मान्यता है कि कपर्दीश्वर भगवान के समीप पिशाचमोचन सरोवर में स्नान करने से व्यक्ति अपनी मृत्यु के बाद भूत-प्रेत की योनि को प्राप्त नहीं करता है और उसे मुक्ति मिलती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी में तमिल संगमम् कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि काशी में बाबा विश्वनाथ है तो तमिलनाडु में भगवान रामेश्वरम का आशीर्वाद है। वाराणसी में बोले पीएम मोदी ने अपने संबोधन में काशी और तमिलनाडु के सांस्कृतिक सहअस्तित्व और उसके महत्व को रेखांकित किया।
काशी तमिल संगमम में अगले एक महीने तक बड़ी संख्या में चहल-पहल होगी और कई सेमिनार और संगोष्ठियों का आयोजन होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके मुख्य आयोजन का शुभारंभ 19 नवंबर को करेंगे।
काशी प्रवास के दौरान वे अपने समूह से संबंधित संवाद, परिचर्चा और शैक्षणिक कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे, साथ ही काशी विश्वनाथ धाम, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, गंगा घाट, गंगा आरती, सारनाथ समेत कई जगह देखेंगे।
kashi ke kotwal: बाबा भैरव को काशी का कोतवाल कहा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस शहर में भैरव बाबा की ही मर्जी चलती है। कैसे बने भैरव बाबा काशी के कोतवाल, जानिए इस रिपोर्ट के ज़रिए
Vindhya Corridor: पर्यटकों और श्रद्धालुओं के आने तथा स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देने के इरादे से शुरू की गई विंध्य कॉरिडोर परियोजना का काम तेजी से जारी है। इसे वाराणसी की काशी विश्वनाथ परियोजना की तर्ज पर बनाया जा रहा है।
Kashi Namo Ghat: स्मार्ट सिटी के अफसरों का कहना है कि खिलड़िकया घाट पर भीड़ ज्यादा उमड़ रही थी इसलिए 10 रुपए का टिकट लगाने का फैसला लिया गया है। 10 रुपए बहुत ज्यादा नहीं है और इससे घाट के मेंटेनेंस में मदद मिलेगी।
PM Modi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में 'अक्षय पात्र किचन' का उद्घाटन किया। इस पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तंज कसा।
Gyanvapi survey video leak: ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के सर्वेक्षण का वीडियो लीक होने के बाद चार महिला याचिकाकर्ता मंगलवार को जिला न्यायाधीश की अदालत में सर्वेक्षण रिपोर्ट, वीडियोग्राफी और फोटोग्राफ की कॉपी सीलबंद लिफाफे में जमा कराने पहुंचीं। हालांकि जिला न्यायाधीश एके विश्वेश ने महिलाओं को सामग्री वापस कर दी।
वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद और कुछ ऐसे ही मुद्दों पर विवाद मध्य प्रदेश में भी भड़क गया है। चल रहे मुद्दों पर उमा भारती ने कहा कि 1990 के दशक में अयोध्या के राम जन्मभूमि मामले की तरह काशी की ज्ञानवापी से भी उनका सीधा जुड़ाव है।
ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वे का काम पूरा हो चुका है। रविवार तक 80 फीसदी सर्वे हुआ था। 7 मई तक रिपोर्ट पेश होगी। सर्वे के लिहाज से आज का दिन बेहद खास रहा।
ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे से पहले शुक्रवार रात सीएम योगी आदित्यनाथ काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे हैं। जहां उत्तर प्रदेश के सीएम ने बाबा विश्वनाथ की पूजा की।
80 घाट के बाद, अब 'नमो घाट' (खिड़किया ) काशी की खूबसूरती में चार चांद लगाने को तैयार है। नमो घाट प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जल्द ही वो इसका उद्घाटन करने वाराणसी आ सकते हैं।
काशी की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना 'रोपवे' के निर्माण के लिए कोई इंवेस्टर नहीं मिल पा रहा है। करीब 8 महीने पहले सर्वे और 6 महीने पहले निविदा जारी होने के बाद चार से पांच महीनों में कई बार टेंडर जारी हो चुका है, परंतु कोई भी इस परियोजना में निवेश करने तैयार नहीं हुआ।
वाराणसी के हाइली स्किल्ड खादी वीवर्स द्वारा तैयार किए गए प्रीमियम पश्मीना उत्पादों को KVIC के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने शुक्रवार को वाराणसी में लॉन्च किया। यह पहली बार है कि पश्मीना उत्पादों का उत्पादन लेह-लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के क्षेत्र के बाहर किया जा रहा है।
कई लोग तो इस बात पर विश्वास नहीं कर पाएंगे लेकिन सच यही है। यूपी के वाराणसी के महाश्मशान कहे जाने वाले मणिकर्णिका घाट पर ऐसा होता है और बीते 350 से भी ज्यादा सालों से ये प्रथा लगातार चलती चली आ रही है।
अपने तीन दिवसीय भारत दौरे पर आये नेपाल के प्रधानमंत्री 'शेरबहादुर देउबा' आज आखिरी दिन बाबा विश्वनाथ, कालभैरव और पशुपतिनाथ का दर्शन-पूजन करने काशी पहुंचे हैं।
'काशी धर्म परिषद' ने मांग की है कि वाराणसी के साधु और संतों का एक आयोग गठित कर इसके सदस्यों को कश्मीर भेजा जाए ताकि 1990 के दशक में आतंकवादियों द्वारा कश्मीर में ध्वस्त हुए मंदिरों का सही से पता लगाया जा सके
काशी में 7 मार्च को आखिरी चरण में मतदान होना है। ऐसे में जनता ने इस बार किस दल के खाते में जीत का आशीर्वाद देने की योजना बनाई है। देखें जनता का चुनावी मूड
काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव को पहली बार पुलिस की वर्दी पहनाई गई है। मंदिर के महंत ने बताया कि विशेष पूजा करने के बाद उनको ये वर्दी पहनाई गई है। कोरोना संकट को देखते हुए ऐसा पहली बार किया गया है।
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