तेलंगाना में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में बीआरएस को करारी हार का सामना करना पड़ा था। वहीं अब विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद से बीआरएस के तमाम नेता पार्टी छोड़कर दूसरे दलों में शामिल हो रहे हैं। ऐसे में बीआरसी की साख पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
तेलंगाना में कक्षा 10 तक की किताबों में केसीआर का नाम मुख्यमंत्री के तौर पर लिखने को लेकर विवाद छिड़ गया है। दरअसल, गर्मी की छुट्टियों के बाद स्कूल खुलने पर छात्रों को किताबें वितरित की गईं। इन किताबों के प्रस्तावना में सीएम के तौर पर केसीआर का नाम लिखा गया था।
तेलंगाना स्थापना दिवस पर हो रही सरकारी कार्यक्रम में पूर्व सीएम केसीआर भी शामिल हो सकते हैं। सरकार ने केसीआर को भी न्यौता दिया है।
Lok Sabha Elections 2024: BRS अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव के चुनाव प्रचार पर रोक को लेकर बीआरएस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने चुनाव आयोग की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। पार्टी नेता ने कहा कि यह किस तरह का न्याय है।
तेलंगाना में चौथे चरण में लोकसभा चुनाव होंगे। उससे पहले बीआरएस अध्यक्ष एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर 17 दिन तक रोड शो करेंगे।
केसीआर ने चुनावी वादे पूरा नहीं करने के लिए राज्य की कांग्रेस सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पानी और बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने में कांग्रेस सरकार विफल रही है।
भारत राष्ट्र समिति ने सिकंदराबाद छावनी विधानसभा सीट से दिवंगत विधायक जी. लस्या नंदिता की बहन जी. निवेदिता को अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस की तरफ से नारायण श्री गणेश मैदान में हैं।
कन्ना राव और 37 अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज मामले में आरोप लगाया गया है कि उन्होंने मन्नेगुडा में जमीन हड़पने की कोशिश की और इस दौरान चारदीवारी को भी नुकसान पहुंचाया।
ऐसी अटकलें थीं कि केसीआर के नाम से लोकप्रिय भारत राष्ट्र समिति (BRS) के अध्यक्ष या उनके बेटे के.टी. रामा राव या भतीजे टी. हरीश राव इस बार लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि तीनों विधायकों में से कोई भी मैदान में नहीं उतरा।
कविता 2014 में निजामाबाद से लोकसभा के लिए चुनी गई थीं। इस समय वह तेलंगाना विधान परिषद की सदस्य हैं। बीआरएस ने इस बार वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बाजीरेड्डी गोवर्धन को निजामाबाद से अपना उम्मीदवार बनाया है।
तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2023 में हार के बाद अब BRS एक बार फिर से चुनाव की तैयारी में जुटी गई है। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर BRS की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए BRS आने वाले दिनों में बैठकें करेगी।
अस्पताल छोड़ने के बाद केसीआर बंजारा हिल्स में नंदी नगर स्थित अपने आवास पर पहुंचे। परिवार के सदस्यों ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ उनका घर में स्वागत किया। उनके स्वागत के लिए बीआरएस विधायक अन्य नेता और शुभचिंतक एकत्र हुए थे।
तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव इन दिनों हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। इस बीच सीएम रेवंत रेड्डी ने अस्पताल पहुंचकर उनका हाल जाना। साथ ही उन्होंने उनके तेजी से ठीक होने की कामना भी की।
तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर को कूल्हे की हड्डी में चोट लगने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस बीच अब यशोदा अस्पताल ने बयान जारी करते हुए कहा है कि उनकी हालत अब स्थिर है। उनकी निगरानी की जा रही है।
तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर अस्पताल में भर्ती हुए हैं। बताया जा रहा है कि केसीआर के कूल्हे की हड्डी की हड्डी में चोट है। केसीआर का इलाज यशोदा अस्पताल में चल रहा है।
रेवंत पहली बार विधायक टीडीपी के टिकट से ही बने 2009 में आंध्र प्रदेश की कोडांगल सीट से विधानसभा का इलेक्शन लड़ा था और जीता था। तब तक वो टीडीपी के जाने-पहचाने चेहरे बन चुके थे।
तेलंगाना में कांग्रेस को मिली ऐतिहासिक जीत के बाद प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी का नाम पूरे देश में चर्चा में है। पार्टी ने उनका नाम राज्य के नए सीएम के रूप में चुना है। हालांकि, शपथ से पहले ही रेवंत विवादों में आ गए हैं।
Telangana Election Results 2023: केटीआर कल तक पार्टी की जीत की हैट्रिक को तय मानकर जोश में थे। हालांकि, नतीजे साफ होने के बाद उन्होंने अपनी पार्टी की हार स्वीकार कर ली है।
तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए जारी मतगणना में रुझानों में कांग्रेस आसानी से बहुमत की ओर बढ़ती नजर आ रही है। सीएम केसीआर पर परिवारवाद की राजनीति और भ्रष्टाचार को लेकर लगातार हमले हो रहे थे। इसका उन्हें बड़ा नुकसान हुआ है।
Telangana Election Exit Poll: तेलंगाना में भी Congress मार रही बाजी..BRS को लगा तगड़ा झटका
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