देवभूमि उत्तराखंड में स्थित बद्रीनाथ धाम लोगों की प्रमुख आस्था का केंद्र है। दो पर्वतों के बीच स्थित ये मंदिर अपनी अनोखी छटा के लिए काफी प्रसिद्ध है।
इन लोगों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के स्वर्गीय पिता के पितृ कार्य के लिए बद्रीनाथ धाम जाने का हवाला देकर यात्रा पास हासिल किया था।
मंदिरों के कपाट सर्दियों में भीषण ठंड और भारी बर्फबारी के कारण हर साल अक्टूबर-नवंबर में बंद कर दिए जाते है और अप्रैल-मई में फिर से खोले जाते है।
हिंदू धर्म के सबसे पवित्र चार धामों में से एक केदारनााथ मंदिर के कपाट आज सुबह से खुल गए हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण यात्रा और पर्यटन को पहुंचे नुकसान के बारे में मंत्री ने कहा कि इस झटके से उबरने के लिए एक कार्ययोजना बनायी जा रही है।
आपको बता दें कि बदरीनाथ और केदारनाथ के कपाट पहले अप्रैल में खुलने वाले थे, लेकिन अब इनकी तिथि आगे बढ़ा दी गई है। जानें किस दिन खुल रहे है कपाट।
श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने बताया, ‘‘केदारनाथ मंदिर के कपाट 29 अप्रैल को विधिवत पूजा अर्चना के बाद मेष लग्न में सुबह छह बजकर 10 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये जायेंगे।’’
महाशिवरात्रि के खास अवसर में केदरानाथ धाम और बद्री नाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि सामने आ गई है।
वर्ष 2013 में केदारनाथ आपदा में लापता हुए एक बुजुर्ग मजदूर उत्तराखंड पुलिस द्वारा चलाये जा रहे 'ऑपरेशन स्माइल' की बदौलत करीब सात साल बाद बुधवार को अपने परिवार से दोबारा मिल गये।
पहाड़ों पर ज्यादातर जगहों पर बर्फबारी फिलहाल रुक गई है लेकिन कश्मीर से केदारनाथ तक की पहाड़ियां बर्फ से ढकी हुई है। बाबा केदार की नगरी केदारनाथ में तो कुदरत का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है।
अभिनेत्री अगले साल वैलेंटाइन डे पर इम्तियाज अली की फिल्म में नजर आएंगी। उनके साथ कार्तिक आर्यन होंगे।
यूटी एयर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का विमान कुछ दिन पहले 11,500 फुट की ऊंचाई पर पवित्र मंदिर से कुछ दूरी पर स्थित केदारनाथ हेलीपैड पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
दीवाली के बाद एक बार फिर से बाबा केदारनाथ के साथ-साथ बद्रीनाथ, मद्महेश्वर के साथ अन्य धामों के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।
केदारनाथ में रुद्र ध्यान नामक जिस गुफा में कभी सन्नाटा पसरा रहता था, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ध्यान लगाने के बाद गुलजार हो गयी है और पहली बार उसके लिए 78 प्री बुकिंग हुई हैं।
Man vs Wild: ऐसा पहली बार नहीं है कि पीएम मोदी ऐसी जगहों पर गए है जहां पर एक इंसान जाने से पहले 4 बार सोचेंगा। नेचर के बीच पहली बार नहीं उतरे हैं मोदी। इससे पहले इन जगहों पर कर चुकें हैं चहलकदमी।
Chandra Grahan 2019: शास्त्रों के अनुसार चंद्रग्रहण का सूतक ग्रहण से 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है। जिसके साथ भी कोई भी शुभ काम करने के अलावा मंदिरों की पूजा होना बंद हो जाती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केदारनाथ यात्रा की मीडिया कवरेज से TMC नाराज है। TMC ने चुनाव आयोग से शिकायत की है कि पीएम मोदी की केदारनाथ यात्रा को आखिरी चरण के लिए चुनाव प्रचार खत्म के बाद भी इतने बड़े स्तर पर मीडिया द्वारा कवर किया जाना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को केदारनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद कहा कि भगवान केदारनाथ का आशीर्वाद भारत और संपूर्ण मानव जाति पर बना रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ के बाद रविवार को बद्रीनाथ मंदिर में भगवान बदरी विशाल के दर्शन किये और पूजा अर्चना की। सुबह केदारनाथ के दर्शन करने के बाद प्रधानमंत्री बद्रीनाथ पहुंचे।
केदारनाथ मंदिर में पूजा अर्चना के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ध्यान गुफा पहुंचे और ध्यान में लीन हो गए। पीएम नरेंद्र मोदी देश की सुख-समृद्धि के लिए ध्यान साधना कर रहे हैं। ध्यान गुफा में पहुंचने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी बारिश के बीच ही करीब 2 किलोमीटर पैदल चले।
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