अमेरिका में एक तरफ जहां चुनाव हो रहे हैं वहीं दूसरी तरफ उत्तर कोरिया ने समुद्र में एक के बाद एक कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागकर सनसनी मचा दी है।
उत्तर कोरिया ने हाल ही में एक नई अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल Hwasong-19 की टेस्टिंग की और दावा किया है कि यह मिसाइल अमेरिका की मुख्य भूमि तक हमला कर सकती है।
उत्तर कोरिया लगातार मिसाइलों का परीक्षण करता रहा है। इस बार उत्तर कोरिया ने बेहद घातक बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है। टेस्ट के दौरान उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन परीक्षण स्थल पर मौजूद थे।
दो साल से अधिक समय से जारी रूस-यूक्रेन जंग के और घातक होने की संभावना है। अब उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने रूस की मदद में हजारों सैनिक भेज दिए हैं। दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसियों ने इस बात का दावा किया है।
उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के खिलाफ आक्रामक रुख अपना लिया है। सड़क और रेल संपर्क मार्गों को भी ध्वस्त करने के बाद अब उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने कहा कि उनकी सेना हमला करने से पीछे नहीं हटेगी।
उत्तर कोरिया ने पहली बार ऐसा कदम उठाया है जिससे आने वाले दिनों में कोरिया प्रायद्वीप में हालात तेजी से बदल सकते हैं। उत्तर कोरिया ने अपने संविधान में संशोधन करते हुए दक्षिण कोरिया को दुश्मन देश बताया है।
दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया के बीच एक बार फिर तनाव बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा कि वह उत्तर कोरिया में विभिन्न गतिविधियों पर नजर रख रही है, जो सड़कों को ध्वस्त करने की तैयारी लग रही है।
उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर आरोप लगाया है कि उसने सीमा क्षेत्र का उल्लंघन करके उसे इलाके में ड्रोन उड़ाया है। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने दक्षिण कोरिया को कहा है कि ऐसी हरकत दोबारा कि तो उसके ऊपर हमला कर दिया जाएगा।
उत्तर कोरिया की तरफ से बड़ी बात कही गई है। उत्तर कोरिया की सेना ने कहा है कि वह दक्षिण कोरिया से लगती, सड़कों और रेलमार्गों से संपर्क को पूरी तरह से काट देगी।
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने एक बार फिर अपने दुश्मनों के खिलाफ परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की बात कही है। किम का यह बयान अमेरिका और दक्षिण कोरिया के खिलाफ आया है।
एक कार्यक्रम के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर से पूछा गया कि वह किम जोंग उन और जॉर्ज सोरोस में से किसके साथ डिनर करना पसंद करेंगे? इस पर उन्होंने ऐसा जवाब दिया कि लोग ठहाके लगाने लगे।
इजरायल ने 2 महीने पहले हमास चीफ इस्माइल हानिया और अब बीते शनिवार को हिजबुल्लाह चीफ सैय्यद हसन नसरल्लाह को मौत के घाट उतारकर मध्यपूर्व में हड़कंप मचा दिया है। इजरायल की यह बहादुरी दूसरे देशों में भी जोश भर रही है। इजरायल का जुनून देख दक्षिण कोरिया ने पहली बार उत्तर कोरिया को उसका शासन नष्ट करने की धमकी दे डाली है।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस बार उत्तर कोरिया ने जापान पर 2 बैलिस्टिक मिसाइल दागी है। जो उसके विशेष आर्थिक समुद्री जोन में जाकर गिरी है।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन अपने परमाणु बमों का जखीरा बढ़ाना चाहते हैं। अभी उनके पास करीब 50 परमाणु हथियार हैं। मगर वह इसकी संख्या 150 के पार ले जाना चाहते हैं। किम ने परमाणु हथियारों का जखीरा बढ़ाने के लिए प्रतिबंधित न्यूक्लियर यूरेनियम साइट का निरीक्षण किया है।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने एक बार फिर अपने खतरनाक इरादों को दर्शाया है। दक्षिण कोरिया ने शिकायत की है कि पड़ोसी देश ने समुद्र की ओर बैलिस्टिक मिसाइल दागी है। इसकी क्षमता से लगता है कि इसे दक्षिण कोरिया को निशाना बनाने के लिए तैयार किया गया है।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन अपने देश की परमाणु शक्ति को और बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने एक भाषण के दौरान कहा था कि उत्तर कोरिया को गंभीर खतरा है।
दुनिया का सबसे खूंखार तानाशाह किम जोंग अपने अजीबोंगरीब और खौफनाक आदेश के चलते फिर चर्चा में है। दक्षिण कोरियाई मीडिया का दावा है कि किम जोंग ने अपने करीब 30 अफसरों को फांसी पर लटका कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया।
उत्तर कोरिया ने आत्मघाती ड्रोन्स का परीक्षण किया है। आत्मघाती ड्रोन्स के परीक्षण का निरीक्षण किम जोंग उन खुद किया। उत्तर कोरिया ने यह परीक्षण ऐसे समय पर किया गया जब अमेरिका और दक्षिण कोरियाई सेनाएं संयुक्त युद्धाभ्यास कर रही हैं।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के स्वास्थ्य को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। दक्षिण कोरिया की स्पाई एजेंसी का कहना है कि किम जोन उन के अधिकारी विदेश से दवाएं मंगाने के बारे में सोच रहे हैं जिससे उनका इलाज हो सके।
उत्तर कोरिया ने अमेरिका-जापान और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास पर पानी फेरते हुए जवाब में 2 बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण करके सनसनी मचा दी है। दक्षिण कोरिया ने इसे किम जोंग की उकसावे वाली कार्रवाई करार दिया है।
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