22 और 23 जुलाई को होने वाली भारतीय वायुसेना की कॉन्फ्रेंस बैठक काफी अहम मानी जा रही है, क्योंकि इस बैठक में पूर्वी लद्दाख में जारी हालात पर आगे की रणनीति और राफेल की तैनाती को लेकर चर्चा की जाएगी।
भारत और चीन के बीच गलवान में तनाव के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज दो दिवसीय दौरे पर लद्दाख पहुंचे। राजनाथ सिंह सेना के विशेष प्लेन से लेह के पहुंचे। रक्षामंत्री का ये दौरा प्रधानमंत्री के दौरे के करीब पंद्रह दिन बाद हो रहा है।
भारतीय थल सेना ने पूर्वी लद्दाख में तनाव घटाने पर भारत और चीन के बीच चौथे चरण की लंबी सैन्य बातचीत के बाद आज गुरुवार को कहा कि दोनों देश अपने-अपने सैनिकों को पूरी तरह से पीछे हटाने के लिये प्रतिबद्ध हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने यहां एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि पश्चिमी क्षेत्र में सीमावर्ती सैनिकों की और वापसी को बढ़ावा देने के लिये दोनों पक्षों में सहमति पर प्रगति हुई है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिन के दौरे पर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जाएंगे, जहां पर वो लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के साथ-साथ LoC भी जाएंगे।
पूर्वी लद्दाख के चुशूल में कल (14 जुलाई, मंगलवार) भारत और चीन के बीच कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता होगी।
वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से सेनाओं के हटने के मुद्दे पर चीनी प्रशासन के साथ दूसरे चरण की बातचीत की रपटों के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि लोग इस पूरी प्रक्रिया और इसकी प्रगति पर नजर रखेंगे।
भारत और चीन की सैन्य तैयारियों का एक अमेरिकी रिपोर्ट ने विश्लेषण किया है। रिपोर्ट में दावा किया है कि युद्ध की स्थिति में भारत चीन से आगे निकल सकता है।
LAC पर तनाव अब कुछ कम है। चीन की पूरी रणनीति को भारतीय सेना ने बाजा बजा दिया। गलवान में चीन को किस तरह से मुंह की खानी पड़ी, ये बात वहां के पत्रकार अब टीवी पर करने लगे हैं। देखिए ये खास रिपोर्ट।
चीन अब शांति की बात कर रहा है, लेकिन उसपर भरोसा करना बहुत मुश्किल है। अगर उसने इसबार गुस्ताखी की तो भारतीय सेना महज 15 मिनट में उसका खेल खत्म कर देगी। देखिए ये खास रिपोर्ट।
भारतीय वायुसेना लद्दाख में हर स्थिति के लिए तैयार है। वायुसेना ने लद्दाख में सुखोई, ग्लोबमास्टर, चिनूक हेलीकॉप्टर, अपाचे हेलीकॉप्टर तैनात किए हुए हैं।
दिव्यांगजनों के लिए इंडिया टीवी का विशेष समाचार बुलेटिन |
लद्दाख में LAC पर तनाव कुछ कम होता नजर आ रहा है। चीन ने LAC से अपने सैनिक हटाने के लिए राजी हो गया है। गलवान घाटी से चीन ने अपने सैनिक हटाने भी शुरू कर दिए हैं।
लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच disengagement के संकेत मिलने शुरू हो गए हैं। दोनों पक्षों के सैनिकों ने गलवान क्षेत्र में पैट्रोलिंग पॉइंट 14 पर वापस जाना शुरू कर दिया है।
माइकल कुगलमन ने कहा कि न चीन भारत के साथ अपने रिश्ते पूरी तरह खत्म करना चाहता है और न ही भारत ऐसा चाहता है दोनों को कई वैश्विक मंचों पर एक-दूसरे की जरूरत है।
दोनों देशों ने अपनी-अपनी तरफ से बातचीत के लिए विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किए हुए थे, भारत की तरफ से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल और चीन की तरफ से विदेश मंत्री वांग यी को नियुक्त किया गया था।
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव में कमी का संकेत देते हुए, भारतीय और चीनी सेनाओं ने पारस्परिक रूप से स्टैंड-अप साइटों से अपने सैनिकों को वापस खींचना शुरू कर दिया है।
भारतीय वायु सेना (IAF) के फाइटर जेट्स - सुखोई Su-30MKI और अपाचे हमले के हेलीकॉप्टरों ने पिछले महीने पूर्वी लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के हमले के बाद एलएसी पर नजर रखने के लिए गश्त शुरू कर दी है।
भारतीय वायु सेना (IAF) ने भारत-चीन सीमा के पास एक फारवर्ड एयरबेस पर Su-30MKI और मिग-29 लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरी।
लद्दाख में LAC पर तनाव जारी है। इस तनाव के बीच कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार से सवाल कर रहे हैं।
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