पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर घमासान मचा है.पंजाब के आंदोलनकारी किसान, दिल्ली कूच करना चाहते हैं.
राकेश टिकैत ने सरकार द्वारा दिल्ली जा रहे किसानों को रोकने के लिए रास्ते में कीलें बिछवाये जाने से जुड़े सवाल के जवाब में कहा, रास्ते में कीलें बिछाना किसी भी स्थिति में उचित नहीं है। वे अगर हमारे लिए कील लगाएंगे तो हम भी अपने गांव में कील लगा देंगे।
किसान संगठन और सरकार के बीच चौथे दौर की बातचीत फेल होने के बाद आज एक बार फिर किसान संगठन दिल्ली कूच करने जा रहे हैं...
आज नोए़डा में भी किसानों का मार्च होने जा रहा है... ये मार्च भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट ने बुलाया है... किसान अलग-अलग जगह से आकर नॉलेज पार्क मेट्रो स्टेशन पर जमा होंगे...
अपनी मांगों को लेकर किसान जिद पर अड़े हुए हैं और केंद्र सरकार से चार दौर की बार्ता के फेल होने के बाद वे दिल्ली में प्रदर्शन के लिए तैयार हैं। आज सुबह 11 बजे किसान दिल्ली कूच करेंगे। उन्हें रोकने के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। जानें पल-पल के अपडेट्स-
हरियाणा के डीजीपी ने पंजाब के डीजीपी को पत्र लिखकर कहा है कि जेसीबी और पोकलेन समेत तमाम तरह की मशीनें शंभू बॉर्डर और खनोरी बॉर्डर तक नहीं पहुंचनी चाहिए। इसे तुरंत मौके से हटाया जाए।
किसान संगठनों के 'दिल्ली मार्च' को रोकने के लिए हरियाणा बॉर्डर पर जबरदस्त किलेबंदी की गई है। दिल्ली पुलिस ने यात्रियों को राष्ट्रीय राजधानी में विशेष यातायात व्यवस्था के कारण 21 फरवरी को कुछ मार्गों से बचने की सलाह दी है।
सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि हमें रोकने के लिए हरियाणा के गांवों में अर्धसैनिक बल तैनात हैं। हमने कौन सा अपराध किया है? ऐसी सरकार को देश माफ नहीं करेगा।
21 फरवरी को नोएडा में घर से निकलने से पहले ट्रैफिक एडवाइजरी जरूर पढ़ें क्योंकि भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के पैदल मार्च की वजह से कई रास्तों को बंद किया गया है और कई रास्तों को डायवर्ट किया गया है।
प्रदर्शनकारी किसानों के मामले को लेकर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में मंगलवार को सुनवाई हुई। इस दौरान हाईकोर्ट ने किसानों को कड़ी फटकार लगाई है। साथ ही पंजाब सरकार से भी यह सुनिश्चित करने को कहा कि लोग कहीं भी बड़ी संख्या में एकत्र न हों।
हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के बाद पाया गया कि अंबाला, कैथल, जींद, हिसार, सिरसा, कुरुक्षेत्र और फतेहाबाद में हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं।
सरकार और किसानों के बीच चौथे दौर की बातचीत 24 घंटे के अंदर ही फेल हो गई। किसानों ने 21 फरवरी को दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। सरकार से बातचीत के बाद किसान संगठनों ने कहा कि सरकार के प्रस्ताव में कोई दम नहीं है।
किसानों और सरकार के बीच बातचीत विफल साबित हुई है। किसानों ने एमएसपी पर सरकार के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। किसान नेता सरवन सिंह पंडेर ने कहा कि 21 फरवरी को हम सुबह दिल्ली कूच करेंगे।
सोशल मीडिया पर शराब बांटते हुए एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दावा किया जा रहा है कि यह किसान आंदोलन के दौरान का है और शराब पीने वाले लोग किसान ही हैं। जबकि इसकी सच्चाई कुछ और ही है।
किसानों और सरकार के बीच आज रविवार को चौथे राउंड की बातचीत होगी। किसान अपनी मांगों को लेकर शंभू बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं।
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किसान नेता सरवन सिंह पंधेर का कहना है कि सरकार चाहे तो रातों रात अध्यादेश को लाकर एमएसपी को कानूनी गारंटी दे सकती है।
Kisan Andolan एक बार फिर से शुरू हो गया है। Farmers देश के कई राज्यों से चलकर दिल्ली आना चाहते हैं। वह यहां पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करना चाहते हैं। वहीं सरकार ने इन Farmers को Delhi से कई किलोमीटर दूर ही रोक दिया है।
किसानों के आंदोलन का आज पांचवां दिन है। कल एक बार फिर सराकार और किसानों के बीच आमने-सामने बैठकर वार्ता होगी। वहीं शंभू बॉर्डर किसानों ने शुक्रवार रात हंगामा किया जिसके चलते पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
किसान अपनी मांगों को लेकर अपनी जिद पर अड़े हुए हैं। इस बीच खबर ये है कि किसान आंदोलन के दौरान शंभू बॉर्डर पर तैनात एक सब इंस्पेक्टर और पंजाब के एक किसान की मौत हो गई है। दोनों की मौत हार्ट अटैक से हुई है।
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