भारत में बहुत कम ही लोग जानते हैं कि पाकिस्तान में हमारे देश की एक महिला जासूस थी जो वहां दो साल तक रहकर भारत के लिए जासूसी करती रही और दुश्मन के हरकतों पर नजर रखती रही। इसके लिए उसने एक पाकिस्तानी मर्द से शादी भी की और उसके बच्चे की मां भी बनीं।
फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राशिम बाली द्वारा सूबेदार मेजर त्सेवांग मुरोप के निधन पर शोक व्यक्त किया है। बता दें कि राशिम बाली ने सूबेदार मेजर के घर जाकर परिजनों का सांत्वना देने का भी काम किया।
द्रास इलाके की जामिया मस्जिद में आग लग गई है। फोटोज और वीडियोज में दिख रहा है कि आग कितनी भयंकर है और मस्जिद धूं-धूंकर जल रही है। इस आग की वजह से मस्जिद को काफी नुकसान हुआ है। हालांकि फायर बिग्रेड की मदद से आग पर काबू पा लिया गया है।
PM Modi in Kargil: पीएम नरेंद्र मोदी आज दिवाली के उपलक्ष्य में कारगिल के दौरे पर गए हैं। इस दौरान वहां उन्होंने सैनिकों से मुलाकात की और संबोधित किया। इस दौरान वे मेजर अमित से भी मिले। ये अमित 21 साल पहले भी मोदीजी से मिले थे, जब वे सैनिक स्कूल में थे और मोदी उनके स्कूल आए थे।
PM Modi In Kargil: दिवाली मनाने के लिए पीएम मोदी करगिल पहुंचे हैं। यहां उन्होंने जवानों को संबोधित किया है और उन्हें मिठाई भी खिलाई। पीएम ने कहा कि आप सब मेरा परिवार हो। मेरी दिवाली की मिठास और चमक आप लोगों बीच है। भारत कामना करता है कि प्रकाश का यह त्योहार दुनिया के लिए शांति का मार्ग प्रशस्त करे।
Earthquake News: वहीं इससे पहले लेह के अलची से करीब 189 किमी उत्तर में सुबह करीब 4.19 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप की तीव्रता 4.8 आंकी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप की गहराई जमीन से 10 किमी नीचे थी।
Yogi Adityanath on Pakistan: लोगों को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि देश के लोगों को जाति, मत, मजहब, क्षेत्र और भाषा की संकीर्णता के दायरे ऊपर उठना होगा।
Kargil Vijay Divas : शहीद जवानों को नम आंखों से श्रद्धांजलि दी गई। मुख्य समारोह श्रीनगर के बादामी बाग में मनाया गया। इस समारोह में स्कूली छात्रों, एनसीसी कैडेट्स और भारतीय सेना के जवानों ने भाग लिया।
Kargil Vijay Diwas: पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में भारत के पास बेहतर हथियार और सैन्य क्षमता की जब कमी पड़ी तो इसे रूस (Russia) ने पूरा किया। रूस ने भारत की भरपूर मदद की। इसके अलावा जब भी जंग के दौरान अमेरिका (America) ने भारत को आंख दिखाई चाही तो रूस कंधे से कंधा मिलाकर भारत के साथ खड़ा रहा।
Kargil Vijay Diwas: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने मंगलवार को 'करगिल विजय दिवस' पर शहीदों को नमन किया और सेना के शौर्य व वीरता को याद किया।
Kargil Vijay Diwas: क्या आप जानते हैं कि पाकिस्तान के खिलाफ हुए करगिल युद्ध में इजराइल ने भी भारत की खूब मदद की थी। इस मदद ने भारतीय लड़ाकों को दुश्मन के खिलाफ मजबूत बना दिया था और पाकिस्तानी सैनिकों की सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई थी।
Kargil Vijay Diwas 2022: करगिल विजय दिवस के इस मौके पर उन वीर शहीदों को शत-शत नमन है और उन जवानों के हौंसले को भी सलाम है।
Kargil Vijay Diwas 2022: इसकी शुरुआत हुई थी 8 मई 1999 से जब पाकिस्तानी फौजियों और कश्मीरी आतंकियों को कारगिल की चोटी पर देखा गया था।
26 जुलाई को 1999 में कारगिल युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाया था। युद्ध में बलिदान देने वाले देश के वीर सपूतों की याद में हर साल कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। करीब दो महीने से अधिक वक्त तक चले कारगिल युद्ध में 527 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे, जबकि 1,300 से अधिक घायल हुए थे।
Kargil Vijay Diwas: भारतीय सेना 23वें कारगिल विजय दिवस को लेकर तैयारियों में जुट गई है। बुराई पर जीत, अपने धरती पुत्रों, शहीद हुए वीरों को सम्मान देने के लिए द्रास में सेना कारगिल युद्ध स्मारक पर बड़ा स्मरणोत्सव आयोजित करने जा रही है।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सोमवार को कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू स्वयं को ‘शांतिदूत’ मानते थे और उनकी इस नीति की कीमत वर्षों तक देश को चुकानी पड़ी।
22वें कारगिल विजय दिवस के अवसर पर, भारतीय सशस्त्र बलों की जीत के उपलक्ष्य में और हमारे शहीदों के सर्वोच्च बलिदान को श्रद्धांजलि देने के लिए मुंबई के कोलाबा में शहीद स्मारक पर एक पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया था।
Captain Vijayant Thapar दो राजपूताना राइफल्स के जांबाज़ अफसर थे। कारगिल युद्ध के दौरान उन्होंने तोलोलिंग के बंकर पर कब्ज़ा कर उन्होंने भारत को पहली जीत दिलवाई थी। जानिए उनकी वीरता की कहानी।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने कहा कि भाजपा हर साल कारगिल दिवस को विजय दिवस के रूप में मनाती है। यह हमारे राष्ट्रीय कार्यक्रम के रूप में देखा जाता है।
राष्ट्रपति ने डैगर युद्ध स्मारक में आगंतुक पुस्तिका में अपने संदेश में कहा, 'देश सैनिक और 19वीं इन्फैन्ट्री डिवीजन के अधिकारियों को सलाम करता है,जो हमारे अग्रिम मोर्चे के सैनिकों के तौर पर विपरीत मौसमी स्थितियों में हमारी सीमाओं की रक्षा करते।'
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