रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कारगिल विजय दिवस के मौके पर अपने संबोधन में कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो भारतीय सेना लाइन ऑफ कंट्रोल को भी पार करेगी।
कारगिल विजय दिवस पर पूर्व थलसेना प्रमुख वीपी मलिक ने कहा कि चीन और पाकिस्तान समेत सभी देशों से मुकाबला करने में भारत की सेना सक्षम हो गई हैं। फिर भी भारतीय सेना को हमेशा अलर्ट रहना होगा।
Kargil Vijay Diwas 2023: कारगिल विजय दिवस पर फिल्म इंडस्ट्री में कई शानदार फिल्में बनी है, जिसमें से कुछ फिल्में आज भी लोगों को याद है। भारत में पेट्रीआटिक फिल्मों की एक अलग ही हिस्ट्री है।
ब्रिगेडियर सुधीर सावंत, कारगिल युद्ध के दौरान ब्रिगेड हेड क्वार्टर(द्रास सेक्टर) में मेजर पोस्ट पर तैनात थे। उन्होंने बताया कि 3 मई को एक चरवाहा ने आर्मी को सूचना दी। इसके बाद पांच मई को लेफ्टिनेंट कालिया जब पेट्रोलिंग के लिए गए तो उनको टॉर्चर कर मारा दिया गया।
भारत हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाता है और उस जंग में अपने प्राण न्यौछावर करके भी देश की अस्मिता को अक्षुण्ण रखने वाले बहादुर सैनिको को याद करता है।
यात्रा के अंतिम चरण के लिए रवाना होने से पहले बाइकर भावना अधिकारी ने कहा, “25 महिला बाइकर का यह दल बहुत विविध है। इसमें सेवारत अधिकारी, वीर नारियां और सेवारत एवं सेवानिवृत्त कर्मियों की पत्नियां शामिल हैं। इस दल का मकसद महिला सशक्तिकरण का संदेश देना है।”
Yogi Adityanath on Pakistan: लोगों को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि देश के लोगों को जाति, मत, मजहब, क्षेत्र और भाषा की संकीर्णता के दायरे ऊपर उठना होगा।
Kargil Vijay Divas : शहीद जवानों को नम आंखों से श्रद्धांजलि दी गई। मुख्य समारोह श्रीनगर के बादामी बाग में मनाया गया। इस समारोह में स्कूली छात्रों, एनसीसी कैडेट्स और भारतीय सेना के जवानों ने भाग लिया।
Kargil Vijay Diwas: पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में भारत के पास बेहतर हथियार और सैन्य क्षमता की जब कमी पड़ी तो इसे रूस (Russia) ने पूरा किया। रूस ने भारत की भरपूर मदद की। इसके अलावा जब भी जंग के दौरान अमेरिका (America) ने भारत को आंख दिखाई चाही तो रूस कंधे से कंधा मिलाकर भारत के साथ खड़ा रहा।
Kargil Vijay Diwas: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने मंगलवार को 'करगिल विजय दिवस' पर शहीदों को नमन किया और सेना के शौर्य व वीरता को याद किया।
Kargil Vijay Diwas: क्या आप जानते हैं कि पाकिस्तान के खिलाफ हुए करगिल युद्ध में इजराइल ने भी भारत की खूब मदद की थी। इस मदद ने भारतीय लड़ाकों को दुश्मन के खिलाफ मजबूत बना दिया था और पाकिस्तानी सैनिकों की सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई थी।
Kargil Vijay Diwas 2022: करगिल विजय दिवस के इस मौके पर उन वीर शहीदों को शत-शत नमन है और उन जवानों के हौंसले को भी सलाम है।
Kargil Vijay Diwas 2022: इसकी शुरुआत हुई थी 8 मई 1999 से जब पाकिस्तानी फौजियों और कश्मीरी आतंकियों को कारगिल की चोटी पर देखा गया था।
26 जुलाई को 1999 में कारगिल युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाया था। युद्ध में बलिदान देने वाले देश के वीर सपूतों की याद में हर साल कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। करीब दो महीने से अधिक वक्त तक चले कारगिल युद्ध में 527 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे, जबकि 1,300 से अधिक घायल हुए थे।
Kargil Vijay Diwas: भारतीय सेना 23वें कारगिल विजय दिवस को लेकर तैयारियों में जुट गई है। बुराई पर जीत, अपने धरती पुत्रों, शहीद हुए वीरों को सम्मान देने के लिए द्रास में सेना कारगिल युद्ध स्मारक पर बड़ा स्मरणोत्सव आयोजित करने जा रही है।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सोमवार को कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू स्वयं को ‘शांतिदूत’ मानते थे और उनकी इस नीति की कीमत वर्षों तक देश को चुकानी पड़ी।
Captain Vijayant Thapar दो राजपूताना राइफल्स के जांबाज़ अफसर थे। कारगिल युद्ध के दौरान उन्होंने तोलोलिंग के बंकर पर कब्ज़ा कर उन्होंने भारत को पहली जीत दिलवाई थी। जानिए उनकी वीरता की कहानी।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने कहा कि भाजपा हर साल कारगिल दिवस को विजय दिवस के रूप में मनाती है। यह हमारे राष्ट्रीय कार्यक्रम के रूप में देखा जाता है।
राष्ट्रपति ने डैगर युद्ध स्मारक में आगंतुक पुस्तिका में अपने संदेश में कहा, 'देश सैनिक और 19वीं इन्फैन्ट्री डिवीजन के अधिकारियों को सलाम करता है,जो हमारे अग्रिम मोर्चे के सैनिकों के तौर पर विपरीत मौसमी स्थितियों में हमारी सीमाओं की रक्षा करते।'
जाट रेजिमेंट के 17 वें बटालियन के कैप्टेन अनुज नैयर करगिल युद्ध के दौरान 6 जून 1999 को पॉइंट 4875 को बचाते हुए शहीद हुए थे। जानिए उनकी शहादत की पूरी कहानी।
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