भारतीय वायुसेना के शीर्ष कमांडर बुधवार से शुरू हो रहे तीन दिवसीय सम्मेलन में देश की वायु रक्षा प्रणाली की व्यापक समीक्षा करेंगे। इसमें चीन के साथ सीमा विवाद के मद्देनजर लद्दाख क्षेत्र में राफेल लड़ाकू विमानों के पहले बेड़े की संभावित तैनाती पर भी चर्
कारगिल सेक्टर में पुरानी बारूदी सुरंग के कारण भारतीय सेना के जवान की रविवार को मौत हो गई। देब बहादुर उत्तराखंड के उधमसिंह नगर के गौरी कलां इलाके से थे।
22 और 23 जुलाई को होने वाली भारतीय वायुसेना की कॉन्फ्रेंस बैठक काफी अहम मानी जा रही है, क्योंकि इस बैठक में पूर्वी लद्दाख में जारी हालात पर आगे की रणनीति और राफेल की तैनाती को लेकर चर्चा की जाएगी।
भारत और चीन के बीच गलवान में तनाव के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज दो दिवसीय दौरे पर लद्दाख पहुंचे। राजनाथ सिंह सेना के विशेष प्लेन से लेह के पहुंचे। रक्षामंत्री का ये दौरा प्रधानमंत्री के दौरे के करीब पंद्रह दिन बाद हो रहा है।
भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में पीछे हटने के संबंध में जारी प्रक्रिया, चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनातनी की स्थिति के समाधन को लेकर है।
भारत और चीन के बीच कोर कमांडर लेवल की बातचीत में वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार चीन ने पारस्परिक रूप से पैट्रोलिंग पॉइंट 14, 15 और 17 पर हर चीज को वापस लेने पर सहमति व्यक्त की है।
भारत और चीन के बीच कोर कमांडर लेवल की बातचीत में वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार चीन ने पारस्परिक रूप से पैट्रोलिंग पॉइंट 14, 15 और 17 पर हर चीज को वापस लेने पर सहमति व्यक्त की है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने यहां एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि पश्चिमी क्षेत्र में सीमावर्ती सैनिकों की और वापसी को बढ़ावा देने के लिये दोनों पक्षों में सहमति पर प्रगति हुई है।
पैंगोंग सो और देपसांग समेत पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले सभी स्थानों से समयबद्ध तरीके से सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया की रूपरेखा को अंतिम रूप देने के लिए भारतीय और चीनी सेना के कमांडरों के बीच मंगलवार को करीब 14 घंटे तक मैराथन बातचीत हुई।
पूर्वी लद्दाख के चुशूल में कल (14 जुलाई, मंगलवार) भारत और चीन के बीच कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता होगी।
पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए चीन और भारत के सैनिकों के पीछे हटने के बीच आईटीबीपी और बीएसएफ के प्रमुख ने रविवार को कहा कि देश की सारी जमीन हमारे सुरक्षा और रक्षा बलों के ‘‘पूर्ण नियंत्रण’’ में है।
लद्दाख में LAC पर अब तनाव कुछ कम हैं। चीन की सेना के पीछे हटने के बाद भारत ने भी अपनी सेना को पीछ हटा लिया है। दरअसल चीन ऐसे ही नहीं मान गया, पीएम मोदी ने उसे पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। इस रिपोर्ट में समझिए पीएम मोदी को वो प्लान जिसके बाद चीन पीछे हटने को हो गया मजबूर।
रावत ने आज की समीक्षा बैठक में सभी जिलाधिकारियों को होम क्वारंटीन पर रखे गये लोगों की नियमित रूप से निगरानी करने का निर्देश दिया
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को अपने अमेरिकी समकक्ष मार्क टी एस्पर के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और इस दौरान पूर्वी लद्दाख में भारत तथा चीन के बीच सीमा विवाद एवं क्षेत्र में समूचे सुरक्षा परिदृश्य पर प्रमुखता से चर्चा हुई।
सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चीनी सेना Finger 4 से Finger 5 की तरफ चली गई है।
भारतीय सेना के सूत्रों से मिली खबर के अनुसार, Patrolling Point 17 (Hot Springs इलाका) से भी चीन की सेना पीछे हट गई है, जिसके बाद भारतीय सैनिक भी पीछे हटे हैं।
अब जब चीनी सेना ने भारत की सेना की ताक़त और इरादों को देखा, तो उसने पीछे हटना सही समझा और अब उल्टे ये आरोप लगा रहा है कि भारत आक्रामक है।
भारत और चीन की सेनाओं के बीच विघटन आज पैट्रोलिंग प्वाइंट 15 में पूरा हो गया | चीनी सैनिक लगभग 2 किलोमीटर पीछे चले गए हैं।
भारत से चीन के तनाव के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने रेसिप्रोकल एक्सेस टू तिब्बत कानून के तहत चीन के अधिकारियों के एक समूह पर वीजा प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।
पिछले कुछ दिनों में वायुसेना ने चीन के साथ बढ़ रहे सीमा तनाव के मद्देनजर एलएसी के साथ हवाई क्षेत्र की निगरानी करने वाले अपने सभी प्रमुख ठिकानों पर अपने अग्रिम पंक्ति के जेट विमानों, हेलीकाप्टरों और परिवहन बेड़े की तैनाती को काफी बढ़ाया है।
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