पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रविवार को पड़ोसी देश से आग्रह किया कि वह इस करतारपुर कॉरिडोर की परियोजना पर अपना कमिटमेंट वापस न ले, क्योंकि सिख समुदाय के लिए इसका सर्वोच्च धार्मिक महत्व है।
भारत ने पाकिस्तान को प्रस्तावित करतारपुर कॉरिडोर से जुड़े प्रमुख फैसलों को अमलीजामा पहनाने के लिये तकनीकी स्तर पर बैठकें करने के बारे में याद दिलाया है। अधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
विभाजन के 72 साल बाद पाकिस्तान ने पंजाब प्रांत में स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा चोआ साहिब के दरवाजे भारत समेत विभिन्न देशों के सिख श्रद्धालुओं के लिए शुक्रवार को खोल दिए।
करतारपुर कॉरिडोर परियोजना पूरा होने के अंतिम चरण में प्रवेश कर चुकी है। पाकिस्तान सरकार ने भारत सरकार को यह आश्वासन दिया था कि इस साल बाबा गुरु नानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव से पूर्व नवंबर तक निर्माण और नवीनीकरण का काम पूरा कर लिया जाएगा।
श्रद्धालुओं के पाकिस्तान में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा तक जाने के लिए गुरदासपुर-अमृतसर रोड को अंतरराष्ट्रीय सीमा से जोड़ने वाला चार-लेन का राजमार्ग सितंबर के अंत तक बनकर तैयार हो जाएगा।
करतारपुर कॉरिडोर पर काम अपने अखिरी चरण में है। भारत ने इस काम को पूरा करने के लिए 31 अक्टूबर तक का लक्ष्य रखा है।
पाकिस्तान अपनी पैंतरेबाज़ी से बाज़ नहीं आ रहा है। करतारपुर कॉरिडोर प्रोजेक्ट पर बातचीत से पहले उसने भारत की मांग मानते हुए गोपाल सिंह चावला का नाम पाक सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (पाक SGPC) से तो हटा दिया। लेकिन, दूसरे खालिस्तान समर्थक को उसमें शामिल कर लिया।
भारत और पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर को लेकर कल बातचीत करने वाले हैं और इससे पहले भारत की सख्ती का असर पाकिस्तान पर हुआ है। पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में गोपाल सिंह चावला का नाम हटा दिया गया है।
भारत करतारपुर वार्ता में बड़ी उम्मीदों के साथ शामिल हो रहा है। इस बात पर चर्चा होनी है कि कौन लोग कॉरिडोर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
उनका बयान इस मायने में अहम है कि भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच वाघा बॉर्डर के पाकिस्तान वाले हिस्से में 14 जुलाई को बैठक होने वाली है। नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा था कि जब दोनों पक्षों के बीच बैठक होगी तब भारत गलियारे से संबंधित मुद्दों पर मतभेद सुलझाने का प्रयास करेगा।
भारत की तरफ के निर्माण कार्य का व्यापक निरीक्षण करने के बाद मंत्री ने कहा कि भारत के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक तीर्थ को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा से जोड़ने वाले मार्ग का 25 प्रतिशत निर्माण कार्य हो चुका है।
पाकिस्तान ने करतारपुर गलियारा चालू करने के लिए कई नियम एवं शर्तें तय की हैं और सिखों के सबसे पवित्र स्थलों में शामिल इस स्थान को पूरे साल खुला रखने के भारत के प्रस्ताव का विरोध किया है।
करतारपुर गलियारा पाकिस्तान के नरोवाल में गुरुद्वारा दरबार साहिब को गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक से जोड़ता है। यह कोरिडोर भारत से सिखों को पाकिस्तान में स्थित अपने पवित्र स्थल तक बिना वीजा के जाने की सुविधा उपलब्ध कराएगा।
घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि गलियारे का निर्माण अत्याधुनिक एक्सप्रेसवे की तरह किया जाएगा। उन्होंने बताया कि भारतीय सीमा की ओर गलियारे की लंबाई 4.2 किलोमीटर होगी। सिंगला ने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए विश्व स्तरीय कोरिडोर बनाया जाएगा।
पाकिस्तान और भारत के अधिकारियों ने सोमवार को एक बैठक में करतारपुर कॉरिडोर के बारे में चर्चा की, जो पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को पाकिस्तान के करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब को जोड़ेगा।
पाकिस्तान और भारत ने करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक से जोड़ने वाले कॉरिडोर के लिए रूपरेखा पर चर्चा करने के वास्ते मंगलवार को तकनीकी बैठक की।
भारत ने शुक्रवार को यहां पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त को तलब किया और करतारपुर गलियारे पर पाकिस्तान द्वारा नियुक्त समिति में कई खालिस्तानी अलगाववादियों की मौजूदगी पर चिंता व्यक्त की।
भारत और पाकिस्तान ने मंगलवार को करतारपुर कॉरिडोर से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की एक बैठक की।
संबंधों में बढ़े तनाव के बीच पाकिस्तान के करतारपुर शहर में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर शहर से जोड़ने वाला गलियारा बनाने के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के उद्देश्य से भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों की बैठक बृहस्पतिवार को यहां सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई।
पिछले एक महीने से बॉर्डर के आर-पार से जारी तनाव के बीच आज दोनों देश करतारपुर गलियारे को लेकर बातचीत की मेज के आमने सामने होंगे।
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