कर्नाटक में राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को क्रॉस वोटिंग का डर सताने लगा है। यही वजह है कि कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को एक होटल में भेज दिया है। बता दें मंगलवार को राज्यसभा के लिए चुनाव होने हैं।
तेलंगाना में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने कर्नाटक से अपने नेताओं की फौज उतार दी है जिसका नेतृत्व सूबे के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार कर रहे हैं।
कर्नाटक में लिंगायत वोटरों की आबादी 17 फीसदी है। ऐसे में बीएस येदियुरप्पा के बाद जगदीश शेट्टार ही लिंगायत समुदाय के दूसरे सबसे बड़े नेता माने जाते हैं। अबतक लिंगायत भाजपा का मजबूत वोटर बेस था।
इस वक्त हर किसी की जुबान पर बस एक सवाल है. कर्नाटक का अगला सीएम कौन बनने जा रहा है. बेंगलुरू से मल्लिकार्जुन दिल्ली आ चुके हैं... फैसला कहां से होगा... दिल्ली तय करेगा या फिर बेंगलुरू... कर्नाटक की बड़ी सियासी रिपोर्ट...
Karnatak Election: कर्नाटक के चुनाव में बजरंग बली की एंट्री हो गई है..और इस एंट्री का गेट बना है कांग्रेस का घोषणापत्र...कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल की तुलना PFI से करते हुए उस पर बैन लगाने का वादा किया है...इस घोषणा पत्र के सामने आने के बाद कर्नाटक में जगह जगह बजरंग दर के कार्यकर्ताओं
Karnataka Election : Pm Modi आज मुदाबिदरे ,अंकोला और बैलहोंगल चुनावी रैलियां करेंगे. Congress के घोषणा पत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने के वादे को लेकर प्रदर्शन शुरू हो गया है। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जगह जगह प्रदर्शन किया और कांग्रेस का घोषणापत्र जलाया है...पीएम मोदी ने भी कांग्रेस के घोषणापत्र प
Congress On PM Modi: पिछले दो दशकों का राजनीतिक इतिहास ये कहता है कि जब-जब कांग्रेस ने मोदी को गाली दी या नीचा दिखाने की कोशिश की है, तब-तब कांग्रेस को चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है.
बेंगलुरु में आंतरिक कलह के एक दिन बाद कम से कम आधा दर्जन विधायकों ने विपक्ष के नेता सिद्धारमैया को 'अगला मुख्यमंत्री बनाए जाने की घोषणा की।
कांग्रेस ने कर्नाटक और दिल्ली के अपने नए अध्यक्षों की लिस्ट जारी की है। डीके शिवकुमार अब कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के नए अध्यक्ष होंगे। वह दिनेश गुंडुराव की जगह लेंगे।
कर्नाटक में भाजपा द्वारा गठबंधन सरकार के कथित तख्तापलट की कोशिशों के बीच शक्ति प्रदर्शन के तौर पर शुक्रवार को यहां आयोजित की गई कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक में चार नाराज विधायक नहीं पहुंचे।
कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद ए. एच. विश्वनाथ ने आज अपने समर्थकों सहित पार्टी का साथ छोड़ दिया। पिछले कुछ महीनों से विनाथ मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और संगठन की तीखी आलोचना कर रहे थे।
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