प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम में काम कर रहे लोगों के लिए जूट से बने 100 जोड़ी जूते भेजे हैं। उन्हें यह पता चला था कि धाम में ज्यादातर लोग नंगे पैर काम करते हैं क्योंकि मंदिर परिसर में चमड़े या रबड़ के जूते पहनने की मनाही है।
काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव को पहली बार पुलिस की वर्दी पहनाई गई है। मंदिर के महंत ने बताया कि विशेष पूजा करने के बाद उनको ये वर्दी पहनाई गई है। कोरोना संकट को देखते हुए ऐसा पहली बार किया गया है।
वीडियो संदेश में सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने वाराणसी का नाम कैसे पड़ा इसे लेकर भी बताया है। उन्होंने कहा कि वाराणसी, काशी दो नदियों के मिलन से उत्पन्न शहर है। दो नदियां, वरूणा और असी के मिलने से इस शहर का नाम वाराणसी पड़ा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थानीय स्तर पर निर्मित उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए गुणवत्ता एवं ब्रांड सृजन को लेकर केंद्र के अलावा राज्यों के भी काम करने की जरूरत पर जोर दिया।
अनुराग ठाकुर ने कहा, दिव्य और भव्य काशी के स्वप्न को चरितार्थ करने की बात न तो समाजवादी पार्टी ही सोच सकती थी और न ही बहुजन समाज पार्टी।
पीएम मोदी दो दिवसीय बनारस दौरे पर हैं। बीजेपी शासित 12 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम मोदी ने बैठक की अध्यक्षता की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज बनारस में दूसरा दिन है। वो दो दिवसीय काशी दौरे पर हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में देश को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की सौगात दी। आज की बात में जानिए क्यों पीएम मोदी ने इस दौरान कहा की औरंगज़ेब को टक्कर देने शिवाजी खड़े हुए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में देश को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की सौगात दी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विश्वनाथ धाम का ये पूरा नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है, ये प्रतीक है, हमारे भारत की सनातन संस्कृति का, ये प्रतीक है हमारी आध्यात्मिक आत्मा का, ये प्रतीक है भारत की प्राचीनता का, परम्पराओं का, भारत की ऊर्जा का, गतिशीलता का।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत विकसित काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करने के बाद कॉरिडोर के निर्माण कार्य में शामिल कर्मियों के साथ लंच किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मंदिर परिसर जो पहले मात्र 3000 वर्ग फुट का था, वह बढ़कर अब करीब पांच लाख वर्ग फुट हो गया है। अब 50 से 70 हजार श्रद्धालु मंदिर परिसर में आ सकते हैं।
काशी की धरती पर पीएम मोदी ने कहा, "यहाँ अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं। अगर कोई सालार मसूद इधर बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताकत का अहसास करा देते हैं।"
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन कार्यक्रम में बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह हजारों वर्षों की तपस्या का सार्थक होना है। उन्होंने कहा कि हम सभी लोग पीएम मोदी के आभारी हैं।
सीएम योगी ने कहा कि काशी में बाबा विश्वनाथ के धाम का पुनर्निर्माण आयोध्या के मंदिर निर्माण का ही हिस्सा है, हम सबका सौभाग्य है कि बाबा विश्वनाथ आज नए स्वरूप में आ गए हैं।
पीएम मोदी काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा की पूजा अर्चना की। उन्होंने ललिता घाट से लाए गंगाजल से बाबा का जलाभिषेक किया।
पीएम मोदी ने ललिता घाट पर गंगा में डुबकी लगाकर स्नान किया। यहां से पीएम जल लेकर बाबा दरबार में पहुंचेंगे फिर पूजा अर्चना कर लोकार्पण कार्यक्रम में भाग लेंगे।
पीएम मोदी वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर हैं।
वाराणसी पहुंचते ही PM मोदी ने सबसे पहले कालभैरव मंदिर में आरती की। वो करीब एक बजे नवनिर्मित काशी कॉरिडोर पहुंचेंगे जहां उसका लोकार्पण होगा।
रानी अहिल्याबाई ने 352 साल पहले काशी विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था। फिर महाराजा रणजीत सिंह ने बाबा विश्वनाथ के मंदिर के शिखर पर सोने की परत चढ़वाई थी और अब 2021 में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण पूरा हुआ है जिससे मंदिर परिसर का नजारा अद्भुत हो गया है।
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में देश को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की सौगात देंगे। मोदी का ये ड्रीम प्रोजेक्ट कोरोना के बावजूद सिर्फ और सिर्फ इसलिए 33 महीने में पूरा हो पाया क्योंकि इस मिशन में लगे लोगों का विजन साफ था कि बाबा विश्वनाथ के मंदिर को संकरी गलियों से आजाद करना है।
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