आपने अक्सर सुना होगा कि बड़ी बीमारी दबे पांव हमारे शरीर मेें प्रवेश कर जाती है। लेकिन ध्यान दिया जाए तो यह बीमारी शरीर में जब पनपती है तो शरीर के दूसरे अंगों में असर करती है। और आज इसी के सिलसिले में बात करेंगे।
पिछले कुछ सालों में किडनी से जुड़ी बीमारियों से होने वाली मौतों में काफी इजाफा हुआ है। बावजूद इसके प्राय: लोग किडनी से जुड़ी समस्याओं के लक्षण समझ नहीं पाते और डॉक्टर के पास तब जा पाते हैं जब समस्या बहुत अधिक बढ़ चुकी होती है और बचने के अवसर बेहद कम होते हैं।
किडनी हमारे शरीर को साफ करता है लेकिन हमारी खराब लाइफस्टाइल और खानपान इसे खराब कर सकती है। आज की लाइफस्टाइल इतनी ज्यादा खराब हो गई है जिसकी वजह से वह हमारे शरीर पर बुरा असर डालता है।
ये तो हम सभी जानते हैं कि तेजपत्ते का इस्तेमाल सब्जी बनाते वक्त मसाले के तौर पर किया जाता है। पर क्या आपको यह मालूम हा कि इन पत्तियों में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं।
क्या आपको पता है हर साल लगभग 850,000 लोग किडनी खराब होने की वजह से मर जाते हैं। और यह बस आपकी खराब लाइफस्टाइल और खराब खान पान की वजह से होती है। क्योंंकि आपकी खराब लाइफस्टाइल का सीधा असर आपकी किडनी पर पड़ता है।
गुर्दा खराब होने पर मरीजों को डायलिसिस पर रहना पड़ता है जबकि आयुर्वेद में ऐसी दवाएं मौजूद हैं जो न सिर्फ गुर्दे के मरीजों को डायलिसिस पर जाने से बचाती हैं बल्कि डायलिसिस से छुटकारा भी दिला देती हैं।
नियाभर में गुर्दा संबंधी रोग से पीड़ित मरीजों में महिलाओं की तादाद पुरुषों से कहीं अधिक है, जिसका मुख्य कारण लापरवाही है। यह बात गुरुवार को यहां विश्व गुर्दा दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने कही।
आजकल की बीजी लाइफस्टाइल और खराब खानपान की वजह से कई तरह की बीमारी हमारे अंदर घर कर लेती है। यह बीमारी धीरे-धीरे हमारे शरीर में अंदर तक घर कर लेती है जिसका पता हमें तब चलता है जब यह बिल्कुल आखिरी स्टेज में पहुंच जाती है।
किडनी का फेल हो जाना या किडनी में अचानक से पत्थर हो जाना। ये सब आए दिन सुनते रहते है। ये बात को सबको पता ही होगा कि हमारी दोनों किडनियां हमारे लिए महत्वपूर्ण है। इन दोनों का सबसे महत्वपूर्ण काम होता है हमारे शरीर का विषैले पदार्थों को बाहर निकालना।
सर्दियों में पेशाब जल्दी-जल्दी लगती है। पेशाब जाने के डर से कुछ लोग पानी पीना कम कर देते हैं। लेकिन कम पानी पीने से शरीर को कई गंभीर बीमारियों का खतरा होता है।
किडनी की बीमारी का पता तुरंत नहीं चलता है। अगर किसी व्यक्ति की किडनी खराब है तो इसका असर धीरे-धीरे शरीर पर दिखता है। और जब तक पता चलता है तब तक काफी समय निकल जाता है। ऐसे में क्या करें....
इस अध्ययन के निष्कर्षो में बताया गया कि कैफीन और मृत्यों के कारणों के बीच एक संबंध है...
नई दिल्ली: 2.75 किलोग्राम वजन वाली दुनिया की सबसे बड़ी किडनी निकालने का दावा किया है दिल्ली के डॉक्टरों ने। गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों ने किडनी निकालने में सफलता पाई है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड
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