इस बार केदारनाथ धाम में मई अंतिम सप्ताह में भी बर्फबारी हो रही है, जो कि एक रिकॉर्ड है। हालांकि मौसम विभाग की चेतावनी के बाद प्रशासन अलर्ट पर है। यात्रियों को मौसम को देखते हुए धाम भेजा जा रहा है। साथ ही मौसम खराब होने पर यात्रियों को रोका जा रहा है।
केदारनाथ मंदिर को 35 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। 8वीं और 9वीं सदी में जगतगुरु आदि शंकराचार्य ने इस भव्य मंदिर का निर्माण कराया था।
भारी बर्फबारी के बीच कल पूरे विधि-विधान के साथ केदारनाथ धाम के कपाट खुलने वाले हैं। इस अवसर पर अंतिम तैयारियां की जा रही हैं। मंदिर को सजाने में 20 क्विंटल फूलों का इस्तेमाल हुआ है।
Kedarnath Yatra 2023 Date: जल्द ही केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू होने वाली है। ऐसे में यात्रा और मंदिर से जुड़ी कई बातें श्रद्धालुओं को जानना बेहद जरूरी है। तो यहां जानिए केदारनाथ धाम से जुड़ी जरूरी जानकारी।
केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल से खुल जाएंगे और भक्त भगवान का दर्शन कर सकेंगे। आज विधिवत इसका ऐलान किया गया। बद्रीनाथ धाम मंदिर के कपाट 27 अप्रैल से खुल जाएंगे।
त्तराखंड स्थित चार धाम में से एक केदारनाथ मंदिर में भारी बर्फबारी हुई है। जहां बाबा केदार की नगरी सफेद चादर से ढ़की हुई नजर आ रही है।
3 मई को शुरू हुई चारधाम यात्रा अब अपने समापन की ओर है। आंकड़ों के मुताबिक, इस बार 42 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने यात्रा में हिस्सा लिया।
PM Modi Kedarnath Visit: पवित्र धामों की यात्रा के दौरान पीएम मोदी केदारनाथ और बद्रीनाथ में पूजा-अर्चना भी करेंगे। इसके अलावा वो 34 सौ करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे।
kedarnath Dham: श्रद्धालु अब केदारनाथ के गर्भगृह से दर्शन कर सकेंगे। यह फैसला तीर्थयात्रियों की संख्या में आ रही गिरावट को देखते हुए लिया गया है। पहले तीर्थयात्री सभा मंडप से ही भगवान भोलेनाथ के दर्शन करते थे।
Kedarnath Yatra: केदारनाथ यात्रा में तीर्थयात्रियों की मौत की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को भी तीन यात्रियों की मौत हो गई। रुद्रप्रयाग ज़िला प्रशासन द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार 25 मई को दिल का दौरा पड़ने से 3 लोगों की मौत हो गई। अब तक कुल 37 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है।
Kedarnath Yatra 2022: श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की वजह से केदारनाथ धाम यात्रा में वीआईपी एंट्री को बैन कर दिया गया है।
6 मई की सुबह 6.15 बजे केदारनाथ के कपाट खुले, तो श्रद्धालुओं का अपार हुजूम दिखाई दिया। कपाट खुलने से पहले ही गुरुवार रात तक धाम में तय लिमिट 12,000 यात्री से करीब दोगुने पहुंच चुके थे। इससे वहां की व्यवस्था चरमरा गई।
Kedarnath Dham 2022: वैदिक तरीके से मंत्रौच्चारण किया गया और 6 बजकर 25 मिनट पर कपाट खोलकर डोली का मंदिर में प्रवेश किया गया।
सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ केदारनाथ मंदिर के कपाट खुल गए।
केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई 2022 से खुल रहे हैं। जानिए केदारनाथ धाम कैसे पहुंचे? साथ ही इस मंदिर की मान्यता, महत्व के बारे में भी जानिए।
वित्तवर्ष 2022-23 का 67 करोड़ 22 लाख 62 हजार 137 रुपये का बजट पारित किया गया। बदरीनाथ अधिष्ठान के लिए 34 करोड़ 44 लाख एक हजार, 323 जबकि केदारनाथ प्रतिष्ठान के लिए 32 करोड़ 78 लाख 60 हजार 814 रुपये आय प्रस्तावित की गई।
शीतकाल के छह महीने कपाट बंद होने के बाद केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि निश्चित कर दी गई है। केदारनाथ के कपाट 6 मई को प्रात: 6.25 पर अमृत बेला में खुलेंगे। ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से बाबा केदार की डोली 2 मई को केदार धाम के लिए प्रस्थान करेगी।
2013 की तबाही के बाद आज केदारनाथ का जो रूप दिख रहा है उसके पीछे सबसे बड़ी ताकत पीएम मोदी का संकल्प है जो उन्होंने प्रधानमंत्री बनने के बाद लिया।
केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज (Kedarnath Teerth Purohit Samaj) ने कहा कि अगर सरकार द्वारा बनाया गया ये बोर्ड समाप्त नहीं किया गया तो विरोध प्रदर्शन और तेज किया जाएगा।
कोरोना वायरस के कहर के बीच उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित विश्व प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ के कपाट छह माह के शीतकालीन अवकाश के बाद सोमवार को सुबह पांच बजे खुल गए जहां पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से की गई।
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