JD (S) ने 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को सत्ता में लाने के लिए ‘123 सीटें जीतने के अभियान’ की पहले ही घोषणा कर दी है।
कर्नाटक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से पहले ही भारतीय जनता पार्टी के नेता बीएस येदियुरप्पा द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब राज्य में कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर गठबंधन की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है...
पिछले 3 दिन में कर्नाटक विधानसभा चुनाव नतीजों से लेकर वहां बीएस येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री बनने और बहुमत साबित करने की चुनौती को लेकर जो भी राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है उसकी वजह से शेयर बाजार में भारी उथल-पुथल देखने को मिली है। शायद शेयर बाजार पहले ही अंदाजा लगा चुका था कि कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिलने की संभावना कम है। यही वजह है कि पिछले 3 दिन के दौरान शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली है।
बीजेपी नेता बी एस येदियुरप्पा शनिवार को सदन में अपना बहुमत साबित नहीं कर पाए। बेहद भावुक भाषण के बाद येदियुरप्पा ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया दूसरी ओर कुमारस्वामी के नेतृत्व में कांग्रेस और जनता (दल) की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है।
जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस के लिए फर्जी हस्ताक्षर और अन्य दस्तावेज कोई नई बात नहीं है। मणिपुर में जब खंडित जनादेश आया था तब भी कांग्रेस ने मणिपुर पीपुल्स पार्टी के समर्थन का एक फर्जी पत्र सौंपा था। हालांकि उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने इसमें जालसाजी की थी।
कर्नाटक की बीएस येदियुरप्पा सरकार को आज तब बड़ा झटका लगा जब सुप्रीम कोर्ट बहुमत साबित करने के लिए राज्यपाल द्वारा दी गई 15 दिन की मोहलत को दरकिनार करते हुए बीजेपी को आज शाम 4 बजे सदन में बहुमत साबित करने का आदेश दे दिया। इसके बाद राज्यपाल द्वारा बीजेपी नेता केजी बोपैया को प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने के खिलाफ भी कांग्रेस और जेडी एस ने कोर्ट का रुख किया है।
कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार कुमार स्वामी ने आरोप लगाया कि ऐसा सरकार के इशारे पर किया गया है। हालांकि नागरिक उड्डयन मंत्रालय की तरफ से ये कहा गया है कि देश के अंदर चार्टर्ड फ्लाइट्स के लिए डीजीसीए की मंजूरी ज़रूरी नहीं होती।
बसपा प्रमुख ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अगर सोचते हैं कि वे कर्नाटक के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल न होकर अपने काले कारनामों को छिपाने में कामयाब हो गए, तो यह उनकी बड़ी भूल है।
कानूनी लड़ाई लड़ने से सेवानिवृत्ति ले चुके जेठमालनी ने पीठ को बताया कि कर्नाटक के राज्यपाल का आदेश "संवैधानिक शक्ति का पूरी तरह से दुरुपयोग है।" सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार मध्य रात्रि को हुई सुनवाई में येदियुरप्पा के राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था।
सर्वोच्च न्यायालय की तीन सदस्यीय पीठ ने येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण पर रोक लगाने संबंधी कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) की संयुक्त रिट याचिका खारिज कर दी। शीर्ष अदालत ने कहा कि येदियुरप्पा का शपथ ग्रहण मामले के अंतिम नतीजे के अधीन है और इस मामले में अगली सुनवाई शुक्रवार को 10.30 बजे होगी।
राज्यपाल वजुभाई वाला ने कल येद्दियुरप्पा को सरकार बनाने का न्यौता दिया था। इसके बाद रात में ही कांग्रेस ने शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया था। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने राज्यपाल पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि 'उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के दखल से संविधान का 'एनकाउंटर' किया है।'
बीजेपी के पास बहुमत साबित करने के लिए विधायकों की पर्याप्त संख्या नहीं है, लेकिन आंकड़ों को पक्ष में करने के लिए खास योजना है। बीजेपी को विपक्षी दलों के उन लिंगायत विधायकों से उम्मीद है जो कांग्रेस-जेडीएस के पोस्ट पोल गठबंधन से नाराज बताए जा रहे हैं क्योंकि इसका मुखिया वोकलिंगा समुदाय के कुमारस्वामी को बनाया गया है।
कर्नाटक में नई सरकार को लेकर रास्ता साफ होने का स्वागत शेयर बाजार ने भी किया है। भारतीय जनता पार्टी के नेता बीएस येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री बनने के बाद खुले शेयर बाजार में बढ़त देखने को मिली है। बाजार खुलते ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में बढ़त देखने को मिली
बुधवार देर शाम राज्यपाल वजुभाई बाला ने येदियुरप्पा को सरकार बनाने का न्योता देते हुए चिट्ठी लिखी। चिट्ठी मिलने के बाद एक तरफ जहां बीजेपी खेमे में खुशी की लहर फैल गई वहीं कांग्रेसी और जेडीएस को जबरदस्त झटका लगा। कांग्रेस ने राज्यपाल के फैसले का तीखा विरोध किया।
बीएस येदियुरप्पा ने कर्नाटक के 25वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। यह तीसरी बार है जब येदियुरप्पा को कर्नाटक के मुख्यमंत्री की कुर्सी मिली है। उन्हें राजभवन में राज्यपाल वजूभाई वाला ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
कर्नाटक गवर्नर के फैसले के खिलाफ कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार के पास कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी की तरफ से यह अर्जी दाखिल की गई है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं, लेकिन सरकार कौन बनाएगा इस पर अभी भी सस्पेंस है कायम है। वैसे तो राजनीतिक मुद्दों पर बोलने से बॉलीवुड सेलिब्रिटी बचते ही रहते हैं क्योंकि जब भी वो बोलते हैं ट्रोल हो जाते हैं। अब कर्नाटक चुनाव पर धूम के अभिनेता उदय चोपड़ा ने ऐसा ट्वीट कर दिया जिसके बाद सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है।
कुमारस्वामी ने भाजपा पर विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए केंद्र सरकार की मशीनरी का उपयोग करने का आरोप लगाया और उन्होंने किसी भी भाजपा नेता से मुलाकात से इनकार कर दिया। हालांकि, कुमारस्वामी ने यह स्वीकार किया कि भाजपा और कांग्रेस के कई नव निर्वाचित विधायक सरकार गठन को लेकर उनके संपर्क में हैं।
भाजपा के नव निर्वाचित विधायकों ने सर्वसम्मति से येदियुरप्पा को विधायक दल का नेता चुना। येदियुरप्पा ने कहा, "मैंने राज्यपाल से जल्द से जल्द मुख्यमंत्री के रूप में मुझे शपथ ग्रहण करने की अनुमति देने का आग्रह किया है और राज्यपाल ने जल्दी ही उचित निर्णय लेने की बात कही है।"
जयंत पाटिल ने कहा कि उन्हें आश्चर्य इस बात का है कि जब विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने राज्य का दौरा किया था तो राज्य की जनता कांग्रेस सरकार से संतुष्ट प्रतीत हो रही थी। कल आए चुनाव परिणामों में भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है लेकिन बहुमत से नौ सीटें दूर है। भगवा दल को सत्ता से दूर रखने के लिए कांग्रेस ने जद ( एस ) को समर्थन दिया है।
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