चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पर्यटन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक 2019 की तुलना में इस यात्रा सीजन में अब तक डेढ़ माह की अवधि में दो तिहाई तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए।
यात्रियों के इस तरह गरबा करने के नजारे को स्टेशन पर मौजूद लोगों ने अपने मोबाइल में कैद किया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी इस नजारे का एक वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है।
Kedarnath Yatra: केदारनाथ यात्रा में तीर्थयात्रियों की मौत की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को भी तीन यात्रियों की मौत हो गई। रुद्रप्रयाग ज़िला प्रशासन द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार 25 मई को दिल का दौरा पड़ने से 3 लोगों की मौत हो गई। अब तक कुल 37 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है।
Kedarnath Yatra: तीर्थयात्री जगह-जगह फंसे हुए हैं और मौसम साफ होने के बाद ही तीर्थयात्रियों को केदारनाथ धाम के लिए भेजा जाएगा।
Kedarnath Dham: कोविड के बाद पहली बार केदारनाथ के कपाट आम लोगों के लिए खुले हैं ऐसे में वहां क्या स्थिति है और साल 2013 की त्रासदी के बाद बाबा केदारधाम के रास्ते और डेवलपमेंट में क्या फर्क आया है इसकी ग्राउंड रिपोर्ट इंडिया टीवी दे रहा है।
15 मई तक तक चारों धाम में पांच लाख 14 हजार 129 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। इनमें सर्वाधिक 1,86,668 श्रद्धालु केदारनाथ पहुंचे। मौसम इसी तरह साथ देता रहा तो आने वाले दिनों में यात्रा नए कीर्तिमान स्थापित कर सकती है।
केदारनाथ मंदिर में सुरक्षा और दर्शन को सुव्यवस्थित करने के लिए ITBP की गई तैनाती भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) केदारनाथ मंदिर (Kedarnath Temple) और केदारनाथ घाटी (Kedarnath Valley) में तीर्थयात्रियों के दर्शन और उनके आवागमन को कर रही है नियंत्रित.#KedarnathTemple #ITBP #IndiaTv
Kedarnath Yatra 2022: श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की वजह से केदारनाथ धाम यात्रा में वीआईपी एंट्री को बैन कर दिया गया है।
बद्रीनाथ धाम में एक महिला तीर्थयात्री ने हार्ट अटैक से दम तोड़ दिया। वहीं पुलिस ने कंचन गंगा के समीप बद्रीनाथ हाईवे के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद किया है।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की उमड़ रही भारी भीड़ को देखते हुए प्रत्येक धाम में प्रतिदिन दर्शन के लिए पूर्व निर्धारित अधिकतम संख्या में एक हजार की बढ़ोतरी की गयी है।
अव्यवस्थाओं और कठिन परिस्थितियों के बीच वृद्ध और बीमार तीर्थयात्रियों की जान पर पैदल यात्रा भारी पड़ रही है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से चारधाम यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं के पुख्ता इंतजाम होने के दावे किए जा रहे हैं। लेकिन केदारनाथ व यमुनोत्री धाम के कठिन पैदल मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ठहरने के पर्याप्त इंतजाम तक नहीं हैं।
भीड़ इतनी ज्यादा है कि कई तीर्थयात्रियों को टेंट तक नसीब नहीं हो रहा है और उन्हें खुले में रात बितानी पड़ रही है।
6 मई की सुबह 6.15 बजे केदारनाथ के कपाट खुले, तो श्रद्धालुओं का अपार हुजूम दिखाई दिया। कपाट खुलने से पहले ही गुरुवार रात तक धाम में तय लिमिट 12,000 यात्री से करीब दोगुने पहुंच चुके थे। इससे वहां की व्यवस्था चरमरा गई।
Kedarnath Dham 2022: वैदिक तरीके से मंत्रौच्चारण किया गया और 6 बजकर 25 मिनट पर कपाट खोलकर डोली का मंदिर में प्रवेश किया गया।
सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ केदारनाथ मंदिर के कपाट खुल गए।
पहली बार केदारनाथ धाम की यात्रा कर रहे लोगों को चंद बातों को खास ख्याल रखना चाहिए।
केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई 2022 से खुल रहे हैं। जानिए केदारनाथ धाम कैसे पहुंचे? साथ ही इस मंदिर की मान्यता, महत्व के बारे में भी जानिए।
चारधाम यात्रा अभी यात्रा शुरू भी नहीं हुई है, मगर यात्रा रूट पर लगे सभी वाहन फुल हो गए हैं। यहां तक कि जीएमवीएन के ज्यादातर गेस्ट हाउस भी बुक हो चुके हैं। पर्यटकों को वाहनों की बुकिंग के लिए 15 दिन बाद का समय दिया जा रहा है।
इस साल तो केदारनाथ धाम में भी परिसर से बर्फ हटाने की जरूरत ही नहीं पड़ी, क्योंकि यहां जमी बर्फ पिघल चुकी है। इसके अलावा गंगोत्री और यमुनोत्री में नाममात्र की बर्फ रह गई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर बारिश नहीं हुई और इसी तरह गर्मी पड़ती रही तो ऊंची चोटियां भी बर्फविहीन हो जाएंगी।
वित्तवर्ष 2022-23 का 67 करोड़ 22 लाख 62 हजार 137 रुपये का बजट पारित किया गया। बदरीनाथ अधिष्ठान के लिए 34 करोड़ 44 लाख एक हजार, 323 जबकि केदारनाथ प्रतिष्ठान के लिए 32 करोड़ 78 लाख 60 हजार 814 रुपये आय प्रस्तावित की गई।
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