राज्य विधानसभा की 224 सीटों में से 222 पर चुनाव हुए थे जिनमें से 104 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, और सामान्य बहुमत से वह आठ सीट पीछे है। कांग्रेस 78 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर और 38 सीटों के साथ जनता दल (सेक्युलर) तीसरे स्थान पर है। चुनाव के इन नतीजों के साथ कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति सामने आई है।
बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा कर्नाटक के अगले सीएम होंगे और वे कल सुबह 9.30बजे वे सीएम पद की शपथ लेंगे।
बता दें कि बीएसपी ने चुनाव पूर्व कर्नाटक में जेडीएस के साथ गठबंधन किया था और 20 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया था। मायावती ने खुद चुनाव प्रचार के दौरान जेडीएस नेताओं के साथ मिलकर रैली भी संबोधित की थी।
कांग्रेस ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है। नतीजों के बाद कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी उनके विधायकों की खरीद-फरोख्त में लगी है। कांग्रेस के एक विधायक ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने उन्हें पैसे और मंत्री पद का ऑफर दिया है।
येचुरी ने कहा कि भाजपा चुनाव हारने और सरकारें बनाने की कला में माहिर है। यह उसका ट्रेडमार्क या यूएसपी बन गई है। विपक्षी सूत्रों के मुताबिक देव गौड़ा सभी अन्य धर्मनिरपेक्ष पार्टियों के संपर्क में हैं और बीती रात से ही विचारों का आदान प्रदान चल रहा।
लिंगायत विधायकों का कहना है कि कुमारस्वामी वोक्कालिगा समुदाय से हैं जबकि बीएस येदियुरप्पा लिंगायत समुदाय से हैं...
कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री डी.के. शिवकुमार ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर अति आत्मविश्वास का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि...
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में रुझानों को देखते किसी भी पार्टी को फिलहाल बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। इस बीच कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है...
बीजेपी में भी हलचल तेज हो गई है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, जेपी नड्डा और धर्मेंद्र प्रधान कर्नाटक जा रहे हैं। इस सबके बीच कर्नाटक का सस्पेंस अब भी बरकरार है। कर्नाटक में इस वक्त 5 सीटें ऐसी हैं जिनपर कांग्रेस और जेडीएस आगे चल रही है।
मंगलवार को जारी मतगणना के रुझानों में भारतीय जनता पार्टी को जीत की ओर बढ़ते देखकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इनते उत्साहित हो गए कि...
राहुल गांधी के परोक्ष संदर्भ में उन्होंने कहा कि हम बड़ी विनम्रता से इसे स्वीकार करते हैं और कुछ लोग जो प्रधानमंत्री बनने की बात कर रहे थे, उन्हें हम कहना चाहते हैं कि केंद्र और प्रदेश की नई सरकार मिलकर कर्नाटक को विकास की राह पर आगे बढ़ायेगी।
जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ रही है, भाजपा नेता राज्य में पार्टी की जीत को लेकर आश्वस्त होते जा रहे हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि वे राज्य में सत्ता पर काबिज होने को लेकर आश्वस्त हैं। कांग्रेस के नेताओं ने इन रुझानों को देखकर जेडीएस के साथ गठबंधन की संभावनाओं के बारे में बात करना शुरू कर दिया है।
कर्नाटक में बंपर जीत दर्ज करने के बाद बीजेपी की झोली में एक और राज्य आ गया है। अब बीजेपी और उसके सहयोगियों की 21 राज्यों में सरकार बन गई है। 22 में से 16 राज्यों में बीजेपी की अपने दम पर सरकार चला रही है जबकि 6 राज्यों में अपने सहयोगियों के साथ सत्ता में है। मतलब देश की करीब 70 फीसदी आबादी पर बीजेपी शासन कर रही है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के रुझानों में बीजेपी की सफलता पर छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह ने कहा कि अब देश में कांग्रेस खोजो अभियान चलेगा, कांग्रेस कहां रहेगी पता नहीं।
कर्नाटक हारने के बाद कांग्रेस अब तीन राज्यों में सिमट गई है। पंजाब, मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में ही कांग्रेस की सरकार रह गई है। बता दें कि 2014 के आम चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत से नरेंद्र मोदी का कद बढ़ा और कांग्रेस के हाथ से सत्ता फिसलनी शुरू हो गई।
बीएस येदियुरप्पा को कर्नाटक की राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाले लिंगायत का समर्थन प्राप्त नेता माना जाता है। बता दें कि उन्होंने बीते समय में भाजपा छोड़कर अलग पार्टी बना ली थी। इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने अपने दल ‘कर्नाटक जनता पक्ष’ का वापस भारतीय जनता पार्टी में विलय कर दिया।
शुरुआती रुझानों में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर चल रही है और कोई भी पार्टी बहुमत हासिल करने की स्थिति में नजर नहीं आ रही है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि कर्नाटक में सरकार किसकी बनेगी और कैसे बनेगी?
सर्वेक्षण में बताया गया कि इसमें प्रधानमंत्री के अभियान में हुआ खर्चा शामिल नहीं है। पिछले 20 वर्षों के सीएमएस द्वारा किए गए जमीनी सर्वेक्षण यह संकेत देते हैं कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में हुआ खर्चा आम तौर पर देश के दूसरे राज्यों के विधानसभा चुनाव में हुए खर्चे से ज्यादा है।
Karnataka assembly election result LIVE: राज्य की 224 सदस्यीय विधानसभा की 222 सीटों पर 12 मई को मतदान हुआ था।
गोवा और मणिपुर विधानसभा चुनाव नतीजों से सबक लेते हुए कांग्रेस कर्नाटक में जोखिम मोल लेने के मूड में नहीं है और शायद यही वजह है कि...
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