प्रयागराज में 14 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 तक चलने वाले महाकुंभ के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने ‘ऑल टेरेन व्हीकल’ मंगवाए हैं ताकि आग लगने की घटनाओं से तुरंत निपटा जा सके।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने जा रहे महाकुंभ मेले के लिए तैयारियां जोरों पर हैं और इसी कड़ी में अखाड़ों को भूमि आवंटन का काम भी पूरा किया जा रहा है।
महाकुंभ मेला 12 साल में एक बार लगता है। इस बार का महाकुंभ मेला 2025 कब और कहां लगेगा, कब-कब शाही स्नान निर्धारित है, जानें सबकुछ और तारीख भी नोट कर लें।
कुंभ मेले के लिए प्रयागराज में तैरता हुआ पुल बनाया जा रहा है। इसके साथ ही दीवारों को पौराणिक पेंटिंग से सजाया जा रहा है। आवागमन के लिए स्मार्ट सड़क और रोशनी के लिए 40 हजार रिचार्जेबल बल्ब लगाए जा रहे हैं।
एमए खान ने कहा कि मुस्लिमों को संतों की मांग का स्वागत करना चाहिए और कुंभ मेले से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब मक्का मदीना में हिंदू नहीं जाते तो कुंभ में मुस्लिम क्यों जाएंगे।
सीएम योगी ने कहा कि 2019 कुंभ में कुल 5,721 संस्थाओं का सहयोग लिया गया था, जबकि महाकुंभ में लगभग 10 हजार संस्थाएं एक उद्देश्य के साथ कार्य कर रही हैं।
सिंहस्थ 2028 को लेकर प्रेस वार्ता में मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन की पहचान साधु संतों से है। हरिद्वार में जिस प्रकार साधु -संतों के अच्छे आश्रम बने हुए हैं, उसी प्रकार विकास के क्रम को जारी रखते हुए उज्जैन में भी साधु संतों के स्थायी आश्रम बनाने के प्रयास किए जाएंगे।
अब कुंभ में अपनों से बिछड़ना बीते दिनों की बात हो जाएगी। यूपी सरकार महाकुंभ 2025 को हाई-टेक’ खोया-पाया सिस्टम से सुरक्षित करने जा रही है।
कुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे ने स्पेशल MEMU ट्रेन चलाने का फैसला किया है। इसके अलावा रेलवे ने और भी कई कदम उठाए हैं ताकि मेले में आए लोगों को कोई परेशानी न हो।
प्रयागराज दौरे पर सीएम योगी ने महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि महाकुंभ के दौरान मांस-मदिर का बिक्री नहीं होगी। इसके अलावा उन्होंने संतों के साथ भी बैठक की।
प्रयागराज में अगले साल होने जा रहे महाकुंभ मेले में जहां एक तरफ करोड़ों लोगों के आने की उम्मीद है, वहीं बड़ी संख्या में लोग बगैर यहां आए भी इस महान आयोजन से जुड़ सकते हैं।
रेल मंत्री ने बताया कि प्रयागराज क्षेत्र से रोजाना 140 ट्रेनें चलाई जाएंगी। स्पेशल ट्रेनों के ट्रेनों के लिए 174 रैक प्लान किए गए हैं। मेमू या डेमू ट्रेन में 16 और लंबी दूरी की ट्रेनों में 20 डिब्बे हैं। स्पेशल ट्रेनों की संख्या 2019 में 695 से बढ़ाकर 2025 में 992 कर दी गई है।
यूपी के योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में धार्मिक, आध्यात्मिक और विरासत पर्यटन के स्थलों पर बड़ी संख्या में पर्यटक आए हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार बड़े पैमाने पर तैयारियां कर रही है, क्योंकि महाकुंभ 12 साल के अंतराल के बाद आयोजित हो रहा है। यह मेला दुनिया का सबसे विशाल, पवित्र, धार्मिक और सांस्कृतिक मेला है, जो 45 दिनों तक चलता है।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कुम्भ के 'शाही स्नान' का नाम बदलने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि शाही स्नान उर्दू शब्द है और ये मुगलों द्वारा दिया गया है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
रक्षाबंधन में महिलाओं को दो दिन मुफ्त में यात्रा का ऐलान करते हुए उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर ने बताया कि कुंभ मेला में डीजल-पेट्रोल गाड़ी नहीं चलेंगी। मेले को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए सात हजार नई बस और पांच सौ इलेक्ट्रिक बस खरीदी जा रही हैं।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने गोपनीय जांच में गड़बड़ी पाए जाने के बाद 13 संतों को अखाड़े से निष्कासित कर दिया है। इन संतों में कुछ महामंडलेश्वर भी शामिल हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले ही इस एक्सप्रेसवे का काम महाकुंभ-2025 से पहले करने का संकल्प लिया था। मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाली इस 594 किमी लंबे एक्सप्रेसवे से पश्चिमी यूपी और पूर्वी यूपी के बीच की दूरी काफी कम और यात्रा आसान हो जाएगी।
साल 2025 में प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ की तैयारियां जोरों-शोरों से की जा रही है। इसकी तैयारियां पिछले डेढ़ साल से की जा रही है। श्रद्धालुओं की सुवाधाओं को ध्यान में रखते हुए कई सुविधाओं को और बेहतर बनाया जा रहा है।
भारत में मंदिरों एवं अन्य धार्मिक आयोजनों के दौरान भगदड़ होने से बड़ी संख्या में लोगों की मौत की यह पहली घटना नहीं है। महाराष्ट्र के मंधारदेवी मंदिर में 2005 के दौरान हुई भगदड़ में 340 श्रद्धालुओं की मौत और 2008 में राजस्थान के चामुंडा देवी मंदिर हुई भगदड़ में कम से कम 250 लोगों की मौत ऐसी ही कुछ बड़ी घटनाएं हैं।
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