Mukul Rohatgi : केके वेणुगोपाल को कार्यकाल विस्तार का ऑफर दिया गया था लेकिन उन्होंने मना कर दिया है। अब उनकी जगह मुकुल रोहतगी देश के अटॉर्नी जनरल होंगे।
K. K. Venugopal: सरकारी सूत्र के मुताबिक वरिष्ठ अधिवक्ता के. के. वेणुगोपाल तीन और महीनों के लिए अटॉर्नी जनरल के रूप में बने रहने के लिए सहमत हैं। उनका कार्यकाल 30 जून, 2022 को समाप्त हो रहा है।
एक अधिवक्ता ने अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल को पत्र लिखकर हाल में एक समाचार पत्र को दिये गए साक्षात्कार के दौरान अधिवक्ता प्रशांत भूषण द्वारा की गई टिप्पणियों के लिए उनके खिलाफ आपराधिक अवमानना की कार्यवाही शुरू करने के वास्ते उनकी सहमति मांगी है।
CAG रिपोर्ट को आधार बनाते हुए केंद्र सरकार के वकील अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने राफेल की कीमत को सस्ता बताया और कहा कि ये कोई बांध या सड़क बनाने का मामला नहीं है बल्कि देश की सुरक्षा का मामला है।
राफेल सौदे को लेकर सुप्रीम कोर्ट में किस पक्ष ने क्या कहा चलिए जानते हैं
Let's hope everything goes up very well: Attorney General K. K. Venugopal
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