भारत के खिलाफ 1999 के करगिल युद्ध की योजना बनाने वाले कुछ पाकिस्तानी जनरलों ने तत्कालीन सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ की सराहना करते हुए कहा है कि वह इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए अपने पूर्वाधिकारियों की तुलना में कहीं अधिक साहसी थे।
करगिल सेक्टर में 1999 में भारतीय और पाकिस्तानी सैनिकों के बीच लड़ाई शुरू होने से कुछ सप्ताह पहले जनरल परवेज मुशर्रफ ने एक हेलिकॉप्टर से नियंत्रण रेखा पार की थी और भारतीय भूभाग में करीब 11 किमी अंदर एक स्थान पर रात भी बिताई थी।
जब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने पडोसी पकिस्तान से अच्छे सम्बन्ध बनाने के विचार से फरवरी 1999 में बस द्वारा नई दिल्ली से लाहोर तक की एतिहासिक यात्रा की तो उन्हें इसका तनिक भी आभास नहीं था कि करगिल युद्ध की नीव उसी समय पड़ गई थी।
Defence Minister Arun Jaitley and Army Chief pays tribute to martyrs Kargil War at Amar Jawan Jyoti | 2017-07-26 09:39:15
कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय वायु सेना के एक जगुआर ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के ऊपर उड़ान भरी। इसका उद्देश्य पाकिस्तानी सेना के एक ठिकाने पर लेजर गाइडेड सिस्टम से बमबारी करने लिए टारगेट को सेट करना था। इसके पीछे आ रहे दूसरे जगुआर को बमबारी करनी थी।
मुंबई के आदर्श हाउसिंग सोसायटी घोटाला मामले में रक्षा मंत्रालय की तरफ से नियुक्त उच्चस्तरीय समिति ने अपनी जांच में सेना के 2 पूर्व प्रमुखों, जनरल एन. सी. विज और जनरल दीपक कपूर तथा कई अन्य रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर्स की संलिप्तता पाई है।
कैप्टन विक्रम बत्रा वह नाम है जो 7 जुलाई 1999 को हिंदुस्तान के शहीदों की सूची में अमर हो गया। इस बहादुर सैनिक अफसर ने जान की बाजी लगाकर वह कर दिखाया जो केवल एक 'परमवीर' ही कर सकता है।
3 जुलाई 1999, यानी आज से 18 साल पहले भारतीय सेना के एक युवा अधिकारी ने बहादुरी की वह इबारत लिखी थी, जिसे याद करके आज भी हर भारतीय का सीना फख्र से चौड़ा हो जाता है।
लाहौर: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कारगिल युद्ध के दौरान पाक पीएम नवाज शरीफ ने फोन पर बात की। उस समय वाजपेयी बहुत ज्यादा गुस्सा थे और उन्होंने फोन पर ही नवाज
नई दिल्ली: कारगिल की लड़ाई अपने आप में कई राज छुपाए हुए है। उस समय क्या हुआ था ये कोई नहीं जानता। हर कोई अलग-अलग अंदाजा लगाता है। हम आज आपको बताने जा रहे हैं
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