भारत-चीन के बीच वास्तवि नियंत्रण रेखा पर 3 वर्षों से अधिक समय से चले आ रहे जबरदस्त तनाव को कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। 21वें दौर की सैन्य वार्ता में भारत और चीन की सेनाएं सीमा पर शांति और सौहार्द्र कायम रखने के लिए सहमत हुई हैं। हालांकि विवादित क्षेत्रों का अब भी कोई हल नहीं निकल सका है।
साल 2020 में गलवान में चीन और भारतीय सेना के बीच हुई झड़प के बाद से अबतक सीमा पर तनाव बना हुआ है। चीन ने सीमा पर बड़ी तैनाती कर रखी है तो वहीं भारत की ओर से भी जवाब दिया जा रहा है।
जून 2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए भीषण संघर्ष में करीब 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं दुश्मन चीन के 40 जवान मारे गए थे। गलवान में शहीद हुए भारतीय जवानों में से एक सैनिक की पत्नी ने भी सेना ज्वाइन कर लिया है। शहीद जवान की पत्नी को बतौर लेफ्टिनेंट लद्दाख क्षेत्र में ही तैनाती दी गई है।
भारत और चीन सीमा से लगे गलवान घाटी और तवांग में सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद अब ड्रैगन ने डेमचोक व देपसांग क्षेत्र में अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है। चीन की आपत्तिजनक गतिविधियों पर भारतीय सेना की पैनी नजर है। आपको बता दें कि डेमचोक और देपसांग भारत-चीन सीमा विवाद के नए पिन प्वाइंट बन गए हैं।
भारतीय सेना के जवानों ने चीन की सीमा से लगे लद्दाख क्षेत्र में 14 हजार 500 फीट की ऊंचाई पर और शून्य से नीचे डिग्री तापमान में क्रिकेट खेलकर दुश्मन को भी हक्का-बक्का कर दिया है।जिस बर्फीले पहाड़ पर कुछ सेकेंड और मिनट तक खड़े रह पाना मुश्किल होता है और जहां रगों का खून भी सर्द होने लगता है,जहां सांसें बर्फ बनने लगती हैं।
India Vs China @ LAC: पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) को भारत लगातार अभेद्य किला बनाने में जुटा है। पिछले तीन वर्षों में भारत ने एलएसी पर सड़कों के निर्माण से लेकर, सैन्य ठिकानों, बंकरों, रैंप, एयरक्राफ्ट लैंडिंग साइट्स, हाई स्पीड नेटवर्किंग से लेकर अन्य बुनियादी जरूरतों का जबरदस्त विकास किया है।
India Vs China: भारत और चीन के बीच सीमा विवाद की वैसे तो कई वजहें हैं, लेकिन भाजपा के ही एक सांसद ने दोनों देशों के बीच नित होने वाले विवाद की नई वजह बताई है। लद्दाख से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने सोमवार को कहा कि भारत-चीन के बीच सीमांकन नहीं हुआ है।
India VS China @ LAC Laddakh: भारत और चीन की सीमा पर आखिर अचानक इतनी हलचल क्यों है, क्या पूर्वी लद्दाख से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर कुछ बड़ा होने वाला है?...आखिर भारत को क्यों पूर्वी लद्दाख में अचानक मिसाइलों और टैंकों की तैनाती करनी पड़ी है?
India China Ladakh News : पूर्वी लद्दाख बॉर्डर के करीब होतान एयरपोर्ट पर 25 लड़ाकू विमानों को तैनात कर दिया है। इससे पहले यहां चीन केवल मिग-21 जैसे विमान ही रखता था।
भारत और चीन के बीच लद्दाख में बीते कई महीनों से लगातार तनाव बना हुआ है। दोनों देश इस तनाव को दूर करने के लिए कई स्तरों पर वार्ता भी कर चुके हैं।
लद्दाख सीमा पर भारतीय सैनिकों ने एक चीनी सैनिक को पकड़ा है। इस चीनी सैनिक के पास से कई दस्तावेज बरामद किए गए हैं। अभी तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक डेमचोक इलाके में चीनी सैनिक को पकड़ा गया है।
भारत और चीन के बीच लद्दाख में सीमा विवाद को सुलझाने के लिए सोमवार को हुई कोर कमांडर स्तर की बातचीत बेनतीजा रही।
सेना की तरफ से कहा गया है कि दोनो तरफ के नेताओं के बीच तनाव कम करने को लेकर जो जरूरी सहमति बनी है उसे लागू करने को लेकर भी कमांडर स्तर की बैठक में बात हुई है
भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद सुलझाने के लिए मोल्डो में 14 घंटे लंबी कूटनीतिक-सैन्य वार्ता की। दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच हुई वार्ता, विचार-विमर्श का विवरण अभी तक जारी नहीं किया गया है।
दोनों देशों ने अपनी-अपनी तरफ से बातचीत के लिए विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किए हुए थे, भारत की तरफ से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल और चीन की तरफ से विदेश मंत्री वांग यी को नियुक्त किया गया था।
शुक्रवार को लेह के लिए पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का दौरा निर्धारित था लेकिन गुरुवार को अचानक उसे रद्द कर दिया गया था। उस समय कुछ लोगों के अलावा शायद ये कोई नहीं जानता था कि रक्षा मंत्री का दौरा क्यों रद्द हुआ है।
भारत और चीन के विवाद के बीच भारतीय वायु सेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया लेह और श्रीनगर के दो दिवसीय दौरे पर थे। वहीं, सीमा विवाद के मद्देनजर वायु सेना ने अपने लड़ाकू विमानों और अपनी सैन्य संपत्ति को हवाई ठिकानों पर तैनात करना शुरू कर दिया है।
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