पर पहुंच जाएंगे।
15 जून को लद्दाख की गालवान घाटी में हुई झड़पों से पहले भी चीन ने तिब्बत के स्थानीय क्लबों के स्थानीय मार्शल आर्ट प्रशिक्षकों को अपनी सेना में भर्ती कर लिया था।
चीन की ओर से अपने किसी सैनिक की मौत के बारे में बयान नहीं देने को लेकर पूर्व सेना प्रमुख ने कहा कि चीन भरोसे के लायक नहीं। चीन ने तो 1962 में भारत से हुए युद्ध से लेकर आज तक कभी अपने किसी सैनिक की मौत को स्वीकार नहीं किया है।
लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से झड़प कैसे शुरू हुई, आखिर कैसे 10-10 चीनी सैनिकों पर भारत का एक-एक जांबाज भारी पड़ा। उसकी इनसाइड स्टोरी बताया पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह ने।
गुरतेज सिंह के बलिदान को देश हमेशा याद रखेगा,पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने शहीद के परिवार से की फ़ोन पर बात
अपने संबोधन में एक तरफ जहां पीएम मोदी ने उम्मीद जताई कि भारत कोरोना वायरस से जंग में जीतकर नई ऊंचाइयों की तरफ बढ़ेगा, तो वहीं दूसरी तरफ एक बार फिर लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में शहीद हुए जवानों के पराक्रम को याद किया।
भोजन की होम डिलिवरी करने वाले ऐप आधारित कंपनी Zomato के कुछ कथित कर्मचारियों ने कंपनी की टी-शर्ट में आग लगाकर अपना विरोध जताया।
रणनीतिक मामलों के विशेषज्ञों ने शनिवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में भारत के प्रति आक्रामक सैन्य रवैया अपनाने के लिए चीन को दशकों तक ‘‘भारी कीमत’’ चुकानी पड़ेगी क्योंकि इससे वह देश वैश्विक स्तर पर अलग-थलग पड़ जायेगा।
अमेरिका के एक प्रभावशाली सांसद ने कहा है कि पूर्वी लद्दाख में चीन की हालिया आक्रामकता पड़ोसियों के खिलाफ उसकी बड़े पैमाने पर सैन्य उकसावे वाली कार्रवाई का हिस्सा है।
चीन में भारत के राजदूत, विक्रम मिश्री ने कहा कि 'बल या ज़बरदस्ती का सहारा लेकर यथास्थिति को बदलने की कोशिश करना सही रास्ता नहीं है।'
चीन की हरकतों के मद्देनजर लद्दाख में भारतीय सेना पूरी तरह से अलर्ट और एक्टिव है।आर्मी, एयरफोर्स, नेवी तीनों ने अपनी ऑपरेशनल कैपेबिलिटी बढा दी है।
केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख में भूकंप आया है। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 बताई जा रही है। भूकंप का केंद्र करगिल से 200 किमी नार्थ वेस्ट में था।
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