करतापुर कॉरिडोर की तरह पाकिस्तान सिंध प्रांत में हिंदू और जैन धार्मिक स्थलों के लिए एक कॉरिडोर खोलने पर विचार कर रहा है। सिंध के पर्यटन मंत्री जुल्फिकार अली शाह ने यह प्रस्ताव रखा है।
पाकिस्तान में पाप हुआ...जिसका खुलासा आज हो गया..सिखों का अपमान किया गया ..सिखों के धर्मस्थान के पास मांसाहारी खाना परोसा गया...पूरी खबर की डिटेल आपको बताते हैं. देखिए इस रिपोर्ट में.
Pakistan Kartarpur Sahib : जहां सिख टेकते हैं मत्था...वहां क्यों मांस-मदिरा ?
जम्मू की उझ नदी में बुधवार को 2.60 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद रावी नदी का जलस्तर बढ़ गया है। गुरुवार की सुबह पाकिस्तान की ओर से भी पानी बहकर करतारपुर गलियारे और ‘दर्शन स्थल’ के पास आ गया है।
भारत-पाकिस्तान बंटवारे के दौरान 75 साल पहले एकदूसरे से बिछड़े एक व्यक्ति और उसकी बहन ऐतिहासिक करतारपुर गलियारे पर फिर से मिल गए
ननकाना जिले के मनानावाला निवासी शाहिद रफीक मिठू अपने परिवार के 40 सदस्यों के साथ करतारपुर पहुंचे, जबकि पंजाब में अमृतसर जिले की अजनाला तहसील के गांव शाहपुर डोगराण निवासी सोनो मिठू शुक्रवार को करतारपुर होते हुए गुरुद्वारे पहुंचे।
सिख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव जी ने करतारपुर में ही देह का त्याग किया था। उसी जगह पर गुरुद्वारा बनाया गया है और 1947 में भारत तथा पाकिस्तान के बीच हुए बंटवारे में वह भाग पाकिस्तान में चला गया था।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने करतारपुर गलियारे को फिर से खोलने को अच्छा घटनाक्रम करार दिया। करीब 2,500 से अधिक भारतीय पैदल वाघा सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंचे।
करीब 20 महीने बाद फिर से खुले करतारपुर कॉरिडोर को लेकर पाकिस्तान में नवजोत सिंह सिद्धू की जमकर तारीफ हो रही है। कोरोना की वजह से करतारपुर कॉरिडोर को मार्च 2020 में बंद कर दिया गया था।
करतारपुर साहिब कॉरिडोर खुलने से सिख सुमदाय में उत्साह का माहौल है। इस कॉरिडोर के खोले जाने से भारतीय सिख बिना वीजा के गुरुद्वारे में मत्था टेक सकेंगे।
करीब 20 महीने के बाद श्रद्धालुओं करतारपुर कॉरिडोर फिर से खुल रहा है और गुरुवार को करतारपुर गुरुद्वारे में मथा टेकने के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना होगा। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि श्रद्धालुओं के पहले जत्थे में उनकी पूरी कैबिनेट शामिल होगी और करतारपुर गुरुद्वारे में जाकर मत्था टेकेगी।
पंजाब से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और उनसे अनुरोध किया कि गुरुपर्व से पहले करतारपुर कॉरिडोर को पुन: खोला जाए। इससे पहले कांग्रेस पार्टी के नेता नवजोत सिंह सिद्धू भी श्रद्धालुओं के वास्ते करतारपुर गलियारे को खोलने की मांग कर चुके हैं।
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने नौ नवंबर 2019 को गुरु नानक देव की 550 वीं जयंती की पूर्व संध्या पर करतारपुर गलियारे का उद्घाटन किया था। लेकिन गलियारा खुलने के कुछ ही महीनों बाद कोरोना वायरस महामारी के कारण तीर्थयात्रियों की आवाजाही मार्च 2020 से निलंबित कर दी गई।
भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से पाकिस्तान के इस कदम पर कड़ी आपत्ति जताए हुए कहा गया है कि पाकिस्तान के चेहरे से वह नकाब उतर गया है जिसके जरिए वह अपने यहां अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने की बात कहता है
पाकिस्तान ने सोमवार को तीन महीने से अधिक समय बाद करतारपुर गलियारे को फिर से खोल दिया। इस गलियारे को कोविड-19 महामारी के कारण अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था।
भारत ने करतारपुर गलियारे को फिर से शुरू करने की पाकिस्तान के प्रस्ताव की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि कॉरिडोर खोलने के लिए 2 दिन का नोटिस द्विपक्षीय समझौते के खिलाफ है।
कोरोना वायरस के कारण बंद किए गए करतारपुर साहिब कॉरिडोर को फिर से खोलने के लिए पाकिस्तान तैयार हो गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इसकी जानकारी दी है।
माना जा रहा है कि इसके निर्माण में घटिया मटीरियल का इस्तेमाल किया गया था जिसके चलते ये मामूली आंधी भी नहीं झेल पाए।
पंजाब के धर्मनिष्ठ लोगों के लिए साल 2019 यादगार रहेगा। सिखों ने जहां गुरु नानक देव की 550वीं जयंती मनाई वहीं पाकिस्तान ने करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब तक सिख श्रद्धालुओं को अभूतपूर्व पहुंच उपलब्ध कराई।
कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि करतारपुर साहिब से वापस लौटने वाले श्रद्धालुओं के प्रसाद को सुरक्षा जांच के तहत खोजी कुत्तों से सुंघवाया जाता है और इस पर रोक लगनी चाहिए।
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