उत्तराखंड के हरिद्वार में कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते प्रसार के चलते पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी ने 17 अप्रैल को कुंभ मेला समापन की घोषणा कर दी है।
हरिद्वार कुंभ मेला में शामिल हुए निर्वाणी अखाड़ा के महामंडलेश्वर कपिलदेव की कोरोना संक्रमित होने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई।
उत्तराखंड में चल रहे महाकुंभ में कोरोना विस्फोट हुआ है। यहां अप्रैल 10-14 के बीच 1701 तीर्थयात्री और साधु कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। बता दें कि मेले में कई धर्मिक संगठन के प्रमुखों ने कोरोना टेस्ट कराने से इंकार कर दिया था।
कुंभ में शामिल होकर कर्नाटक लौटने वाले श्रद्धालुओं को RTPCR टेस्ट करवाना होगा
महामारी को नकारते हुए, भक्त बुधवार 14 अप्रैल को कुंभ मेले के तीसरे शाही स्नान के लिए हरिद्वार में हरि की पौड़ी में गंगा में डुबकी लगाने के लिए एकत्र हुए।
कुंभ मेले में पिछले तीन दिनों में कोरोना के 1200 से ज्यादा मामले सामने आए हैं।
हरिद्वार ने केवल दो दिनों में 1,000 से अधिक COVID-19 मामलों की सूचना दी | लाखों लोगों ने 12 अप्रैल को दूसरे शाही स्नान में गंगा में डुबकी लगाई। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री टीएस रावत ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि गंगा नदी में पवित्र स्नान करने से कोरोना नहीं फैलेगा |
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, पहले शाही स्नान के बाद हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ मेले में कम से कम 102 श्रद्धालु और 20 साधु कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
कोरोना की गाइडलाइन के बीच महाकुंभ में आज तीसरा शाही स्नान आयोजित है | आम जनता को ब्रम्हा कुंड पर सुबह 7 बजे तक ही जाने की अनुमति दी गई है, उसके बाद क्षेत्र को अखाड़ों के लिए आरक्षित किया जाएगा।
शाही स्नान के लिए जाते साधु संतों पर उत्तराखंड सरकार की ओर से हैलीकॉप्टर से लगातार पुष्पवर्षा की जाती रही, जिससे वातावरण दिव्य बन गया।
Haridwar Kumbh Mela 2021: हरिद्वार में चल रहे कुंभ मेले में आज दूसरा शाही स्नान है। इस खास मौके पर गंगा नदी में डुबकी लगाने के लिए बहुत बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार आए हुए हैं।
कुंभ मेला 2021: देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों भक्तों के हरिद्वार में हर की पैरी में पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाने की उम्मीद है। कुंभ मेले में आज दूसरा शाही स्नान है जो 12 साल बाद यहां आयोजित किया जा रहा है। 2016 में हरिद्वार में अर्ध कुंभ मेला लगाया गया था।
तीर्थ में आज करिए हरिद्वार में चल रहे कुंभ और मां गंगा के पवित्र दर्शन। इन दिनों हरि की नगरी हरिद्वार में कुंभ मेला चल रहा है। इस खास मौके पर दूर-दूर से भक्त मां गंगा में स्नान कर पुण्य कमाने पहुंच रहे हैं।
हरिद्वार में चल रहे कुंभ मेला में कोरोना की लेकर छपी खबर सरकार की प्रतिक्रिया सामने आई है और इस खबर गलत बताया गया है। इस खबर में कुंभ मेला को सुपर स्प्रेडर इवेंट बताया गया था।
एसपी जीआरपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि कुंभ मेले में 12 से 14 अप्रैल के बीच शाही स्नान को देखते हुए हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर 11 से 14 अप्रैल तक ट्रेनें नहीं आएंगी। उन्होंने बताया कि ट्रेनें को ज्वालापुर, रुड़की और लक्सर रेलवे स्टेशनों पर रुकेंगी और यहीं पर श्रद्धालु उतरेंगे।
कुंभ नगरी हरिद्वार के सप्त सरोवर स्थित गीता कुटीर आश्रम में कोरोना वायरस संक्रमण के 32 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इस आश्रम में रह रहे कर्मचारियों और संस्कृत पाठशाला के विद्यार्थियों को कोरोना संक्रमित पाया गया।
हरिद्वार में चल रहे कुंभ के दौरान ऋषिकेश के होटल ताज में 76 लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद हड़कंप मच गया है। जिला प्रशासन ने होटल को तीन दिनों के लिए बंद कर दिया है।
हरिद्वार में 1 अप्रैल से आम लोगों के लिए कुंभ की औपचारिक शुरूआत होने जा रही है। इसके चलते उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओमप्रकाश हरिद्वार में कुंभ के कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं।
हरिद्वार कुंभ के संबंध में औपचारिक अधिसूचना जारी कर दी गयी है। 12 वर्ष में एक बार होने वाले इस धार्मिक आयोजन की अवधि कोरोना वायरस के मद्देनजर पहली बार घटा कर एक माह कर दी गई है।
महाशिवरात्रि के मौके पर महाकुंभ के पहले शाही स्नान में लाखों की तादाद में श्रद्धालु हरिद्वार में पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाई। आईजी कुंभ मेला संजुय गुंज्याल ने बताया कि अबतक 22 लाख से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। अब 'हर की पौड़ी' को खाली कराया जा रहा है क्योंकि अखाड़े शाही स्नान के लिए आने की तैयारी कर रहे हैं।इससे पहले बुधवार को सीएम पद संभालते हुए मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों को पहले शाही स्नान में श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा करने के निर्देश दिए।
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