कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि करतारपुर साहिब से वापस लौटने वाले श्रद्धालुओं के प्रसाद को सुरक्षा जांच के तहत खोजी कुत्तों से सुंघवाया जाता है और इस पर रोक लगनी चाहिए।
कमलनाथ सरकार का करतारपुर साहिब को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में शामिल करना बीजेपी को सिख दंगों के पाप धोने की कवायद जैसा दिखने लगा है...
ऐतिहासिक करतारपुर गलियारे के उद्घाटन का स्वागत करते हुए चीन ने उम्मीद जताई कि भारत और पाकिस्तान दोनों बातचीत के जरिए अपने मतभेदों को सुलझाने के लिए ‘‘सद्भावना प्रदर्शित करना जारी रख सकते हैं।’’
किसी सिख के लिए पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा में मत्था टेकना जिंदगीभर की एक बड़ी इच्छा पूरी होने जैसी है। यह कुछ वैसा ही है, जैसे किसी मुस्लिम के लिए पवित्र मक्का का दौरा करना...
भारत से बड़ी संख्या में सिखों ने पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के दर्शन किए और इस तीर्थ स्थल में सोने की एक पालकी स्थापित की।
कांग्रेस ने करतारपुर गलियारे (कॉरिडोर) के प्रस्तावित शुल्क पर एक तीखा हमला किया है, जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान प्रत्येक तीर्थयात्री से 20 डॉलर शुल्क लेगा।
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने रविवार को जानकारी दी कि पीएम नरेंद्र मोदी 8 नवंबर को डेरा बाबा नानक जाएंगे और करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने वाले जत्थे में शामिल नहीं होंगे। बता दें कि पहले ऐसी खबरें थीं कि मनमोहन सिंह ने पाकिस्तान में स्थित करतारपुर साहिब जाने का न्योता स्वीकार कर लिया है।
पाकिस्तान में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने वाले भारतीय श्रद्धालुओं के पास पासपोर्ट होना जरूरी है, जहां गुरु नानक देव ने अंतिम सांस ली थी। हालांकि, वीजा की आवश्यकता नहीं होगी।
करतारपुर में भारतीय सिख यात्रियों को दर्शन की इजाजत के बदले पाकिस्तान ने भारत के सामने हर भारतीय सिख यात्री से दर्शन के बदले में 20 अमेरिकी डॉलर का प्रस्ताव रखा है
विभाजन के 72 साल बाद पाकिस्तान ने पंजाब प्रांत में स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा चोआ साहिब के दरवाजे भारत समेत विभिन्न देशों के सिख श्रद्धालुओं के लिए शुक्रवार को खोल दिए।
करतार गुरुद्वारा के लिए पाकिस्तान ने जमीन का अलॉटमेंट बढ़ा दिया है। अब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार इस गुरुद्वारे के लिए 42 एकड़ जमीन अलॉट करेगी।
लाहौर। भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच वाघा में मैराथन बैठक के बाद एक वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी ने रविवार को कहा कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक करतारपुर गलियारे को चालू करने को लेकर और मसौदा समझौते पर ‘‘80 प्रतिशत और इससे अधिक’’ सहमति बन गई है।
करतारपुर कॉरिडोर पर काम अपने अखिरी चरण में है। भारत ने इस काम को पूरा करने के लिए 31 अक्टूबर तक का लक्ष्य रखा है।
पाकिस्तान अपनी पैंतरेबाज़ी से बाज़ नहीं आ रहा है। करतारपुर कॉरिडोर प्रोजेक्ट पर बातचीत से पहले उसने भारत की मांग मानते हुए गोपाल सिंह चावला का नाम पाक सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (पाक SGPC) से तो हटा दिया। लेकिन, दूसरे खालिस्तान समर्थक को उसमें शामिल कर लिया।
चावला पाकिस्तान में बैठा भारत का दुश्मन है। पाकिस्तान में उसके ताल्लुकात आतंकी हाफिज सईद और जैश सरगना मसूद अजहर से है। पाकिस्तान आर्मी और आईएसआई (ISI) के अफसरों का वो खास कारिंदा है।
भारत करतारपुर वार्ता में बड़ी उम्मीदों के साथ शामिल हो रहा है। इस बात पर चर्चा होनी है कि कौन लोग कॉरिडोर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
पाकिस्तान ने करतारपुर गलियारा चालू करने के लिए कई नियम एवं शर्तें तय की हैं और सिखों के सबसे पवित्र स्थलों में शामिल इस स्थान को पूरे साल खुला रखने के भारत के प्रस्ताव का विरोध किया है।
घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि गलियारे का निर्माण अत्याधुनिक एक्सप्रेसवे की तरह किया जाएगा। उन्होंने बताया कि भारतीय सीमा की ओर गलियारे की लंबाई 4.2 किलोमीटर होगी। सिंगला ने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए विश्व स्तरीय कोरिडोर बनाया जाएगा।
पाकिस्तान और भारत के अधिकारियों ने सोमवार को एक बैठक में करतारपुर कॉरिडोर के बारे में चर्चा की, जो पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को पाकिस्तान के करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब को जोड़ेगा।
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