किर्गिस्तान में फंसे हुए लोगों के परिवारों ने आरोप लगाया है कि विदेश में उन्हें टॉर्चर किया जा रहा है और लोकल एजेंट उनकी वापसी के लिए 2 लाख रुपये तक मांग रहे हैं।
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक युवक अपने कटे हुए हाथ के साथ मेहनत और लगन से मजदूरी करता नजर आ रहा है। इस वीडियो ने लाखों लोगों का ध्यान खींचा और इसे देखकर हर कोई इस युवक की जिंदादिली और हिम्मत की तारीफ कर रहा है।
दिल्ली में मजदूरी करने गया एक युवक प्रेम में ऐसा पड़ा कि कुछ ही महीने में अपनी प्रेमिका को लेकर गांव लौट आया। इस प्रेम कहानी की चर्चा बिहार के बांका में खूब जोर-शोर से हो रही है।
दिल्ली में सत्ता परिवर्तन के साथ-साथ बीजेपी सरकार एक के बाद एक बड़ा फैसले ले रही है। अब रेखा गुप्ता सरकार ने राजधानी में काम करने वाले कुशल एवं अकुशल श्रमिकों के लिए खुशखबरी दी है।
बेंगलुरु के सरजापुर इलाके में निर्माणाधीन अपार्टमेंट से बिहार के तीन मजदूरों के शव मिलने से हड़कंप मच गया। बताया जाता है कि होली के जश्न के दौरान तीनों की हत्या कर दी गई।
होशियारपुर में एक व्यक्ति ने एक प्रवासी श्रमिक की हत्या कर दी। हत्या के बाद हमलावर ने शव को अलाव में फेंक दिया और मौके से फरार हो गया।
तमिलनाडु में काम की तलाश में गए समर खान की तबीयत बहुत खराब हो गई थी और उसे कई दिन तक वेंटिलेटर पर रखा गया था। एक अक्टूबर को समर खान ने दम तोड़ दिया।
घटना कटराज इलाके के येवलेवाड़ी स्थित ग्लास फैक्ट्री की बताई जा रही है। जहां रविवार दोपहर करीब 1.30 बजे ट्रक से कांच का समान उतारते वक्त गिर गया। जिससे 4 मजदूरों की मौत हो गई और 3 घायल हो गए।
एक इंसान आमतौर पर अपने सिर पर कितना वजन लाद सकता है। ज्यादा से ज्यादा 100 किलो, इससे ज्यादा तो असंभव सा है। लेकिन सोशल मीडिया पर एक मजदूर का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह एक के बाद एक अपने सिर पर 8 बोरे लादकर उन्हें उनके जगह पर पहुंचाते हुए दिख रहा है।
रांची के पास स्थित खीराबेडा गांव के रहने वाले बेदिया के साथ 12 और लोग आजीविका के लिए एक नवंबर को उत्तरकाशी गए थे। सौभाग्य से इनमें से केवल तीन लोग सुरंग में थे। सुरंग में फंसे 41 मजदूरों में से 15 झारखंड के विभिन्न जिलों के थे।
तीनों घायल मजदूरों की पहचान अनमोल, हीरालाल और पिंटो कुमार के रूप में हुई है। ये तीनों बिहार के सुपौल जिले के रहने वाले हैं।
तीनों मजदूर ओडिशा से बेंगलुरु नौकरी करने के लिए गए थे। ये 12 लोगों के उस ग्रुप का हिस्सा थे, जो दो महीने पहले बालूगांव के एक बिचौलिए की मदद से बेंगलुरु गए थे। इसके बाद उन्हें एक कंपनी में काम मिल गया लेकिन मालिक ने उन्हें सैलरी देने से मना कर दिया।
उपेन राय ने बताया कि वह 2014 से इन सिक्कों को इकट्ठा कर रहा था। आखिरकार जब उसके पास डेढ़ लाख रुपये जमा हो गए तो उसने अपनी जमा पूंजी से....
अचानक गैस लीक होने से मजदूरों में अफरा-तफरी मच गई। दम घुटने से पांच मजदूरों की मौत होने की खबर है।
कोरोना और महंगाई की दोहरी मार झेल रहे श्रमिक वर्ग को दिल्ली सरकार ने न्यूनतम मजदूरी बढ़ाकर राहत देने की कोशिश की है।
भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर आ चुकी है ऐसे में दूसरा लॉकडाउन अगर लगाया जाता है तो इससे न केवल इंडस्ट्री को बल्कि अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचेगा।
कृषि मजदूरों के लिए महंगाई दर बढ़कर 2.67 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो कि जनवरी के महीने में 2.17 प्रतिशत पर थी। वहीं ग्रामीण मजदूरों के लिए खुदरा महंगाई दर बढ़कर 2.76 प्रतिशत हो गई है , जो कि इससे पिछले महीने में 2.35 प्रतिशत पर थी।
मध्य प्रदेश के गुना जिले में गरीब आदिवासियों को बंधुआ मजदूर बनाया गया और उनके साथ अमानवीय कृत्य किया गया। काम करने में आनाकानी करने पर गर्म तेल में हाथ तक जलाए गए।
पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले में अपने पैतृक गांव पहुंचे 13 प्रवासी कामगारों को स्थानीय लोगों ने क्वारंटीन सेंटर में प्रवेश नहीं करने दिया। इसके चलते अब ये श्रमिक जंगल में टेंट बनाकर रह रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों से बिहार लौटे मजदूर अब काम करने के लिए बाहर नहीं जाना चाहते।
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