भारी बर्फबारी के बीच कल पूरे विधि-विधान के साथ केदारनाथ धाम के कपाट खुलने वाले हैं। इस अवसर पर अंतिम तैयारियां की जा रही हैं। मंदिर को सजाने में 20 क्विंटल फूलों का इस्तेमाल हुआ है।
Kedarnath Yatra 2023 Date: जल्द ही केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू होने वाली है। ऐसे में यात्रा और मंदिर से जुड़ी कई बातें श्रद्धालुओं को जानना बेहद जरूरी है। तो यहां जानिए केदारनाथ धाम से जुड़ी जरूरी जानकारी।
चार धाम यात्रा 2023: इस बार बिना QR Code के चार धाम यात्रा के लिए नहीं मिलेगी एंट्री। आपको इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। जानिए रजिस्ट्रेशन का पूरा प्रोसेस।
यात्रा की तैयारियों को देखने के लिए हुई एक बैठक में केदारनाथ मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य त्वरित गति से करने और पैदल मार्ग की जल्द मरम्मत शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
यात्रियों के इस तरह गरबा करने के नजारे को स्टेशन पर मौजूद लोगों ने अपने मोबाइल में कैद किया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी इस नजारे का एक वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है।
Kedarnath Yatra: केदारनाथ यात्रा में तीर्थयात्रियों की मौत की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को भी तीन यात्रियों की मौत हो गई। रुद्रप्रयाग ज़िला प्रशासन द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार 25 मई को दिल का दौरा पड़ने से 3 लोगों की मौत हो गई। अब तक कुल 37 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है।
Kedarnath Yatra: तीर्थयात्री जगह-जगह फंसे हुए हैं और मौसम साफ होने के बाद ही तीर्थयात्रियों को केदारनाथ धाम के लिए भेजा जाएगा।
Kedarnath Yatra 2022: श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की वजह से केदारनाथ धाम यात्रा में वीआईपी एंट्री को बैन कर दिया गया है।
बद्रीनाथ धाम में एक महिला तीर्थयात्री ने हार्ट अटैक से दम तोड़ दिया। वहीं पुलिस ने कंचन गंगा के समीप बद्रीनाथ हाईवे के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद किया है।
पहली बार केदारनाथ धाम की यात्रा कर रहे लोगों को चंद बातों को खास ख्याल रखना चाहिए।
केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई 2022 से खुल रहे हैं। जानिए केदारनाथ धाम कैसे पहुंचे? साथ ही इस मंदिर की मान्यता, महत्व के बारे में भी जानिए।
2013 की तबाही के बाद आज केदारनाथ का जो रूप दिख रहा है उसके पीछे सबसे बड़ी ताकत पीएम मोदी का संकल्प है जो उन्होंने प्रधानमंत्री बनने के बाद लिया।
भगवान केदारनाथ धाम के कपाट विधि विधान और पूजा अर्चना के बाद आज सुबह 5 बजे खोल दिए गए।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को कहा कि राज्य के तीर्थयात्री चार मई से राज्य स्थित केदारनाथ एवं अन्य हिमालयी मंदिर जा सकते हैं।
अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर मंगलवार को गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखण्ड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित चारधामों की यात्रा की शुरूआत हो जायेगी।
2013 में केदारनाथ त्रासदी के दौरान चंचल बाढ़ में अपने माता-पिता से बिछड़ी गई थी।
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में आज पहाड़ी की चट्टान खिसक गई। इस हादसे में 9 लोगों की मौत की खबर है।
पहाड़ों पर अब भी आफत की बारिश का सिलसिला जारी, केदारनाथ में भारी बारिश के बाद मंदाकिनी नदी उफान पर
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