कांवड़ियों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू करते हुए वाहन की तलाश शुरू की और कांवड़िए सड़क पर ही बैठे रहे। कुछ देर बाद पुलिस ने वाहन को बरामद कर लिया। वाहन भाजपा नेता संतोष सिंह का बताया जा रहा है।
सावन के तीसरे सोमवार को हाजीपुर में दर्दनाक हादसा हो गया है। यहां एक डीजे ट्राली हाइटेंशन तार की चपेट में आ गई, जिसमें 9 कावंड़ियों की दर्दनाक मौत हो गई है।
25 वर्षीय सचिन खंडेलवाल का 22 जुलाई को एक्सीडेंट हुआ था और उसे एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने बताया कि वह कोमा में चला गया है। कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई।
तीर्थयात्री देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर से लौट रहे थे तभी उनका वाहन बिजली के खंभे से टकरा गया। इससे बिजली का तार टूटकर वाहन पर गिर गया, जिससे पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य झुलस गए।
कांवड़ यात्रा में ड्यूटी पर तैनात एक सीओ को एक अज्ञात बाइक द्वारा टक्कर मारने की खबर सामने आई है। हादसे की वजह से सीओ के पैर में फ्रैक्चर हुआ है और उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
उत्तर प्रदेश के हरदोई में आठ और हरियाणा के फरीदाबाद में 14 कांवड़िए हाईटेंशन तार की चपेट में आ गए। फरीदाबाद में एक कांवड़िए की मौत हो गई, जबकि हरदोई में दो की हालत गंभीर है।
यूपी सरकार ने कांवड़ यात्रा के रूट पर दुकानदारों को नेम प्लेट लगाने के अपने आदेश पर सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिकाओं का विरोध करते हुए अपना जवाब दाखिल कर दिया है।
देश के इस सबसे बड़े कांवड़ कैंप में 20 हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था है और इस बात का खास ख्याल रखा गया है कि कांवड़ियों को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो।
कांवड़ यात्रा नेमप्लेट विवाद पर बोलते हुए आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू ने कहा है कि यह यात्रा लोगों की श्रद्धा की यात्रा होती है और इसे विवाद का मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए।
देश के तमाम हिस्सों में कांवड़ियों ने हंगामा किया है। कई जगहों पर कांवड़ियों ने मारपीट और गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की है। कांवड़ियों का आरोप है कि उनकी कांवड़ को खंडित किया गया।
बूढ़ी मां सरोज देवी ने कांवड़ यात्रा की इच्छा जताई थी, जिसको पूरा करने के लिए बेटे और बहू ने मिसाल कायम की। गौरतलब है कि सावन का महीना शुरू हो चुका है, ऐसे में लोग कांवड़ यात्रा पर निकले हुए हैं।
कांवड़ यात्रा के रूट पर पड़ने वाले होटल, ढाबा और खाने के ठेलों पर मालिक का नाम और मोबाइल नंबर लिखे जाने के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। इसके बाद योगी सरकार के मंत्री और बीजेपी नेताओं की तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं।
नूह में पिछले साल कांवड़ यात्रा के दौरान दंगे भड़क गए थे। इस बार ऐसी किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है।
उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के रूट पर खाने की दुकानों में नाम लिखने के आदेश पर लगातार बवाल हो रहा है। सभी पार्टियों की मीटिंग के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यूपी सरकार छुआछूत को बढ़ावा दे रही है। यह आर्टिकल 17 का उल्लंघन है।
सावन महीने में शिव भक्तों को देखते हुए ये आदेश जारी किया गय है। उज्जैन के डीएम नीरज कुमार सिंह ने कहा कि जिन लोगों ने इसका पालन नहीं किया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मध्य प्रदेश की इंदौर-2 सीट के विधायक रमेश मेन्दोला ने सीएम मोहन यादव को पत्र लिखकर यूपी की तर्ज पर दुकानों पर उनके मालिकों का नाम लिखे जाने को लेकर आदेश जारी करने की मांग की है।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने पूरे प्रदेश में कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाले होटल एवं ढाबा मालिकों को नेम प्लेट लगाने का आदेश दिया है जिसका कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने समर्थन किया है।
यूपी में कांवड़ यात्रा के रूट पर दुकानों में नेम प्लेट लगाए जाने के आदेश पर विपक्षी नेताओं ने सीएम योगी को घेरना शुरू कर दिया है। अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने योगी सरकार पर सीधे तौर पर निशाना साधा है।
उत्तर प्रदेश में होटल-ढाबे पर नाम लिखने के आदेश को लेकर बवाल हो रहा है, लेकिन खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अनुसार ऐसा करना जरूरी है।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में प्रशासन ने कांवड़ रूट पर पड़ने वाली दुकानों के मालिकों को आदेश दिया है कि वे कांवड़ यात्रा के दौरान अपनी पहचान के साथ दुकानदारी करें।
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