सूत्रों के मुताबिक, मस्जिद के तहखाने के अंदर सफाईकर्मी गए थे। वहां गौरी श्रृंगार मंदिर की जैसी तस्वीरें हैं, वह वैसा ही मिला है।
कुछ खबरों में कहा गया है कि मंदिर के गर्भ गृह में लगाया जाने वाला सोना, दक्षिण भारत के एक श्रद्धालु ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन के वजन के बराबर दान दिया है। प्रशासन की ओर से यह खुलासा भी नहीं किया गया कि कितना सोना उन्हें दान में मिला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम में काम कर रहे लोगों के लिए जूट से बने 100 जोड़ी जूते भेजे हैं। उन्हें यह पता चला था कि धाम में ज्यादातर लोग नंगे पैर काम करते हैं क्योंकि मंदिर परिसर में चमड़े या रबड़ के जूते पहनने की मनाही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में देश को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की सौगात दी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विश्वनाथ धाम का ये पूरा नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है, ये प्रतीक है, हमारे भारत की सनातन संस्कृति का, ये प्रतीक है हमारी आध्यात्मिक आत्मा का, ये प्रतीक है भारत की प्राचीनता का, परम्पराओं का, भारत की ऊर्जा का, गतिशीलता का।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मंदिर परिसर जो पहले मात्र 3000 वर्ग फुट का था, वह बढ़कर अब करीब पांच लाख वर्ग फुट हो गया है। अब 50 से 70 हजार श्रद्धालु मंदिर परिसर में आ सकते हैं।
रानी अहिल्याबाई ने 352 साल पहले काशी विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था। फिर महाराजा रणजीत सिंह ने बाबा विश्वनाथ के मंदिर के शिखर पर सोने की परत चढ़वाई थी और अब 2021 में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण पूरा हुआ है जिससे मंदिर परिसर का नजारा अद्भुत हो गया है।
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में देश को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की सौगात देंगे। मोदी का ये ड्रीम प्रोजेक्ट कोरोना के बावजूद सिर्फ और सिर्फ इसलिए 33 महीने में पूरा हो पाया क्योंकि इस मिशन में लगे लोगों का विजन साफ था कि बाबा विश्वनाथ के मंदिर को संकरी गलियों से आजाद करना है।
अखिलेश यादव ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि इस कॉरिडोर की शुरुआत समाजवादी पार्टी की सरकार ने रखी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शुभ मुहूर्त पर बाबा विश्वनाथ धाम के नए शानदार परिसर का उद्घाटन करेंगे।
विश्वनाथ धाम लोकार्पण उत्सव का देश में 51 हजार स्थानों पर लाइव प्रसारण किया जाएगा। अयोध्या व मथुरा सहित प्रदेश भर के 27 हजार से ज्यादा मंदिरों को भी इस कड़ी से जोड़ा गया है।
आज देश के दूसरे बड़े शिव धामों पर भी दिव्य काशी, भव्य काशी कार्यक्रम का आयोजन होने वाला है। सोमनाथ मंदिर में गृहमंत्री अमित शाह, महाकाल मंदिर में ज्योतिरादित्य सिंधिया, ओंकारेश्वर मंदिर में एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में देश को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की सौगात दी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विश्वनाथ धाम का ये पूरा नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है, ये प्रतीक है, हमारे भारत की सनातन संस्कृति का, ये प्रतीक है हमारी आध्यात्मिक आत्मा का, ये प्रतीक है भारत की प्राचीनता का, परम्पराओं का, भारत की ऊर्जा का, गतिशीलता का।
पुलिसकर्मियों की एक टुकड़ी अतिरिक्त बलों की सहायता से मंदिर परिसर, सार्वजनिक चौराहों पर तैनात है और सब कुछ सुचारू रूप से हो, यह सुनिश्चित करने के लिए सड़कों पर गश्त कर रही है।
देशभर के संतों की मौजूदगी में कल प्रधानमंत्री मोदी अपने ड्रीम प्रोजेक्ट का उद्घाटन करेंगे। पीएम मोदी जब काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे तो उस समय 12 ज्योतिर्लिंगों और 51 सिद्धपीठों के पुजारी भी उपस्थित रहेंगे। पीएम का कार्यक्रम कल से शुरू हो रहा है लेकिन वहां उनके आगमन और काशी धाम के लोकार्पण का जश्न शुरू हो चुका है। क
उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड और अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद ने वाराणसी की अदालत के आदेश को चुनौती दी है।
ज्ञानवापी मस्जिद का संचालन करने वाली समिति ने मस्जिद परिसर के बाहर की जमीन का एक हिस्सा काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट को दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 30 नवंबर 2020 (सोमवार) को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा करेंगे और हंडिया (प्रयागराज)-राजतालाब (वाराणसी) राष्ट्रीय राजमार्ग-19 के खंड की छह-लेन चौड़ीकरण परियोजना को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। वाराणसी दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी देव दीपावली में भी भाग लेंगे, पीएम मोदी काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरीडोर परियोजना की यात्रा करेंगे और सारनाथ पुरातत्व स्थल भी जाएंगे।
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