Farmer Protest Live Update: किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए 'दिल्ली चलो' विरोध मार्च के मद्देनजर सिंघू बॉर्डर और गाज़ीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने हरियाणा से दिल्ली आने वाले मार्गों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। इसके अलावा यूपी से दिल्ली में आने पर रोड भी सील कर दिए गए हैं।
किसान प्रतिनिधियों ने पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां से मुलाकात कर अपनी मांगें उनके सामने रखी। किसानों की मांग है कि कृषि कानूनों के खिलाफ 2020-21 के आंदोलन के दौरान उनके खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाएं।
बिपरजॉय से पहले गुजरात-मुंबई के तटीय इलाकों में आंधी-बारिश अरब सागर में उठा तूफान बिपरजॉय गुजरात की ओर बढ़ रहा है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर पिछले 50 दिन से किसान अपनी समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं, जबकि पिछले 29 दिन से यमुना प्राधिकरण के सलारपुर क्षेत्र में किसान धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।
किसान नेताओं ने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो 2024 के चुनाव में सभी पार्टियों को किसानों के रोष का सामना करना पड़ेगा।
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के बैनर तले 3 साल बाद आज दिल्ली के रामलीला मैदान में हजारों किसान फिर जुटे हैं। किसान नेता दर्शन पाल ने कहा, ''हर राज्यों में संयुक्त किसान मोर्चा बन चुका है। आंदोलन की तैयारी की घोषणा की जाती है।''
Delhi Kisan Mahapanchayat: दिल्ली के रामलीला मैदान में आज किसानों की महापंचायत है। Samyukt Kisan Morcha ने महापंचायत बुलाई है। महापंचायत में बड़ी संख्या में देशभर से किसान जुट रहे हैं।
किसान संगठनों के संयुक्त किसान मंच ने रविवार को बताया कि ‘किसान महापंचायत’ कृषि उत्पादों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गांरटी को लेकर दबाव बनाने के लिए बुलाई गई है।
किसानों का कहना है कि किसान आंदोलन के समय सरकार ने जो वादे किए थे वो अभी तक पूरे नहीं किए हैं। सरकार अपने वादों को भूल गई है। ऐसे में सरकार को उन वादों को याद दिलाने के लिए दिल्ली में महापंचायत की जाएगी।
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, "हमारे ऊपर कोरोना की गाइडलाइंस लागू नहीं होती। पहले भी आंदोलन हुआ और आगे भी होगा।"
Uttar Pradesh: भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि किसान यूनियन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ट्रैक्टर-ट्राली पर यात्रा करने से रोकने का पुरजोर विरोध करेगी।
Delhi Traffic Update: जंतर मंतर पर आयोजित होने जा रही किसान महापंचायत में बड़ी संख्या में किसानों के जुटने की संभावना है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक नोटिफिकेशन भी जारी किया है जिसमें बताया गया है कि लगभग 4-5 हजार किसानों के जुटने की आशंका है।
Delhi News: किसानों के कुछ समूहों ने दिल्ली में आने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। जंतर-मंतर पर जा रहे भाकियू नेता राकेश टिकैत और उनके समर्थकों को भी गाजीपुर बार्डर पार करते ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार उन 789 किसानों के परिजनों को आर्थिक मदद देने की प्रक्रिया पूरी कर चुकी है, जिनकी मौत कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन के दौरान हो गयी थी।
SKM Meeting In Ghaziabad: किसानों से जुड़े मुद्दे को लेकर एसकेएम फिर से आंदोलन करने की तैयारी में है। इसे लेकर योजना पर चर्चा के लिए संयुक्त किसान मोर्च ने कल यानी 3 जुलाई को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में बैठक बुलाई है।
Samyukt Kisan Morcha: एसकेएम ने आरोप लगाया कि केंद्र की बीजेपी सरकार ने ट्विटर पर केंद्र पर सवाल उठाने के लिए इन अकाउंट को बंद करने के लिए दबाव डाला है।
Agnipath Sceme: संगठन द्वारा 30 जून को अग्निपथ योजना के विरोध में देशभर के जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने आह्वान किया कि, हमें अपनी लड़ाई खुद ही लड़नी होगी।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने दीप सिद्धू के निधन पर दुख जताया है।
दरअसल दिल्ली की सीमाओं पर संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले देश के किसानों ने केंद्र सरकार के कृषि कानून को रद्द करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी हासिल करने और अन्य किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ एक लंबा आंदोलन चलाया था।
UP election में Rakesh Tikait ने India TV के Chunav Manch 2022 में कहा कि फसल सरकार खरीदती है, चुनाव आयोग नहीं खरीदता। किसान के मुद्दों पर टिकैत बोले-1968 को आधार वर्ष मानकर फसलों के भाव तय कर दो। हमारा यही कहना है कि फसलों के वाजिब दाम सरकार दे दे। टिकैत ने कहा कि स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को सरकार लागू कर दे, तो आज भी भाव गेहूं का 3 हजार रुपए क्विंटल हो जाएगा।
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