भारत-चीन सीमा विवाद को सुलझाने के लिए कई द्विपक्षीय समझौते हुए, जिसमें दोनों पक्षों ने एलएसी को लेकर आम सहमति बनाने के लिए स्पष्टीकरण और पुष्टि के लिए प्रतिबद्धता जताई है।
पूर्वी लद्दाख के कुछ इलाकों में यथास्थिति को बदलने के चीन के नये सिरे से किये गए प्रयासों की पृष्ठभूमि में विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा है कि कई दशकों में सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक का हमने सामना किया है।
मॉस्को में भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और चीन के रक्षामंत्री वेई फेंगे के बीच की शुक्रवार को एक बैठक हुई। लद्दाख में चीन की हरकतों के कारण तीन महीने से जबरदस्त टेंशन है इसलिए भारत ने मास्को में राजनाथ सिंह की चीन के डिफेंस मिनिस्टर वेई फेंगे के साथ किसी तरह की मीटिंग से इंकार किया था।
लद्दाख में ब्लैक टॉप पर जब से भारतीय सेना ने कब्जा किया है, तब से पाकिस्तान में रेड अलर्ट हो गया है। चीन के भरोसे पाकिस्तान कश्मीर का ख्वाब देख रहा था और उसके साथ मिलकर टू फ्रंट वॉर की बात कर रहा था लेकिन जब से ब्लैक टॉप पर तिरंगा लहरा रहा है तब से इमरान खान और बाजवा के होश उड़े हुए हैं।
एलएसी के पार इनकी तैनाती के बाद ही चीन ने भारतीय क्षेत्रों में घुसपैठ के प्रयास शुरू कर दिए हैं। चीन ने पैंगॉन्ग त्सो में यथास्थिति को बदलने के लिए उत्तेजक सैन्य गतिविधि शुरू कर दी थी। हालांकि, भारतीय सैनिकों ने पीएलए के जमीन कब्जाने वाले मंसूबों पर पानी फेर दिया।
चीन पहले गलवान में पिटा, फिर 29 और 30 अगस्त की रात को पिटा लेकिन ड्रैगन अपनी फितरत से बाज नहीं आ रहा। चीन ने कल यानी 31 अगस्त को भी LAC पर घुसपैठ की कोशिश की थी। सूत्रों के मुताबिक चीन की सेना की इस गुस्ताखी का भारतीय सेना ने तुरंत ही करारा जवाब दिया और चाइनीज आर्मी को पीछे भागना पड़ा।
भारत और चीन की सेनाओं के बीच नए सिरे से पैदा हुए तनाव की पृष्ठभूमि में मंगलवार को एक और दौर की सैन्य वार्ता की। सूत्रों ने कहा कि ब्रिगेड कमांडर-स्तरीय वार्ता पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय क्षेत्र में चुशूल में सुबह 10 बजे शुरू हुयी।
चीन के साथ ताजा हालात पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की हाईलेवल मीटिंग खत्म हो चुकी है। इस बैठक में भारतीय सीमा सुरक्षा के लिए कई फैसले लिए गए। बैठक में तय किया गया कि भारतीय सैनिक LAC को पार नहीं करेंगे। LAC के पास भारतीय सीमा की सुरक्षा मज़बूत की जाएगी।
गलवान घाटी से पीछे भागने के बाद चीन ने एक बार फिर घुसपैठ की हिमाकत की जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया और चाइनीज घुसपैठ को नाकाम कर दिया। इस बीच सैटेलाइट तस्वीरों ने ड्रैगन की एक और पोल खोल दी है।
भारत और चीन की सेनाओं के बीच नए सिरे से पैदा हुए तनाव की पृष्ठभूमि में लद्दाख के उपराज्यपाल आर. के. माथुर ने सोमवार को केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी से भेंट की।
पूर्वी लद्दाख में चीनी फौज के दुस्साहसपूर्ण घुसपैठ के बाद सैन्य तनाव दूर करने के लिए भारत और चीन के बीच कूटनीतिक व सैन्य स्तर पर अभी तक हुई कई दौर की वार्ताओं का कोई नतीजा नहीं निकला है। दूसरी तरफ चीन की चालबाजियां भी बढ़ती जा रही हैं।
चीन सीमा पर चल रहे तनाव के बीच बीआरओ ने लद्दाख में Lukung को Khakted से जोड़ने वाली सड़क का काम पूरा कर लिया है। 36 करोड़ की लागत से बनाई गई इस सड़क की लंबाई 36 किमी है जो Lukung को चार गांवों - Maan, Merak, Spangmik, और Khakted से जोड़ती है।
लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के आसपास भारत-चीन तनाव के बीच फ्रांस से भारतीय वायुसेना को 5 Rafale फाइटर जेट मिले लेकिन सवाल उठता है कि 29 जुलाई को भारतीय वायुसेना के अंबाला बेस पर उतरे ये Rafale जेट कहां हैं?
एलएसी पर यथास्थिति बहाल करने के लिए कमांडर स्तर बातचीत से कोई पुख्ता हल नहीं निकला। इसके बाद अब तनाव को कम करने के लिए आज मेजर जनरल स्तर की वार्ता हो रही है। सेना के सूत्रों के मुताबिक यह बातचीत दौलत बेग ओल्डी इलाके में हो रही है।
पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच रविवार को दोनों देशों के शीर्ष कमांडरों के बीच 5वें चरण की बातचीत हुई। सैन्य कमांडर स्तर की यह बातचीत करीब 11 घंटे तक चली।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज एयरफोर्स कमांडर कॉनफ्रेंस का उद्घाटन किया जिस दौरान उन्होंने कहा कि एयरफोर्स ने बहुत ही प्रोफेशल ढंग से बालाकोट में एयरस्ट्राइक की थी। ईस्टर्न लद्दाख में भी वायुसेना ने अपनी तैनाती करके कड़ा संदेश दिया है।
लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध की पृष्ठभूमि में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि बीजिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दबाव बनाने के लिए उनकी 56 इंच वाली छवि पर हमला कर रहा है और प्रधानमंत्री भी दबाव में आकर अपनी छवि बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
भारत और चीन के बीच गलवान में तनाव के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज दो दिवसीय दौरे पर लद्दाख पहुंचे। राजनाथ सिंह सेना के विशेष प्लेन से लेह के पहुंचे। रक्षामंत्री का ये दौरा प्रधानमंत्री के दौरे के करीब पंद्रह दिन बाद हो रहा है।
पैंगोंग सो और देपसांग समेत पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले सभी स्थानों से समयबद्ध तरीके से सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया की रूपरेखा को अंतिम रूप देने के लिए भारतीय और चीनी सेना के कमांडरों के बीच मंगलवार को करीब 14 घंटे तक मैराथन बातचीत हुई।
भारत से चीन के तनाव के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने रेसिप्रोकल एक्सेस टू तिब्बत कानून के तहत चीन के अधिकारियों के एक समूह पर वीजा प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।
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