Kanwar Yatra 2022: मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड आए शिव भक्तों में भगवान शिव का अंश देखा जा सकता है। उन्होंने यात्रा के इंतजाम के लिये जिला प्रशासन के अलावा सामाजिक व स्वयंसेवी संगठनों की भी सराहना की।
Muzaffarnagar News: मिनी ट्रक और बाइक की टक्कर में बाइक सवार सौरभ और योगेश की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि प्रदीप गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसको इलाज के लिए जिला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
Kanwar Yatra: 2 साल से कोरोना के कारण बंद कांवड़ यात्रा अब इस बार उत्साह और जोश के साथ शुरू हुई है। उन्होंने बताया कि वह लगातार कांवड़ मेले में कार्य कर रहे हैं, लेकिन इतना उत्साह कांवड़ियों में उन्होंने पहले कभी नहीं देखा।
UP News: कांवड़ यात्रा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षाबल के जवान पूरे राज्य में मुस्तैद हैं। पूरे राज्य में 151 कंपनी पीएसी और 11 कंपनी केंद्रीय पुलिस बल तैनात हैं। सुरक्षा में बड़े अधिकारियों की भी ड्यूटी लगाई गई है।
Kanwar Yatra: देश में वर्तमान हालात को देखते हुए कांवड़ यात्रा पर आतंकी खतरे की आशंका जताई जा रही है, ऐसे में केंद्रीय गृहमंत्रालय ने खुफिया एजेंसियों की संबंधित रिपोर्ट को देखते हुए उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, मध्य प्रदेश समित कई राज्यों को तत्काल सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए है।
Kanwar Yatra: कांवड़ यात्रा को लेकर गृह मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी की है। यह एडवाजरी इंटेलिजेंस ब्यूरो की थ्रेट रिपोर्ट के आधार पर जारी हुई है। सूत्रों के अनुसार, IB ने कावड़ यात्रा के दौरान कट्टरपंथियों से खतरे का अंदेशा जताया था।
Kanwar Yatra: कांवड़ियों का एक जत्था सिंह द्वार से सीधे ही नहर पटरी पर गुरुकुल महाविद्यालय से होते हुए रेलवे ट्रैक पार कर हाईवे की तरफ जा चला गया। कांवड़ियों के रेलवे ट्रैक पर जाने की वीडियो बनाकर किसी ने पुलिस अधिकारियों को भेज दी।
Kanwar Yatra 2022: इसी महीने 14 जुलाई से सावन का महीने शुरू हो रहा है। इसके साथ ही कांवड़ यात्रा(Kanwar Yatra) की भी शुरुआत हो जाएगी। प्रशासन की तरफ से खास तैयारी की गई है। यात्रा के दौरान लाठी-डंडे और अन्य हथियार पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेंगे।
Kanwar Yatra: मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि सकुशल कांवड़ मेला सम्पन्न कराने के लिए कांवड़ मेले से संबधित अन्य राज्यों के अधिकारियों से भी निरन्तर समन्वय बनाकर रखें। किसी भी तरह की ढिलाई न बरती जाए।
Kanwar Yatra: कांवड़िए मेरठ से मोदीनगर, मुरादनगर और गाजियाबाद के रास्ते दिल्ली जा सकेंगे। वहीं, देश में चल रहे संवेदनशील मुद्दों का ख्याल रखते हुए कांवड़ यात्रा को लेकर दिल्ली पुलिस ने अलर्ट जारी किया है।
कोरोनाकाल के बाद यह पहली कांवड़ यात्रा है। वर्ष 2018 में दो करोड़ से ज्यादा कांवड़िए आए थे। 2019 में यह संख्या तीन करोड़ को पार कर गई थी। इस बार दो साल के अंतराल पर यात्रा हो रही है तो कांवड़ियों की संख्या चार करोड़ को पार कर सकती है।
जस्टिस बेला त्रिवेदी और जस्टिस भार्गव डी कारिया की खंडपीठ ने याचिका का निस्तारण करते हुए कहा कि इसमें कोई दम नहीं है।
कोविड के मद्देनजर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने दिल्ली में कांवड़ यात्रा के आयोजन को रद्द कर दिया है।
Kanwar Yatra: कल यूपी के अपर मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल ने शनिवार को बताया कि राज्य सरकार की अपील के बाद कांवड़ संघों ने यात्रा रद्द करने का निर्णय लिया। कांवड़ यात्रा 25 जुलाई से शुरू होनी थी।
उत्तर प्रदेश में कावंड़ यात्रा को लेकर राज्य की योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। यूपी में इस साल भी कांवड़ यात्रा को रद्द कर दिया गया है।
राजस्थान सरकार ने भारत के कई राज्यों में श्रावण मास में आयोजित होने वाली पवित्र कावड़ यात्रा सहित सभी धार्मिक जुलूसों को स्थगित कर दिया है।
राजस्थान में अनलॉक को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। नई गाइडलाइन में कांवड यात्रा व किसी तरह के जुलूस पर पाबंदी लगा दी गई है। इसके अलावा ईद उल ज़ुहा त्योहार पर किसी भी तरह की भीड़ या इकट्ठा होकर इबादत पर भी रोक लगा दी गई है।
इस साल की कांवड़ यात्रा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो चुकी है और केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में शपथपत्र दाखिल कर कहा है कि कोरोना को ध्यान में रखते हुए केंद्र ने कांवड़ यात्रा की अनुमति का विरोध किया है।
यूपी सरकार का दावा है कि कोरोना के मामलों में काफी तेजी से गिरावट आई है और टीकाकरण तेजी से हो रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना महामारी के बीच कांवड़ यात्रा की अनुमति देने के उत्तर प्रदेश सरकार के चिंतित करने वाले फैसले का स्वत: संज्ञान लिया और केंद्र, उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड की सरकारों से इस मामले पर जवाब मांगा।
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