लद्दाख में सीमा पर ड्रैगन से जारी तनातनी के बीच भारतीय थल सेनाध्यक्ष मनोज मुकुंदर नरवणे ने कहा कि चीन से सटी सीमाओं पर स्थिति नियंत्रण में है और बातचीत जारी है। इंडियन मिलिट्री अकादमी की पासिंग आउट परेड के अवसर पर आर्मी चीफ आज उत्तराखंड स्थित देहरादून में थे।
भारत-चीन के बीच जारी तनाव पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा दिया बयान अब तूल पकड़ता जा रहा है। पहले सशस्त्रों बलों के सेवानिवृत्त अधिकारियों के एक समूह ने उनके बयानों की कड़ी निंदा करते हुए राहुल के बयानों को गलत सोच से प्रभावित और राष्ट्रीय हितों के खिलाफ बताया।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गतिरोध को लेकर दावा किया कि चीन के सैनिक भारतीय सीमा में दाखिल हो गए लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खामोश हैं और कहीं नजर नहीं आ रहे हैं।
लद्दाख में सीमा पर भारत और चीन की सेनाओं का आक्रामक रुख बरकरार है और आने वाले कुछ दिनों में इस गतिरोध को खत्म करने का समाधान तलाशने के लिये बातचीत के कई दौर होंगे। इसी मुद्दे पर दोनों पक्ष आज एक और दौर की मेजर जनरल स्तर की वार्ता करने वाले हैं।
भारत-चीन के बीच जारी तनाव पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान की सशस्त्रों बलों के सेवानिवृत्त अधिकारियों के एक समूह ने कड़ी निंदा की है। सेवानिवृत्त अधिकारियों ने राहुल के बयानों को गलत सोच से प्रभावित और राष्ट्रीय हितों के खिलाफ बताया।
चीन और नेपाल सीमा विवाद को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने भाजपा और कांग्रेस के चल रहे आरोप-प्रत्यारोप पर निशाना साधा। उन्होंने सभी राजनीतिक पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देशहित में ही सोचने की सलाह दी है।
लद्दाख में एलएसी पर चीन भले विवाद कम करने की बात कर रहा है, लेकिन उसके सैनिकों के युद्धाभ्यास करने की तस्वीरें और वीडियो लगातार आ रहे हैं। इसे लेकर लद्दाख में सीमा पर चीन से जारी तनाव के बीच भारतीय सेना पूरी तरह सतर्क और तैयार है।
जो क्षेत्र अभी तक भारतीय नियंत्रण में हैं, वहां चीनी सैनिकों ने शिविर लगाकर यथास्थिति को बदलने का प्रयास किया है। इससे पहले दोनों देशों के मेजर जनरल रैंक के अधिकारियों के बीच दो जून को वार्ता हुई थी, जिसका कोई निर्णय नहीं निकल पाया था।
भारत-चीन की बातचीत पर आधिकारिक बयान सामने आया है। सेना ने कहा है कि दोनों देशों के अधिकारी आपस में बातचीत करते रहेंगे।
दक्षिण एशिया के मामलों पर नजर रखने वाले एक शीर्ष अमेरिकी विशेषज्ञ ने कहा है कि भारत और चीन की सीमा पर वर्तमान में जो हालात हैं वह बताते हैं कि भारत के अपनी सीमाओं पर यथास्थिति बनाए रखने के दीर्घकालिक प्रयासों का चीन सम्मान नहीं करता है।
आपको बता दें कि चीन की भारत के साथ 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा है जो 4 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश से जुड़ती है। चीनी सैनिकों ने गलवान घाटी और पैंगोंग झील के इलाके में घुसपैठ की है जिसके चलते ताजा विवाद पैदा हुआ है।
भारत और चीन के बीच LAC पर जारी गतिरोध के बीच कल भारतीय सेना और चीन की पीएलए के बड़े अधिकारियों के बीच बैठक होनी है। इंडिया टीवी को मिली जानकारी के मुताबिक़ ताजा गतिरोध के दौरान पहली बार दोनों सेना के लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अधिकारियों के बीच बैठक होनेवाली है।
भारत और चीन के बीच लद्दाख में जारी तनाव के बीच पिछले एक महीने से दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने हैं। इस मसले को बातचीत से हल करने पर काम जारी है। वहीं चीन अब दोनों देशों की लगती दूसरी सीमा तक तनाव फैलाने लगा है।
चीन ने बुधवार को कहा कि भारत के साथ मौजूदा गतिरोध के समाधान के लिए किसी ‘‘तीसरे पक्ष’’ की मध्यस्थता की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि दोनों देशों के पास सीमा संबंधी संपूर्ण तंत्र और संपर्क व्यवस्थाएं हैं जिनसे वे वार्ता के जरिए अपने मतभेदों का समाधान कर सकते हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लद्दाख में चीनी सैनिकों की कथित घुसपैठ से जुड़ी खबरों की पृष्ठभूमि में आज सवाल किया कि क्या सरकार इसकी पुष्टि कर सकती है कि चीन का कोई सैनिक भारतीय सीमा में दाखिल नहीं हुआ?
अमेरिका के एक शीर्ष सांसद ने चीन को 'धौंस दिखाने वाला' करार देते हुए भारत के लिए खिलाफ उसकी आक्रमकता पर चिंता जताई है और बीजिंग से नियमों का सम्मान करने तथा नयी दिल्ली के साथ सीमा विवाद को सुलझाने के लिए कूटनीति एवं मौजूदा प्रणालियों का प्रयोग करने की अपील की है।
सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है चीन के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के बीच कोई बात नहीं हुई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद पर बड़ा बयान दिया है। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के विवाद से खुश नहीं हैं।
भारत-चीन तनाव के बीच इंडिया टीवी के खास कार्यक्रम 'कमांडर कॉन्फ्रेंस' पूर्व भारतीय सेना प्रमुख जनरल (रिटायर) वीपी मलिक ने इस बात से इंकार किया कि यह तनाव भारत-चीन के बीच एक और युद्ध का कारण बनेगा।
भारतीय सेना के टॉप कमांडर्स ने कल दिनभर पूर्वी लद्दाख के हालात पर रिव्यू मीटिंग की। वहीं दूसरी तरफ जब मोदी सरकार ने चीन के एग्रेसन का जवाब देने की ठानी तो चीन बैकफुट पर आ गया।
संपादक की पसंद