उत्तर कोरिया के साथ परमाणु मुद्दे पर जारी गतिरोध सुलझाने के वैश्विक प्रयासों के बीच दक्षिण कोरिया एवं उत्तर कोरिया सोमवार को उच्च-स्तरीय शांति वार्ता करने जा रहे हैं।
सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में ट्रंप ने उत्तर कोरिया के नेता की प्रशंसा की।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि निकट भविष्य में वह उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग-उन के साथ दूसरी शिखर बैठक करेंगे। दोनों नेताओं के बीच पहली बैठक जून में सिंगापुर में हुई थी।
एक-दूसरे के प्रतिद्वंद्वी रहे उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के नेताओं ने गुरुवार को दोनों देशों के संबंधों में मिठास की एक नई उम्मीद जगा दी।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन और उत्तरी कोरियाई नेता किम जोंग उन ने बुधवार को अपनी शिखर वार्ता के अंत में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन मंगलवार को उत्तर कोरिया पहुंच गए। उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन ने मून का स्वागत किया।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दूसरी बैठक की मांग करने वाला उत्तर कोरिया के नेता का एक ‘‘सकारात्मक पत्र’’ मिला है। व्हाइट हाउस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ को वह पत्र प्राप्त हुआ है, जिसके बारे में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्हें उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन से ऐसा पत्र मिलने की अपेक्षा थी।
कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव कम होने के बाद अपने पहले सालाना रक्षा निरीक्षण में जापान ने आज उत्तर कोरिया के बारे में कहा कि वह अब भी ‘‘ गंभीर और आसन्न’’ खतरा बना हुआ है।
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून-जेई-इन और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के बीच तीसरी शिखर वार्ता की तैयारी के लिए दोनों कोरियाई देशों के अधिकारियों के बीच आज एक उच्च स्तरीय बैठक हो रही है।
संयुक्त राष्ट्र ने एक रिपोर्ट में कहा है कि उत्तर कोरिया ने अपना परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम बंद नहीं किया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के साथ अपने ‘‘ अच्छे संबंधों ’’ का बखान करते हुए प्योंगयोग द्वारा अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण केन्द्र को बंद किये जाने संबंधी खबरों का स्वागत किया।
ट्रंप ने गुरुवार को ट्विटर पर उस चिट्ठी को सार्वजनिक किया और कहा कि यह उन्हें उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग-उन से मिली थी।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ परमाणु निरस्त्रीकरण पर बात करने के लिए एक बार फिर उत्तर कोरिया पहुंचे हैं...
अपने परमाणु एवं मिसाइल कार्यक्रमों के चलते कई तरह के प्रतिबंध झेल रहे उत्तर कोरिया की माली हालत खराब है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रतिबंधों से टूट चुके उत्तर कोरिया ने अब चीन से मदद की गुहार लगाई है...
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन ने बीजिंग के साथ आर्थिक सहयोग बढ़ाने के स्पष्ट प्रयास में चीन से सटी अपनी देश की सीमा से लगे एक इलाके का दौरा किया। आधिकारिक समाचार एजेंसी केसीएनए की खबर के मुताबिक, किम ने उत्तरी प्योंगान प्रांत में सिंडो प्रदेश स्थित चीनी बागान का दौरा किया।
लेफ्टिनेंट जनरल ह्योंग जू-सोंग पर जवानों को तय सीमा से ज्यादा खाना और ईंधन बांटने के आरोप लगे थे, पिछले दिनों उन्हें अधिकारों का गलत इस्तेमाल करने और देशद्रोह का दोषी ठहराया गया था। इससे पहले भी किम बैठक में झपकी लेने पर अपने रक्षा प्रमुख ह्योंग योंग को मरवा चुका है।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने अमेरिकी सासंदो को बताया कि उत्तर कोरिया से अभी भी परमाणु खतरा बना हुआ है। हालांकि पोम्पियो ने डोनाल्ड ट्रंप के उस ट्वीट का बचाव किया, जिसमें प्योंगयांग को खतरा नहीं बताया गया था।
ट्रंप की यह टिप्पणी तब आई है जब एक पखवाड़े से भी कम समय पहले उन्होंने सिंगापुर में किम जोंग उन के साथ ऐतिहासिक शिखर वार्ता की जिसमें उत्तर कोरियाई नेता परमाणु निरस्त्रीरकण के लिए राजी हुए।
डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई अपनी ऐतिहासिक शिखर वार्ता के बाद अपने प्रमुख सहयोगी चीन के प्रति वफादारी दिखाते हुए किम ने कहा कि बीजिंग के साथ प्योंगयांग की ‘‘दोस्ती’’ निर्बाध चलने वाली है।
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