केदारनाथ धाम के लिए गुरुवार से फिर से हेलीकॉप्टर सेवा को शुरू कर दिया गया है। इस दौरान मंदिर जाने वाले खराब रास्तों को ठीक करने का काम जारी है। इस बीच यात्रियों को किराए में 25 फीसदी तक की छूट मिलेगी।
एमआई चारधाम हेलीपैड पर यात्रियों को उतार रहा है जबकि चिनूक गौचर हवाई पट्टी पर यात्रियों को उतरेगा। सुबह नौ बजे तक 133 लोगों को केदारनाथ से एमआई, चिनूक और अन्य छोटे हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित एयर लिफ्ट किया जा चुका है।
दिल्ली के बुराड़ी में उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम का मॉडल या कहे प्रतीकात्मक मंदिर बनाया जा रहा है। 10 जुलाई को शिलान्यास के बाद मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
इस साल 18 दिन में 5 लाख लोग केदारनाथ धाम पहुंचे थे और पुराने सभी रिकॉर्ड टूट चुके हैं। हालांकि, भक्तों की संख्या देखकर लग रहा है कि इस साल कई और रिकॉर्ड भी टूटने वाले हैं।
Char Dham Yatra 2024 Video Reels ban: चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्री ध्यान दें कि चारधाम मंदिर के 50 मीटर के दायरे में वीडियो या रील्स बनाने पर प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही मंदिर में वीआईपी दर्शन पर भी रोक लगा दी गई है।
चारधाम यात्रा के तहत बाबा केदारनाथ के धाम के कपाट को खोल दिया गया है। इस बीच भारी संख्या में श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन करने पहुंचे। इस दौरान केदारनाथ धाम में पहली पूजा पीएम नरेंद्र मोदी के नाम से की गई। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस बाबत बयान भी दिया है।
10 मई की सुबह केदारनाथ के कपाट को खोल दिया गया। वहीं गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट को कुछ देर मे खोला जाएगा। 12 मई को बदरीनाथ के भी कपाट भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे। ऐसे में चार धाम की यात्रा से पूर्व रजिस्ट्रेशन जरूर करवा लें, वरना अगर कहीं फंस गएं तो रोना पड़ सकता है।
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की घोषणा कर दी गई है। श्रद्धालु जो केदारनाथ धाम जाना चाहते हैं वे अपनी तैयारी शुरू कर दें। बाबा केदारनाथ धाम के कपाट मई में खुल रहे हैं।
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। उत्तरकाशी जिले की हर्षिल घाटी में तो ठंड के चलते छोटे झरने और नालों का पानी भी जमने लगा है। केदारनाथ धाम में ठंड इतनी बढ़ गई है कि पुनर्निर्माण कार्य कर रहे मजदूर बर्फ को गला कर पानी पी रहे हैं।
Kedarnath Dham Temple: आज यानी भाई दूज के दिन बाबा केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए हैं। हर साल इसी दिन मंदिर के द्वार बंद किए जाते हैं। तो आइए जानते हैं कि आखिर इसके पीछे की वजह क्या है।
इस साल 27 अप्रैल की तारीख से श्रद्धालुओं के लिए बदरीनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए थे। जारी की गई जानकारी के मुताबिक, अब तक 16 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालु भगवान बदरी विशाल के दर्शन कर चुके हैं।
शरद ऋतू के दौरान यहां भीषण ठंड पड़ती है। इस वजह से चारों धामों केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। इस बार चार धाम की यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हुई थी।।
केदारनाथ मंदिर के तीर्थ पुरोहित समाज की मुख्य संस्था केदार सभा के आह्वान पर पिछले 4 दिनों से यह आंदोलन चल रहा है। मंगलवार को भी खराब मौसम के बीच आंदोलन स्थल पर तंबुओं में दो तीर्थ पुरोहित आमरण अनशन पर डटे रहे।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो लगातार वायरल हो रहा है। वीडियो में पीली साड़ी पहनी लड़की अपने बॉयफ्रेंड को केदारनाथ मंदिर के सामने फिल्मी अंदाज में प्रपोज कर रही है। वीडियो को देखने के बाद यूजर्स कपल को खरी-खोटी सुना रहे हैं। वहीं, कई लोगों ने पूछा कि आखिर इसमें गलत क्या है?
उत्तराखंड में केदारनाथ यात्रा के दौरान एक खच्चर को कथित तौर पर जबरन सिगरेट पिलाए जाने का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
उत्तराखंड के कई जिलों में कल से जमकर बारिश हो रही है। जिसके बाद रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने केदारनाथ यात्रा पर अगले आदेशों तक रोक लगा दी है। भारी बारिश को देखते हुए प्रदेश सरकार भी एक्टिव हो गई है।
केदारनाथ धाम से करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है और उत्तराखंड में बीजेपी की सरकार है. इसलिए अपोजीशन के लीडर्स भी इस इश्यू पर सवाल उठा रहे हैं. कांग्रेस के लीडर और केदारनाथ के पूर्व विधायक मनोज रावत ने कहा कि सवाल सिर्फ मंदिर कमेटी पर नहीं उठे हैं.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिससे पूरे देश में हंगामा मच गया। वीडियो में एक महिला केदारनाथ धाम के गर्भगृह में नोट उड़ा रही है। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष ने इस वीडियो को लेकर कड़ी नाराजगी जताते हुए पुलिस अधिकारियों से जांच कर कार्रवाई करने को कहा है।
केदारनाथ धाम के लगभग सभी तीर्थ पुरोहित मंदिर के भीतर लगी सोने की प्लेट्स के विरोध में आ गए हैं। तीर्थ पुरोहित ने कहा मंदिर के भीतर गर्भगृह की दीवारों पर केमिकल का प्रयोग किया जा रहा है। यह कार्य चोरी से किया जा रहा है।
केदारनाथ मंदिर से 3-4 किमी दूर पहाड़ियों पर हिमस्खलन देखने को मिला है। इसका एक वीडियो सामने आया है जो डरावना है।
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