Mahakumbh 2025: प्रयागराज के संगम तट पर होने वाली इस कैबिनेट बैठक में योगी सरकार के 54 मंत्री हिस्सा लेंगे। योगी सरकार इस बैठक में कई बड़े फैसले ले सकती है।
प्रयागराज के महाकुंभ में किन्नर अखाड़े में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंच रही है। 10 साल पहले किन्नर समुदाय को अखाड़ा रजिस्टर्ड कराने में विरोध का सामना करना पड़ा था, लेकिन अब समाज में उनकी स्वीकृति बढ़ रही है।
किन्नर अखाड़े में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं और आशीर्वाद ले रहे हैं। इसे लेकर किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर ने कहा कि हमें उम्मीद है कि लोग हमें स्वीकार करेंगे। श्रद्धालु हमारा आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं।
Mahakumbh 2025: ममता पांच साल की उम्र से ही साधना कर रही हैं, लेकिन परिवार ने दो महीने पहले जबरन उनकी शादी करा दी थी। ऐसे में उन्होंने परिवार से बात की और महाकुंभ में आकर साध्वी बन गईं।
Maha Kumbh Mela 2025: धार्मिक मान्यता है कि महाकुंभ में भाग लेने से व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिलती है और समृद्धि, शांति की प्राप्ति होती है। महाकुंभ में हर 12 वर्षों बाद करोड़ों-करोड़ श्रद्धालु एकत्र होते हैं।
Mahakumbh 2025: महाकुंभ मेले में एक ऐसे बाबा चर्चा में हैं, जिनके सिर पर 24 घंटे सफेद रंग का कबूतर बैठा रहता है। इन बाबा का नाम रंगपुरी है। सफेद रंग के कबूतर का नाम हरिपुरी है।
Mahakumbh 2025: महाकुंभ मेले में 30 पीपे के पुल का निर्माण किया गया है। इन पुलों से भारी वाहन गुजरते हैं। साथ ही लाखों की संख्या में पैदल चलने वाले श्रद्धालु इन पीपे के पुलों से होकर गुजरते हैं।
Mahakumbh Mela History: महाकुंभ का आयोजन 12 साल बाद ही क्यों लगता है और कुंभ मेला का इतिहास क्या है। कुंभ से जुड़ी हर जरूरी बातें जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
Mahakumbh: महाकुंभ नगर में सेक्टर 16 में किन्नर अखाड़ा के सामने श्री हरि दिव्य साधना पीठ, प्रतापगढ़ के शिविर में सोमवार को आग लग गई। हालांकि, लोगों ने सूझ-बूझ से आग पर काबू पा लिया।
Mahakumbh: प्रयागराज महाकुंभ में प्रसिद्ध हुए IITian बाबा अभय सिंह को जूना अखाड़ा शिविर से निकाल दिया गया है। आइए जानते हैं क्या है इस कार्रवाई का कारण।
महाकुंभ मेले में राष्ट्रपति, पीएम मोदी और गृहमंत्री भी आएंगे। 22 जनवरी को कुंभ कैबिनेट भी है, इसे लेकर सीएम योगी ने खास दिशा निर्देश जारी किए हैं। जानिए क्या हैं?
Mahakumbh 2025: प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान सैकड़ों महिला और पुरुष साधुओं को संन्यास की दीक्षा दी गई। इस दौरान साधुओं ने खुद का पिंडदान किया। जूना अखाड़े ने सौ से ज्यादा महिलाओं को संन्यास की दीक्षा दी, जबकि नीरजनी अखाड़े ने नागाओं का विजया संस्कार किया।
Mahakumbh 2025: महाकुंभ में नागा साधु की दीक्षा लेने के लिए हजारों की संख्या में आवेदन आए हैं। बता दें कि नागा साधु बनने के लिए बहुत ही कठिन परीक्षा से होकर गुजरना पड़ता है।
Naga Sadhus: नागा साधुओं के लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठते हैं। तो आज यहां जानिए नागा बाबाओं के बारे में सबकुछ। नागा बनने के लिए किन कठिन परीक्षाओं से गुजरना पड़ता है और कुंभ के बाद नागा साधु कहां चले जाते हैं।
महाकुंभ में लोगों के खोने के डर से श्रद्धालुओं के एक दल ने ऐसा जुगाड़ लगाया कि उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
Mahakumbh 2025: कुंभ मेला में अखाड़ा का खास महत्व होता है। सभी अखाड़ों के इष्ट देव अलग-अलग होते हैं। तो आइए जानते हैं कि कुल कितने अखाड़ा है और इनका क्या महत्व है।
Mahakumbh 2025: महाकुंभ में अमृत स्नान के दिन करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने आते हैं। इस दिन साधु-संत सबसे पहले स्नान करते हैं। तो आइए जानते हैं कि कुंभ में साधु-संत के लिए अमृत स्नान का क्या महत्व है।
महाकुंभ के कई रहस्य हैं...कई राज हैं...कई पहेलियां है...जिसमें सबसे बड़ी पहेली हैं नागा साधु..महाकुंभ में नागा क्यों आते हैं..महाकुंभ में निर्वस्त्र रहने वाले साधुओं का क्या काम..नागा साधुओं को अमृत स्नान में खास तरजीह क्यों दी जाती है..नागा अखाड़ों की शान क्यों कहे जाते हैं..
Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेले में आए रूस के एक संत की तस्वीरें सोशल मीडिया पर इन दिनों वायरल हो रही हैं। ये बाबा 'मस्कुलर बाबा' के नाम से मशहूर हैं।
प्रयागराज महाकुंभ के 6ठे दिन त्रिवेणी संगम में स्नान जारी है। पहले पांच दिनों में 7.29 करोड़ लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं। आज 30 लाख श्रद्धालुओं के स्नान करने की संभावना है। यह महाआयोजन 13 जनवरी को शुरू हुआ था।
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