अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन चुका है। ऐसे में भाजपा नेता उमा भारती ने काशी और मथुरा को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इन मंदिरों के लिए आंदोलन करने की जरूरत नहीं होगी, कोर्ट जो फैसला देगा वो सबको मान्य होगा।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद ज्ञानवापी मस्जिद में मौजूद वजूखाने की साफ-सफाई शुरू हो चुकी है। बता दें कि प्रशासन इसकी निगरानी कर रहा है। पूरी साफ-सफाई के इस कार्यक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जा रही है। साथ ही हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्ष के प्रतिनिधि वहां मौजूद हैं।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक जनसभा में बताया कि कैसे उनके पूर्वज सोमनाथ मंदिर का दरवाज़ा लाहौर से लेकर आए और उन्हीं के पूर्वजों ने ही काशीविश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण भी कराया था।
जीवन का अंतिम अटल सत्य मृत्यु है और जिसने भी जन्म लिया है उसे एक न एक दिन प्राण त्यागने ही पड़ते हैं। लेकिन काशी में मृत्यु को शोक का विषय नहीं मंगलमय बताया गया है। आइए जानते हैं ऐसा क्यों कहा गया है और क्या है मणिकर्णिका घाट का रहस्य।
मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को प्रत्येक साल काल भैरव जयंती मनाई जाती हैं। काल भैरव महादेव के ही अवतार हैं। इनकी पूजा करने से व्यक्ति को जीवन में किसी भी चीज से डर नहीं लगता है। आइए जानते हैं काल भैरव जयंती का क्या धार्मिक महत्व है और यह कब मनाई जाएगी।
हर वर्ष की भांति इस साल भी भगवान शिव की नगरी काशी ऐतिहासिक देव दीपावली का साक्षी बना। शाम होते ही यहां दीये जलने लगें और वाराणसी इनकी रोशनी से जगमग हो उठी।
31 मई को पारित अपने विवादित आदेश में उच्च न्यायालय ने जिला न्यायाधीश द्वारा नागरिक प्रक्रिया संहिता (सीपीसी) के आदेश 7, नियम 11 के तहत आवेदन की अस्वीकृति के खिलाफ दायर पुनरीक्षण आवेदन को खारिज कर दिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने जहां ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के सर्वे पर रोक लगाने को लेकर मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज कर दी है, वहीं काम को पूरा करने के लिए ASI को 4 हफ्ते का अतिरिक्त समय भी मिल गया है।
काशी विश्वनाथ मंदिर के पास स्थित मां श्रृंगार गौरी-ज्ञानवापी मस्जिद मामले में विवादित हिस्से को छोड़कर पूरे ज्ञानवापी परिसर की पुरातात्विक जांच होगी। कोर्ट को इसकी रिपोर्ट 4 अगस्त तक सौंपी जाने है।
काशी विश्वनाथ के दर्शन शुल्क को बढ़ा दिया गया है। सावन के महीने को देखते हुए नए रेट जारी किए गए हैं। ऐसे में अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि भाजपा ने धर्म को व्यापार बना लिया है।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा जारी की गई सूची में सावन के सभी सोमवारों और सामान्य दिनों के विभिन्न क्रियाकल्पों के लेकर शुल्क सूची जारी की है। इस बार सावन में भगवान शिव के 10 स्वरूपों के दर्शन होंगे।
मंदिर में 200 लोगों का पुजारी का परिवार है। इसके अलावा 200 लोग पंडे के परिवारों के हैं। इसका पूरा खर्च यहीं से चलता है। पहले रविवार और भैरव अष्टमी में भीड़ होती थी। लेकिन अब अनुमान के हिसाब से 10 हजार की भीड़ रोज आती है।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2023 को मिलेट्स वर्ष घोषित किया है। भारत सरकार भी इसे लेकर विशेष आयोजन करवा रही है, अब इसी क्रम में योगी सरकार और मंदिर प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है।
रोपवे के तैयार हो जाने से इसकी दूरी घटकर 3.8 किमी हो जाएगी और आपके समय की भी काफी बचत होगी। बता दें कि इस प्रोजेक्ट में तेजी आए इस कारण यूटिलिटी शिफ्टिंग के लिए 6 विभागों को 31 करोड़ रुपये अलॉट कर दिए गए हैं।
सीएम योगी का काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा करते हुए वीडियो सामने आया है। इस दौरान उनके साथ बीजेपी नेता स्वतंत्र देव सिंह भी दिखाई दिए। सीएम योगी इस वीडियो में पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करते हुए दिख रहे हैं।
अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। 2023 में इसके पूरा हो जाने की भी उम्मीद लगाई जा रही है, लेकिन अभी काशी-मथुरा का विवाद बना हुआ है.
तीनों संदिग्ध मंदिर में जा रहे थे, इस बीच सीआरपीएफ के दारोगा ने संदेह होने पर पूछताछ की तो पता चला कि इन तीनों में से दो लोग मुसलमान हैं। जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
Gyanvapi Case: ऐसी मान्यता है कि औरंगजेब ने ही मंदिर के एक हिस्सा को तुड़वाकर उसकी जगह मस्जिद का निर्माण करवाया था। जबकि कुछ इतिहासकारों का कहना है कि 14वीं सदी के शर्की सुल्तान ने मंदिर को ध्वस्त कराकर मस्जिद बनवाई। मान्यताएं ये भी हैं कि अकबर ने ही विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद को बनावाया था।
Gyanvapi Case: कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया है कि इससे उसकी ऐतिहासिकता और प्रमाणिकता साबित हो सकेगी। 7 हिंदू महिलाओं की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि इसका ग्राउंड पेनिट्रेशन राडार सर्वे भी होना चाहिए।
Kashi Vishwanath Temple: अगर आप सावन के महीने में काशी विश्वनाथ मंदिर का दर्शन करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको अपनी जेब थोड़ी ढीली करनी पड़ सकती है, क्योंकि मंदिर ने विशेष पूजा के लिए नई रेट लिस्ट जारी कर दी है।
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